Lord Hanuman Wife: हिन्दू धर्म में कई देवी-देवताओं से जुड़ी अनेकों कथाएं हैं। इन्हीं में से एक कथा है हनुमान जी की। धर्म शास्त्रों में हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी बताया गया है।
वहीं, हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें ऐसी कथा बताई है जिसके तहत हनुमान जी ने भी शादी की थी और अपनी पत्नी के साथ वह एक मंदिर में पूजे भी जाते हैं।
- हनुमान जी बाल अवस्था में जब सूर्य देव (सूर्य देव की आरती के लाभ) को गलती से फल समझकर खाने पहुंच गए थे तब सभी देवताओं ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी जिसके बाद अंत में इंद्र देव ने बाल हनुमान पर वज्र का प्रयोग कर उन्हें मूर्छित कर दिया था।

- हालांकि बाद में सभी देवताओं ने हनुमान को न सिर्फ अपनी दिव्य शक्तियों से संपन्न बनाया बल्कि उन्हें कई वरदान भी दिया। इस घटना के बाद यह तय हुआ कि सूर्य देव हनुमान जी को ज्ञान प्रदान करेंगे।
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- लिहाजा इस नाते से सूर्य देव हनुमान जी के गुरु कहलाये। संस्कार के सारे ज्ञान के अलावा, सूर्य देव के पास 9 दिव्य विद्याएं थीं। हुआ ये कि सूर्य देवने समस्त ज्ञान हनुमान जी को दिया लेकिन विद्या देने में संकोच करने लगे।
- इस संकोच के पीछे का कारण था हनुमान जी का ब्रह्मचारी होना। दरअसल, इन 9 विद्याओं में से 5 विद्याएं तो सूर्य देव ने हनुमान जी को दे दीं लेकिन अन्य 4 विद्याओं में हनुमान जी का शादीशुदा न होना एक अड़चन बन गया।
- ऐसा इसलिए क्योंकि 4 विद्याओं का ज्ञान सिर्फ उन्हीं को सूर्य देव द्वारा प्राप्त होता था जो विवाहित थे और हनुमान जी ने ब्रह्मचारी होने का संकल्प लिया था। इसी वजह से सूर्य देव उन्हें शेष 4 विद्याओं का ज्ञान देने में सक्षम न थे।

- हनुमान जी को उन विद्याओं का ज्ञान चाहिए था तभी उनकी शिक्षा पूर्ण मानी जाती। ऐसे में सूर्य देव ने युक्ति लगाई और अपने तेज से एक कन्या को प्रकट किया। सूर्य देव ने हनुमान जी (हनुमान जी के 12 नामों का रहस्य) को उससे विवाह के लिए बोला।
- हनुमान जी को समझाते हुए सूर्य देव ने कहा कि यह कन्या सिर्फ तुम्हारे ज्ञान प्राप्ति में सहायक साबित होगी और हनुमान जी से विवाह के बाद यह कन्या तपस्या कर पुनः सूर्य के तेज में ही विलीन हो जाएगी।
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- इस प्रकार हनुमान जी का विवाह भी हो जाएगा और वह ब्रह्मचारी भी कहलाएंगे। इस तरह हनुमान जी ने विवाह का बची 4 विद्याओं को ग्रहण किया। उस कन्या का नाम सुवर्चला था और तभी से वह हनुमान जी की पत्नी सुवर्चला के नाम से विख्यात हैं।

- तेलंगाना के खम्मम जिले में हनुमान जी और उनकी पत्नी सुवर्चला की पूजा होती है। यह विश्व का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हनुमान जी अपनी पत्नी के साथ पूजे जाते हैं। सूर्य तेज से उत्पन्न होने के कारण वह सूर्य पुत्री कहलाईं और इस लिहाज से सूर्य देव हनुमान जी के ससुर भी हुए।
तो ये था हनुमान जी की पत्नी का नाम और उनसे जुड़ी कथा। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Pinterest
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