एक सफल करियर की शुरूआत होती है अच्छी जॉब से। जब आपको एक अच्छी जॉब मिलती है तो इससे आपके करियर को भी किक स्टार्ट मिलती है। हालांकि अच्छी जॉब पाना कोई केकवॉक नहीं है। काफी सर्च के बाद आपको एक बेहतरीन जॉब मिलती है। हालांकि जॉब सर्च से पहले ऐसी बहुत सी बातें हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए।
कुछ महिलाएं मानती हैं कि रिज्यूमे को अपडेट करने या फिर कंपनी की जॉब की रिक्वायरमेंट के अनुरूप अपना रिज्यूमे तैयार करने के अलावा भी ऐसी कई चीजें हैं, जिन पर जरूर ध्यान दिया जाना चाहिए। सुनने में शायद आपको अजीब लगे लेकिन जॉब सर्च के लिए भी अच्छा और बुरा समय होता है।
इसे जरूर पढ़ें-41 वर्ष की उम्र में करियर की शुरुआत,अब है एक सफल वर्किंग वुमन
टाइमिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर है जिसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और जब आप सही समय पर नौकरी की तलाश शुरू करती हैं, तो आपके लिए नौकरी पाने की संभावना भी बढ़ जाती है। तो चलिए आज हम आपको बता रहे हैं नौकरी पाने के लिए कौन सा समय अच्छा है और कौन सा बुरा-
जनवरी, फरवरी और मार्च
जनवरी, फरवरी और मार्च का समय जॉब सर्च के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसी कंपनियों के लिए जिनका वित्तीय वर्ष जनवरी में शुरू होता है और दिसंबर में समाप्त होता है, ऐसे संगठनों में नौकरी तलाशने का यह सही समय है। ऐसे कई कारण हैं, जिसके चलते जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब सर्च करना अच्छा माना जाता है।
दरअसल, एमएनसी में यह वह समय है जब वार्षिक बजट निर्धारित किया जाता है और अगले वर्ष के लिए रिक्वायरमेंट तैयार की जाती हैं। ऐसे में इस समय जॉब सर्च करना आपके लिए अच्छा रहेगा।
अप्रैल, मई और जून
जॉब सर्च के लिए यह साल का सबसे बेस्ट समय माना जाता है। खासतौर से, इंडियन आर्गेनाइजेशन में फाइनेंशियल ईयर मार्च में खत्म होता है। इस समय कई नई वैकेंसियां भी निकलती है। इतना ही नहीं, बहुत सारे संगठन अपने कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष के अंत में एनुअल बेनिफिट्स या बोनस देते हैं और इसके कारण ही कई सारे कर्मचारी जो जॉब स्विच करने के बाद सोच रहे होते हैं, वह मार्च के बाद ही जॉब स्विच करते हैं। इस तरह कंपनियों में पुराने कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने के बाद बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत पड़ती है।
जुलाई, अगस्त और सिंतबर
वास्तव में साल के बीच के महीने जॉब सर्च के लिए बहुत अधिक अच्छे नहीं माने जाते क्योंकि अधिकतर कंपनियां साल की शुरुआत में ही अपनी जरूरत के अनुसार अधिकतर लोगों को जॉब दे देती हैं और प्रमोशन भी अधिकतर इसी टाइम पर होते हैं। ऐसे में कोई भी व्यक्ति साल के बीच में अपनी जॉब तब तक स्विच करने के बारे में नहीं सोचता, जब तक या तो उसे बहुत अधिक अच्छा ऑफर ना मिले या फिर वह अपने काम से बुरी तरह नाखुश हो।
हालांकि इसका एक दूसरा पहलू यह भी है कि बहुत से लोग इस बारे में जानते हैं कि साल के बीच में जॉब मिलना काफी कठिन है और इसलिए वे इस समय के दौरान आम तौर पर नौकरियों की तलाश नहीं करते हैं। जिसका मतलब है कि यह प्रतियोगिता सबसे कम है और यदि किसी कंपनी में कोई वैकेंसी है तो आपके लिए उसे पाने का अवसर बढ़ जाता है।
अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर
यह आमतौर पर त्योहारों का समय होता है। इस दौरान अधिकतर लोग रिलैक्स मूड में होते हैं। कुछ लोग अपनी सालाना बची हुई छुट्टियों को भी इस दौरान लेते हैं। इस तरह अधिकतर ऑफिस में काम को लेकर एक ठहराव आ जाता है। वहीं दूसरी ओर, चूंकि वर्ष समाप्त होने वाला है, इसलिए संबंधित विभाग अगले वर्ष की आवश्यकताओं के लिए पहले से ही योजना बना रहा होता है। ऐसे में आपके लिए नेटवर्किंग बढ़ाने और कंपनी की वैकेंसी के बारे में जानने का यह सही समय होता है। इस दौरान आपको पता चलता है कि कंपनियों में आने वाले समय में वैकेंसी की क्या स्थिति होगी।
इसे जरूर पढ़ें-वर्किंग वुमेन के लिए रसोई के काम को आसान बनाने वाले जरुरी टिप्स
इसके अलावा चूंकि कंपनी छुट्टी के दौरान भी काम बंद नहीं कर सकती, इसलिए वह कुछ वक्त के लिए लोगों को हायर करती है या फिर घर से काम देती है। अगर आपको वह काम मिलता है तो मना ना करें। इससे आपको दो लाभ होंगे।
सबसे पहले तो आपकी नेटवर्किंग बढ़ेगी और आपके लिए जॉब पाना आसान हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर, अगर आपका काम कंपनी को पसंद आता है तो वह नए वर्ष में वैकेंसी होते ही सबसे पहले आपके रिज्यूमे को कंसीडर करेंगे। इस तरह आपके लिए कंपनी में काम करने के रास्ते खुलेंगे।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों