हमेशा लड़कियों को सलाह दी जाती है कि 'अपने हद में रहो। ज्यादा मत बोलो। वो मत करो।'
तो क्या जीना छोड़ दें...?
लगता तो ऐसा ही है। तभी तो बात नहीं सुनने या गलती से भी मिस्टेक हो जाने पर लड़कियों को अपनी जान दे देनी पड़ती है। ये बात हम ऐसे ही कन्टेंट में लिखने के लिए नहीं बोल रहे हैं। ये बात हम टीओआई की एक खबर के आधार पर बोल रहे हैं। 29 जुलाई 2017 को टीओआई के वेबसाइट पर एक खबर पब्लिश हुई थी। खबर के अनुसार पुणे के एक 30 साल के ऑटो डिरायवर ने अपने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी।
कारण भी जान लें
जब मौका-ए-वारदात पर पुलिस पहुंची और उसने महिला के पति से हत्या का कारण पूछा तो वहां मौजूद लोग कारण सुनकर हैरान रह गए। पति ने कारण दिया कि उसकी पत्नी ने उसे सही ढंग से लंच नहीं परोसा था।
ऑटो डिरायवर का नाम रोहित है और उसकी पत्नी का नाम शीतल है। दोनों की शादी 6 साल पहले हुई थी। लंच सही ढंग से नहीं परोसने पर रोहित औ शीतल के बीच में झगड़ा हुआ और फिर रोहित ने उसका गला दबा दिया। इस घटना के बाद ऑटो डिरायवर को गिरफ्तार कर लिया गया और दंपत्ति के 2 साल के बेटे को उसके नाना-नानी के घर भेज दिया गया।
पहले भी कर चुकी थी पति की शिकायत
अपने पति के खिलाफ शीतल पिछले साल भी घरेलू हिंसा करने की शिकायत कर चुकी थी।
आजकल घरेलू हिंसा या इससे जुड़ी ऐसी खबरें काफी आ रही हैं। दिल्ली से कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि पति ने अपनी पत्नी की हत्या केवल इसीलिये कर दी थी क्योंकि उसने रोटियां, गोल नहीं बनाई थीं।
दिन पर दिन ऐसी घटनायें बढ़ रही हैं। लोगों के अंदर धैर्य खत्म हो रहा है। कोई अपनी मां को मार दे रहा है तो कोई अपनी बहन को। इन सबमें एक चीज सबसे अधिक कॉमन होती है, वो है- महिलाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाओं का क्या है... कमजोर तो होती हैं। मार पाएंगी नहीं और शिकायत किसको करेंगी। कर भी लेगी तो सुनेगा कौन? सही कहा ना?
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