herzindagi
should women take bath in ganga half naked

Maha Kumbh 2025: क्या संगम में आधी नग्न अवस्था में ही लगानी चाहिए डुबकी?

जहां एक ओर करोड़ों लोग अब तक महाकुंभ में स्नान या अमृत स्नान का पुण्य प्राप्त कर चुके हैं तो वहीं, दूसरी ओर अभी भी कई लोग अमृत स्नान या सामान्य स्नान के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-02-06, 14:06 IST

प्रयागराज महाकुंभ बस अपने अंतिम चरण की ओर चल रहा है। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन पांचवां और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन आखिरी छठवां अमृत स्नान किया जाएगा। 144 साल बाद लगे इस महाकुंभ में आस्था और भक्ति की डुबकी लगाने रोजाना लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। जहां एक ओर करोड़ों लोग अब तक महाकुंभ में स्नान या अमृत स्नान का पुण्य प्राप्त कर चुके हैं तो वहीं, दूसरी ओर अभी भी कई लोग अमृत स्नान या सामान्य स्नान के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि त्रिवेणी संगम पर क्यों अर्ध नग्न होकर ही डुबकी लगानी चाहिए और क्या है इसके पीछे का महत्व।

आखिर क्यों आधी नग्न अवस्था में ही लगानी चाहिए संगम पर डुबकी?

पौराणिक कथा के अनुसार, नदी के रूप में मां गंगा भगवान शिव के अंतर्गत आती हैं, मां यमुना भगवान विष्णु के आधीन हैं और मां सरस्वती ब्रह्म देव के अंतर्गन हैं। यानी कि संगम पर तीनों नदियों का होना त्रिदेवों के वास को स्थापित करता है।

kaise kiya jata hai sangam snan

शास्त्रों में ऐसा कहा जाता है कि मनुष्य के शरीर का मन भगवान विष्णु हैं, नेत्र भगवान शिव हैं और बुद्धि ब्रह्मा हैं। ऐसे में त्रिदेवों की कृपा पाने और शरीर के तीनों हिस्सों में त्रिदेवों का वास बनाये रखने के लिए उपरी भाग को नग्न रखकर डुबकी लगानी चाहिए।

यह भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: धन-धान्य पाने के लिए महाकुंभ में जरूर करें ये 3 सेवा

ऐसा माना जाता है कि शरीर के ऊपरी भाग पर बिना कोई वस्त्र धारण किये हुए संगम में स्नान करने से शरीर के तीनों अंग न सिर्फ सांसारिक तौर पर बल्कि आध्यात्मिक तौर पर भी जागृत रहते हैं और व्यक्ति को सन्मार्ग की ओर ले जाते हुए मोक्ष प्राप्त कराते हैं।

kaise karna chahiye sangam snan

हालांकि अर्ध नग्न अवस्था पुरुषों के लिए अलग और महिलाओं के लिए अलग वर्णित है। शास्त्र अनुसार, पुरुषों को संगम पर स्नान करते समय ऊपरी भाग को खुला छोड़ना चाहिए और नीचे कोई भी एक वस्त्र पहन सकते हैं, जबकि महिलाए सूती वस्त्र धारण कर स्नान कर सकती हैं।

यह भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में स्नान के दौरान किस-किस के नाम की डुबकी लगाएं?

शास्त्रों में बताया गया है कि कोई भी एक सूती वस्त्र धारण करते हुए संगम में महिलाओं द्वारा स्नान करना अर्ध नग्न अवस्था में होना ही माना गया है। इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि संगम में स्नान करते हुए भगवान शिव के साथ भगवान विष्णु और ब्रह्म देव का भी ध्यान करें।

kaise karna chahiye ganga snan

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।