हिंदू धर्म में सभी भगवानों की विशेष रूप से पूजा करने का विधान है। पूजा के लिए लोग घर के मंदिरों में भगवान की मूर्ति या तस्वीर रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस प्रकार से घर की सभी चीजों के लिए वास्तु का पालन करना जरूरी है वैसे ही भगवान की मूर्तियों को भी वास्तु के अनुसार ही स्थापित करना चाहिए। घर के मंदिर में आपको हमेशा मूर्तियों की स्थापना करते समय कुछ विशेष बातें ध्यान में रखनी चाहिए।
यदि आप अपने जीवन से सभी बाधाओं को दूर करना चाहती हैं और धन को आकर्षित करना चाहती हैं, तो आपको मंदिर में सही संख्या में ही भगवान की मूर्तियां रखनी चाहिए। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें वास्तु के अनुसार घर के मंदिर में मूर्तियां रखने की सही संख्या क्या है।
घर के मंदिर के लिए गणपति की मूर्तियों की संख्या
यदि आप अपने घर के मंदिर में भगवान गणपति की मूर्ति रख रही हैं तो इनकी संख्या दो से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आप कभी भी गणपति की मेटल की 2 मूर्तियां न रखें। आप मंदिर में एक मेटल और एक किसी और चीज जैसे पाषाण की बनी मूर्ति रख सकती हैं। एक ही मंदिर के अंदर दो से ज्यादा मूर्तियां आपके घर में समस्याओं का कारण बन सकती हैं। हालांकि आप दो मूर्तियों के साथ गणपति की तस्वीर रख सकती हैं।
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भगवान कृष्ण की मूर्तियों की संख्या
यदि आप घर के मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित करती हैं तो ध्यान में रखें कि उन्हें हमेशा राधा रानी के साथ ही स्थापित करें। इससे घर में प्रेम भाव बना रहता है। यदि आप इनकी मूर्तियों की संख्या की बात करें तो कृष्ण के बाल स्वरूप की एक मूर्ति और लड्डू गोपाल के दो स्वरुप रख सकती हैं। वहीं आप राधा रानी के साथ कृष्ण की एक ही मूर्ति रखें तो यह आपके लिए शुभ होगा।
भगवान हनुमान की मूर्तियों की संख्या
यदि आप घर के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति रख रही हैं तो एक से ज्यादा मूर्ति न रखें। यदि आप उनकी तस्वीर रख रही हैं तो ऐसी तस्वीर सबसे ज्यादा शुभ होगी जो भगवान राम दरवार के साथ हो। कभी भी हनुमान जी के रौद्र रूप की तस्वीर या मूर्ति घर में न रखें, ऐसी मूर्ति आपके घर में झगड़ों का कारण बन सकती है।
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भगवान शिव की कितनी मूर्तियां हैं शुभ
यदि आप भगवान शिव की मूर्ति अपने घर के मंदिर में रखती हैं तो ध्यान रखें कि शिव जी की एक ऐसी मूर्ति रखें जिसमें वो माता पार्वती या अपने परिवार के साथ हों, जिसमें गणपति भी मौजूद हों। शिवलिंग की बात करें तो घर में कभी भी एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए और इसका आकार अंगूठे से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।
घर के मंदिर में न रखें ऐसी मूर्तियां
- वास्तु की मानें तो आपको घर के मंदिर में कभी भी मीरा या रुक्मिणी के साथ भगवान कृष्ण,सिद्धि और रिद्धि के साथ भगवान गणेश और दो पत्नियों देवसेना और वल्ली के साथ भगवान कार्तिकेय की मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए।
- भगवान शिव के नटराज रूप की मूर्ति या तस्वीर न रखें, इससे आपके घर का माहौल नकारात्मक हो सकता है।
- आप देवी-देवताओं की दिव्य त्रिमूर्ति- सरस्वती, लक्ष्मी और दुर्गा की एक-एक मूर्ति रख सकती हैं, लेकिन कभी भी एक ही देवी की 3 मूर्तियां न रखें।
- एक शिवलिंग की स्थापना करते समय कई नियमों का पालन करने की आवश्यकता होती है, इसलिए कभी भी दो शिवलिंग न रखें।
- किसी भी तरह की खंडित मूर्ति घर के मंदिर में न रखें।
यदि आप घर के मंदिर में वास्तु के नियमों के अनुसार मूर्तियां स्थापित करेंगी तो आपके घर में सदैव सुख समृद्धि बनी रहेगी। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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