दादा-दादी या नाना-नानी हमारे बच्चों के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वो अपने बच्चों से अधिक प्यार अपने नाती पोतों को करते हैं। जब बच्चों के पेरेंट्स उनकी कोई जिद पूरी नहीं करते तो ऐसे में ग्रांड पेरेंट्स उनकी इच्छा पूरी कर उनको खुशी देते हैं। लेकिन कभी-कभी ग्रैंड पेरेंट्स के अधिक प्यार की वजह से बच्चे अपने पेरेंट्स को अनसुना करने लगते हैं। उनका कहना नहीं मानते जिससे दो पीढ़ियों के बीच गलतफहमी बढ़ने लगती हैं। इसलिए ग्रैंड पेरेंट्स को चाहिए कि वो ग्रैंड चिल्ड्रन के लिए अपने प्यार को बैलेंस रखें और बच्चों के साथ ये बातें करने से बचें।
जो तुम चाहो खा सकते हो
पेरेंट्स कुछ कारणों से अपने बच्चों को कुछ चीज़ों को खाने से मना करते हैं। जबकि वहीं दूसरी तरफ ग्रैंड पेरेंट्स अपने बच्चों की बात को इग्नोर करते हुए अपने ग्रैंड चिल्ड्रन की जिद पूरी करते हैं। ऐसा करना जहां उनके नाती-पोतों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वहीं ऐसा सपोर्ट उनको ज़िद्दी भी बना सकता है।
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बच्चों की इच्छा पूरी करना
पेरेंट्स अपने बच्चों में कुछ सुधार की कोशिश में उनको पनिश करने के परपज से उनकी विश पूरी नहीं करते। कभी-कभी पेरेंट्स बच्चों को उनकी पढ़ाई में अच्छे ग्रेड्स लाने तक उनको कोई नए Toys और Game नहीं दिलाते। जबकि इसके विपरीत ग्रैंड पेरेंट्स अपने ग्रांड चिल्ड्रन की विश पूरी कर देते हैं। जिससे बच्चों में बिना प्रयास के चीज़ों को पाने की आदत बन जाती है।इस तरह बच्चों को सिखाएं जीवन में समानुभूति का महत्व
हर वक़्त तारीफ़ करना
ग्रैंड पेरेंट्स को अपने ग्रैंड चिल्ड्रन बहुत ही ज्यादा प्यारे होते हैं। वो लाड-प्यार में कितनी बार बच्चों की गलतियों को भी इग्नोर कर देते हैं। बात-बात में उनकी तारीफ़ करना बहुत से ग्रांड पेरेंट्स की आदत होती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा ग्रांड चिल्ड्रन की तारीफ उनको बिगाड़ सकती है। इसलिए ग्रैंड पेरेंट्स को चाहिए बच्चों के सामने उनकी बेवजह तारीफ करके उनकी गलतियों को बढ़ावा न दें।अपने बच्चों को इंडिपेंडेंट बनाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
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निगेटिव स्टेटमेंट
कभी कभी ग्रैंड पेरेंट्स अपने ग्रैंड चिल्ड्रन को उनके माता-पिता के प्रति कड़वी बातें कहतें हैं। पेरेंट्स की रोकटोक को वो गलत बताते हैं। तुम्हारी मां तुंमको नहीं समझेगी। वो तो ऐसे ही बोलती रहती है, उसकी बात पर ध्यान मत दो। कुछ ऐसी बातें कहकर ग्रैंड पेरेंट्स बच्चों के साथ पेरेंट्स के रिश्ते को खराब कर सकते हैं। इसलिए ग्रैंड पेरेंट्स को चाहिए कि वो इस तरह की बातें बच्चों से न कहें। अगर उनको बच्चों के पेरेंट्स के किसी व्यवहार को लेकर परेशानी है तो उनसे इस बारे में डायरेक्ट बात करें।
इन कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप आपने अपने बच्चों और बच्चों के बच्चों के साथ अपने रिश्ते को भरपूर जी सकते हैं।
Image Credit:(@streetsidecalgary)
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