herzindagi
How sexual assault case is delt with in flights

अगर फ्लाइट में हो रहा है सेक्सुअल असॉल्ट तो ऐसे करें डील

एयरलाइन में अगर किसी तरह का सेक्सुअल असॉल्ट केस सामने आता है तो आपको तुरंत क्या करना है ये जान लें। 
Editorial
Updated:- 2023-01-04, 18:42 IST

सेक्सुअल असॉल्ट जैसी चीज अगर किसी के साथ भी हो तो उसे अपनी आवाज उठानी चाहिए। ये जहां भी हो उसके लिए हमें आवाज उठानी चाहिए। आप सोच रही होंगी कि भला मैंने ये पहली लाइन इस तरह से क्यों लिखी। पर सही मायने में सेक्सुअल असॉल्ट के आधे से ज्यादा मामले सिर्फ इसलिए लाइमलाइट में नहीं आ पाते हैं क्योंकि इससे जुड़ी बातों को लेकर आवाज नहीं उठाई जाती है। इसमें से कई तो ऐसे मामले होते हैं जहां अक्सर एक ही तरह का व्यवहार देखा जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर हम बात करें फ्लाइट अटेंडेंट्स की तो गाहे-बगाहे ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ ही जाती हैं जिनमें ये लिखा होता है कि किसी फ्लाइट अटेंडेंट के साथ छेड़खानी हुई।

सिर्फ फ्लाइट अटेंडेंट्स ही नहीं बल्कि फ्लाइट में जाने वाली महिलाओं के साथ भी अधिकतर छेड़छाड़ और बदतमीजी के केस आते हैं। कुछ दिनों पहले एक पैसेंजर ने इंडिगो की फ्लाइट अटेंडेंट के साथ किस तरह का व्यवहार किया था वो तो आपको याद ही होगा।

ऐसे ही हालिया मामला आया है जिसमें एक शराबी ने एक को-पैसेंजर के ऊपर यूरीन कर दी। ये नवंबर का मामला है और इसपर एक्शन लेने की बात अब सामने आ रही है।

फ्लाइट्स में होने वाले असॉल्ट के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। एयरलाइन वर्कर्स के साथ, पैसेंजर्स के साथ सेक्सुअल और नॉन-सेक्सुअल असॉल्ट होता है। बदतमीजी के मामले तो बहुत ज्यादा सामने आते हैं। अगर इस तरह की घटनाएं हो रही हैं तो आखिर क्या किया जाए उसके लिए वो हम आपको बताते हैं।

flight attendant and sexual assault

इसे जरूर पढ़ें- फ्लाइट अटेंडेंट्स के बैग में हमेशा होती हैं ये 5 चीज़ें

आखिर क्यों ज्यादा होते हैं मिड एयर असॉल्ट के मामले?

इसके पीछे के कई कारण हो सकते हैं। इन दिनों फ्लाइट से ट्रैवल करना कोई ट्रेंड नहीं रह गया बल्कि ये जरूरत बन गया है। एयरलाइन्स एक के बाद एक रूट्स पर अपनी फ्लाइट लॉन्च कर रही हैं और इतनी बड़ी तादाद में यात्रियों को मैनेज करना भी मुश्किल हो गया है।

दूसरा कारण ये भी समझा जा सकता है कि कई बार इस तरह के असॉल्ट को लेकर कोई प्रूफ नहीं होता। लोग अपनी यात्रा में व्यस्त होते हैं और शिकायत करने के बारे में ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है। हमेशा ऐसे मामलों में ये कहा जाता है कि एयरलाइन मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन इस छानबीन में ही काफी समय निकल जाता है।

रिपोर्ट्स को सही तरह से ट्रैक ना करना भी इसका एक कारण हो सकता है। ये तो सेक्सुअल असॉल्ट जैसे गंभीर मामलों में भी होता है।

assault and flight attendant

क्या शिकायत का असर होता है?

हम इतनी देर से फ्लाइट में होने वाले असॉल्ट और शिकायत की बात तो कर रहे हैं, लेकिन एक सवाल पूछना बहुत जरूरी है। क्या वाकई शिकायत का असर होता है? 2017 में Association of Flight Attendants-C.W.A द्वारा किए गए एक सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि किसी असॉल्ट के मामले में आधे से ज्यादा बार कानूनी प्रक्रिया की ही नहीं जाती है। लॉ ऑफिशियल्स भी इस मामले में संबंधित पार्टीज से नहीं मिलते हैं।

यही सर्वे बताता है कि लगभग एक चौथ्याई फ्लाइट अटेंडेंट्स को इस तरह की तकलीफ झेलनी पड़ती है और उनके साथ पैसेंजर्स द्वारा असॉल्ट किया जाता है। यहां मैं आम बदतमीजी की नहीं बल्कि सेक्सुअल असॉल्ट की बात कर रही हूं।

अगर फ्लाइट में हो असॉल्ट तो क्या करें?

यहां जो आमतौर पर होता है वो तो करना ही होगा। अगर आपके साथ ऐसी कोई घटना हो रही है तो उसका वीडियो बना लें। वैसे तो फ्लाइट में बैठा कोई ना कोई शख्स इसका वीडियो बना ही रहा होगा।

दूसरा काम ये है कि आपको फ्लाइट स्टाफ को इसके बारे में बताना है। पायलट इन कमांड और केबिन क्रू तुरंत इस मामले का संज्ञान लेगा।

फ्लाइट लैंड होने पर आप एयरपोर्ट के कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। वहां मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ आपको कंट्रोल रूम में पहुंचने की मदद कर सकता है।

इसके आगे आप कानूनी मदद भी ले सकती हैं और एयरलाइन में हुई घटना का हवाला देकर पुलिस में शिकायत भी कर सकती हैं।

flight attendant assault case

इसे जरूर पढ़ें- Delhi Accident Case: आप भी करती हैं देर रात अकेले ट्रैवल तो जरूर जानें सेफ्टी से जुड़ी ये बातें

क्या कहता है कानून?

इंडियन एविएशन लॉ ये साफ बताता है कि किसी भी तरह का क्राइम तीन लेवल में हो सकता है।

लेवल 1- पहला ऑफेंस, फिजिकल जेस्चर, हैरेसमेंट, शराब आदि का सेवन और हल्ला मचाना

लेवल 2- फिजिकल अब्यूसिव बिहेवियर, गालियां देना, गलत तरह से छूना

लेवल 3- पैसेंजर का कोई ऐसा एक्शन करना जिससे वहां मौजूद लोगों की जान या माल का खतरा हो, सुरक्षा को लेकर किसी तरह का खतरा हो

तीनों लेवल के लिए अलग-अलग नियम बनाए गए हैं जिसमें एयरलाइन से बैन से लेकर पैसेंजर को जेल और फाइन होने तक के नियम हैं। 3 महीने से लेकर आजीवन तक का बैन एयरलाइन द्वारा लगाया जा सकता है। इसे No Fly लिस्ट भी कहा जाता है।

अधिकतर लोग ये सोचते हैं कि अगर एयरक्राफ्ट में ऐसा कुछ हो रहा है तो इसका मतलब ये है कि उन्हें छोड़ दिया जाएगा क्योंकि हवा में कौन सा कानून लागू होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। एयरक्राफ्ट्स में होने वाली इन घटनाओं को रोकने के लिए बाकायदा नियम बनाए जाते हैं।

क्या आपके साथ भी यात्रा करते समय इस तरह की कोई घटना हुई है? अपने जवाब हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।