herzindagi
dina pathak lesser known facts

आजादी की लड़ाई से लेकर दर्जी से शादी करने तक, कुछ ऐसी रही एक्ट्रेस दीना पाठक की जिंदगी

एक्ट्रेस दीना पाठक अपनी सादगी और अदाकारी के चलते से दर्शकों के दिल में आज भी जिंदा हैं, जिस कारण उनकी गिनती इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों में होती है।
Editorial
Updated:- 2022-04-11, 16:20 IST

बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री दीना पाठक को भला कौन नहीं जानता है। सालों बाद भी उनके किरदार लोगों के दिलों में जिंदा हैं, दीना पाठक की गिनती हिंदी सिनेमा जगत की दिग्गज अभिनेत्रियों में होती है। उन्होंने करीब छह दशक लंबे अपने फिल्मी करियर में 120 फिल्मों में काम किया है, जिनमें ‘गोलमाल’, ‘उमराव जान’, ‘तमस’ और मोहन जोशी हाजिर हों जैसी बेहतरीन फिल्में शामिल हैं।

बॉलीवुड में दीना पाठक अक्सर मां या दादी के किरदार में नजर आती थीं। अपनी अदाकारी और सादगी की वजह से कई बार दीना ने दर्शकों को भावुक कर दिया, यही कारण है कि बतौर अदाकारा दीना पाठक इंडस्ट्री का बड़ा नाम है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको दिग्गज अभिनेत्री दीना पाठक की जिंदगी से जुड़े कई किस्सों के बारे में बताएंगे। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं अपने दौर की महान अदाकारा दीना पाठक के बारे में-

जानें कौन थीं दीना पाठक-

Facts about Veteran Actress Dina Pathak

दीना काठियावाड़ी का जन्म 4 मार्च 1922 में अमरेली के एक गुजराती परिवार में हुआ था। उस दौर में पिता इंजीनियर थे, वहीं बड़ी बहन शांता पुणे के एक एक्सपेरिमेंटल स्कूल इंदिरा गांधी की क्लासमेट थीं। दीना का मन बचपन से ही रंगमंच पर लगता था, यही वजह थी उन्होंने मंझी हुआ कलाकार के तौर पर एक अलग मुकाम हासिल किया।

दीना ने लड़ी थी आजादी की लड़ाई-

दीना पाठक आजादी के लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर सामने आईं थीं। आजादी की जंग लड़ने के कारण उन्हें मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से निकाल दिया गया था। मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में दीना ने बताया था कि कॉलेज से निकाले जाने के बाद उन्होंने किसी दूसरे कॉलेज से डिग्री हासिल की।

इसे भी पढ़ें-जानें आशा भोसले की जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक और अनकही बातें

थियेटर था पहला प्यार-

Veteran Actress Dina Pathak

नाटक ‘भवई थियेटर’ ने दीना पाठक की जिंदगी में नया मोड़ लेकर आया। जिसके बाद दीना ने अपने इन नाटकों के जरिए लोगों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ जागरूक करने का काम किया। एक समय ऐसा था जब गुजरात में दीना पाठक के नाटकों की धूम रहती थी। उनके नाटकों को देखने के लिए लोग सुबह 4 बजे से लाइन लगाया करते थे। दीना का प्ले ‘मेना गुर्जरी’ आज भी परफॉर्म किया जाता है, साल 1957 में राष्ट्रपति भवन में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के सामने भी इस नाटक को प्रस्तुत किया था।

दर्जी से की शादी-

दीना की शादी की कहानी भी काफी दिलचस्प रही। किसी बॉलीवुड स्टार की जगह उन्होंने कपड़े सिलने वाले दर्जी को अपना हमसफर बनाया। बता दें कन दीना ने बलदेव पाठक नाम के जिस इंसान से शादी की वो गेटवे ऑफ इंडिया के पास कपड़े की एक दुकान चलाते थे। लेकिन वो आम दर्जी नहीं थे, उन्होंने बॉलीवुड के कई दिग्गज अदाकारों के कपड़े डिजाइन किए थे। इसके अलावा उन्होंने उस दौर के सुपरस्टार राजेश खन्ना का कुर्ता भी डिजाइन किया था। जब राजेश खन्ना का करियर खत्म हुआ, तो इसका असर बलदेव पाठक पर भी पड़ने लगा। दुकान नुकसान में आने की वजह से कुछ समय बाद बंद हो गई, जिसके बाद 52 साल की उम्र में वो चल बसे।

पति के निधन के बाद बदल गए हालात-

Lesser Known Facts about Veteran Actress Dina Pathak

पति के जाने के बाद सारी जिम्मेदारियां दीना पर आ गईं। उस वक्त उनके 3 नों बच्चे छोटे थे, उन्होंने घर के साथ-साथ बाहर काम भी किया। वो रोज सुबह बच्चों को पड़ोसी के घर छोड़कर काम पर निकल जातीं। घर चलाने के कारण दीना का ज्यादा समय उनके बच्चों के साथ नहीं बीत पाया।

इसे भी पढ़ें-बॉलीवुड की इन एक्ट्रेस के बारे में ये फैक्ट्स नहीं जानते होंगे आप

फेमस एक्ट्रेसेस हैं दीना पाठक की दोनों बेटियां-

View this post on Instagram

A post shared by Naseeruddin Shah (@naseeruddin49)

दीना पाठक की दोनों बेटियां आज बॉलीवुड का बड़ा चेहरा हैं। उनकी बेटी रतना पाठक ने नसीरुद्दीन शाह की पत्नी हैं, वहीं सुप्रिया ने एक्टर पंकज कपूर से शादी की। बता दें कि फिल्म ‘मिर्च मसाला’ में दीना ने दामाद नसीरुद्दीन शाह और बेटी रतना के साथ फिल्मी पर्दे पर काम किया।

ऐसा रहा फिल्मी करियर-

Facts about Actress Dina Pathak

दीना पाठक ने अपने करियर की शुरुआत गुजराती फिल्म से की थी। हालांकि इसके बाद वो लंबे समय तक फिल्मों से गायब हो गईं। जिसके बाद उन्होंने साल 1966 में अपने करियर की पहली हिंदी फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ और ‘सत्यकाम’ में नजर आईं। साल 1972 में उन्होंने फिलम ‘कोशिश’ में गूंगी बहरी लड़की आरती का किरदार निभाया। इसके बाद लगातार कई फिल्मों का हिस्सा रहीं, लेकिन साल 1977 में आई फिल्म ‘भूमिका’ से दीना ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना ली। जिसके बाद दशकों तक दीना अलग-अलग किरदारों में नजर आती रहीं।

दीना की आखिरी फिल्म पिंजर थी, जिसमें उनकी एक्टिंग को बेहद पसंद किया गया। 11 अक्टूबर 2002 के दिन दीना पाठक ने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन दीना की एक्टिंग और उनके किरदार आज भी लोगों के बीच जिंदा है।

तो ये थी एक्ट्रेस दीना पाठक के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें, आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit- Instagram and Wikipedia

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।