IPS Success Story: यूपीएससी परीक्षा हर भारतीय उम्मीदवारों का सपना होता है। यहां तक पहुंचने के लिए कई लोगों को अपने करियर के साथ समझौता करना पड़ता है। ऐसी ही एक कहानी है डॉ. नवजोत सिमी की, जो अभी बिहार कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने पहले डॉक्टरी की। बाद में फिर नवजोत सिमी ने कुछ अलग करने ठानी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। कड़ी मेहनत के बाद उनका फाइनल सेलेक्शन साल 2017 में हुआ और उन्हें बिहार कैडर मिला। बता दें, डॉ. नवजोत सिमी की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ काफी रोचक रही है। तो चलिए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी।
डॉक्टरी छोड़ बनीं आईपीएस
आईपीएस अफसर डॉ. नवजोत सिमी ने बाबा जसवंत सिंह डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर से बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्हें डॉक्टरी करियर रास नहीं आई और फिर उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की प्रिपरेशन शुरू कर दी। साल 2016 में नवजोत सिमी ने पहली बार परीक्षा दी थीं, जहां वो इंटरव्यू तक तो पहुंची। लेकिन फाइनल सेलेक्शन नहीं हो सका था। पर, अपनी असफलता पर उन्होंने हार नहीं मानी और साल 2017 में एकबार फिर सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल हुईं। इसबार डॉ. नवजोत सिमी को 735वीं रैंक हासिल हुई और वो बिहार कैडर की आईपीएस बन गईं।
कैसा है पर्सनल लाइफ?
जानकारी के लिए बता दें, डॉ. नवजोत सिमी पंजाब की निवासी हैं। उनका जन्म 21 दिसंबर 1987 को पंजाब के गुरुदास पुर में हुआ था। आईपीएस सिमी की शुरुआती पढ़ाई पंजाब के पाखोवाल के मॉडल पब्लिक स्कूल से हुई थी। डॉ. नवजोत सिमी आईपीएस ने फरवरी 2020 को आईएएस तुषार सिंगला से शादी की थी। बता दें, IPS नवजोत सिमी के पति IAS तुषार सिंगला भी पंजाब के रहने वाले(आईएएस नम्रता जैन) हैं।
इसे भी पढ़ें- IAS Success Story: आईएएस चंद्रज्योति सिंह ने 22 साल की उम्र में ऐसे क्लियर किया UPSC
पीएम मोदी के सवाल का दिया था जवाब
आईपीएस प्रोबेशनर्स से बात चीत के दौरान पीएम मोदी आईपीएस के अनुभव को जान रहे थे। इसी बीच पीएम मोदी ने IPS नवजोत सिमी से सवाल पूछा कि आपने तो लोगों के दांत दर्द दूर करने की जिम्मेदारी ली थी, फिर देश के दुश्मनों के दांत खट्टे करने का विचार कैसे आया? इस पर डॉ. नवजोत सिमी ने जवाब देते हुए कहा कि उनका इंट्रेस्ट शुरू से ही सिविल सर्विसेस में था और पुलिस हों या डॉक्टर, दोनों का काम लोगों के दर्द को दूर करना है। IPS नवजोत के इस जवाब पर पीएम मोदी भी मुरीद हो गए थे।
इसे भी पढ़ें-जज्बा हो तो कुछ भी करना नामुमकिन नहीं, रोचक है 5वें प्रयास में IPS बनीं मोहिता की कहानी
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों