आज पहली बार मुझे अपनी कहानी बताने का अवसर मिला है। मैं बड़े उत्साह के साथ आप सबके साथ अपना अनुभव बाँटना चाहती हूँ कि कैसे 40 की उम्र के बाद मैंने आख़िरकार अपना व्यवसायिक जीवन आरम्भ किया।
मैं एक साधारण गृहिणी हूँ। जब मेरा विवाह हुआ तब मेरी उम्र बहुत कम थी। हम मेरे पति के संयुक्त परिवार के साथ रहते थे और सभी घर के सदस्यों का ख्याल रखना ही मेरी प्राथमिक ज़िम्मेदारी थी। ऐसे में, मेरे लिए कोई भी निजी लक्ष्य रखना संभव नहीं था। हालाँकि, हमेशा से ऐसा नहीं था। शादी करने से पहले, मैं एक महत्त्वकांशी लड़की थी। मेरे पिता एक हाई-स्कूल में शिक्षक थे और उनसे प्रेरित हो, मैं भी शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती थी। और तो और, एक अच्छे करियर का सपना देखते हुए, मैं अपना ज़्यादातर समय पढ़ने और लिखने में ही व्यतीत करती थी।
मेरा मानना है कि हमारे जीवन में असली मायने उन्हीं चीज़ों के होते हैं जो हम अत्यंत उत्साह के साथ निरंतर रूप से करना चाहते हैं। मेरे लिए यह चीज़ थी मेरी पढ़ाई, इसलिए मैंने शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखने का निर्णय लिया और इंग्लिश साहित्य में पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरी की। अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए मेरे पति और घर के अन्य सदस्यों ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया लेकिन जब मैंने नौकरी करने की इच्छा व्यक्त की तो उनकी प्रतिक्रियाएं समान नहीं थीं। परिवार में सबका मानना था कि चूँकि घर की आर्थिक स्तिथि अच्छी थी तो मेरा बाहर जा कर काम करने का कोई मतलब नहीं था। कुछ समय बाद जब मैं माँ बनी तो मैंने भी काम करने का विचार त्याग दिया। अब मेरे दिन, मेरे बेटे की देखभाल, उसकी पढ़ाई, और घर के अन्य कामकाजों में व्यतीत होने लगे। इसी दौरान, मेरी लेखन में एक नई रुचि जागृत हुई। अपने खाली समय में, मैं अपनी डायरी में नियमित रूप से अपने विचार, अनुभवों, इत्यादि के बारे में लिखने लगी। इसी प्रकार मेरे जीवन के 18 वर्ष बीत गए! मैंने शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का सपना देखा था पर वास्तव में उसके लिए मैं कुछ नहीं कर पा रही थी।
लंबे समय के बाद कुछ अनपेक्षित हुआ। सोशल मीडिया के बढ़ते चलन के साथ मैं भी फेसबुक पर काफ़ी सक्रिय हो गयी। मैंने दूसरों की पोस्ट पर कमेंट करना, अपनी पोस्ट लिखना, और दूसरों के साथ विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया। एक दिन, मेरे एक मित्र ने मुझे मैसेज करके पूछा यदि मुझे लिखना पसंद है, तो मैंने उन्हें अपनी लिखने की रूचि के बारे में बताया। इस पर उनके उत्तर ने मुझे आश्चर्यचकित कर दिया। उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं अपने कौशल को फेसबुक पर क्यों बर्बाद कर रही हूँ और उन्होंने मुझे अपनी हैल्थकेयर वेबसाइट के लिए लिखने का अवसर दिया। मैंने खुशी से उनका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। उनके साथ काम करते हुए मैंने दर्शकों तक पहुँचने के लिए सरल और संवादी तरीके से लिखना सीखा। उन्होंने मुझे प्लेजरिज़्म और ग्रामरली, हेमिंगवे टेस्ट, इत्यादि जैसे विभिन्न उपकरणों के बारे में बताया, जिसके कारण मैं अपने कौशल को और बेहतर बना पाई। मेरे लेखों में से एक "एस्ट्रोजन-रिच फूड्स्" वेबसाइट पर प्रकाशित हुआ और इस पर दर्शकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली। यह मेरे लिए अविश्वसनीय था ! इससे मुझे बहुत खुशी हुई और मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ने लगा। फिर एक दिन, काम करते हुए मुझे इंटर्नशिप के बारे में पता चला और मैंने इंटर्नशिप के साथ अपने कौशल को बेहतर बनाने और आज़माने का निर्णय लिया।
मैंने "कंटेंट राइटिंग" के क्षेत्र की वर्क-फ्रॉम-होम इंटर्नशिप्स् के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया। Nettv4u नामक एक कम्पनी के साथ एक इंटर्नशिप के लिए मुझे शॉर्टलिस्ट किया गया और मुझे एक असाइनमेंट मिला। इस असाइनमेंट के अंतर्गत मुझे दी गई एक सूची में से 2 प्रख्यात मीडिया हस्तियों की संक्षिप्त में जीवनी लिखनी थी। मैंने यह असाइनमेंट जितना जल्दी हो सका, पूरा करके भेज दिया और मुझे इंटर्नशिप के लिए चुन लिया गया। मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा और मेरे परिवार को भी यह जानकर बहुत ख़ुशी हुई, विशेष रूप से मेरे बेटे को, जो उस समय कॉलेज के दूसरे साल में था।
इंटर्नशिप के दौरान, मुझे अन्य प्रख्यात मीडिया हस्तियों के बारे में लिखना होता था। सच कहूँ तो, हालाँकि मुझे खुद को जीवन में आगे बढ़ते देख अच्छा लग रहा था पर शुरुआत में अपने काम और परिवार के बीच संतुलन बनाना काफी चुनौतीपूर्ण रहा। या तो मेरा काम समय सीमा के अनुसार पूरा नहीं हो पाता था या मुझे अपने परिवार के सदस्यों की ज़रूरतों के साथ समझौता करना पड़ता था। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और जल्द ही घर और काम के बीच संतुलन बनाये रखना भी सीख लिया। यह इंटर्नशिप एक अद्भुत अनुभव था मेरे लिए। Nettv4u की टीम बहुत ही विनम्र और सहायक थी। उन्होंने मुझे मेरी गलतियाँ सुधारने के अनेक अवसर दिए और मेरे आत्मविश्वास को कभी कम न होने दिया। इस इंटर्नशिप से मेरा लेखन कौशल बेहतर हुआ और मुझे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित अनेक मीडिया व्यक्तित्वों के बारे में बहुत कुछ पता चला। अंत में, Nettv4u की टीम ने मेरे लगभग सभी लेख प्रकाशित किये और मैंने गर्व के साथ उन्हें अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ शेयर किया और उन सभी से प्रशंसा प्राप्त की।
इस इंटर्नशिप के बाद मैंने कभी मुड़कर नहीं देखा और एक साथ 2-3 वर्चुअल इंटर्नशिप्स् भी की। मेरा लेखन कौशल बेहतर हो गया है और यह साबित करने के लिए मेरे पास बहुमूल्य इंटर्नशिप सर्टिफ़िकेट भी हैं। अब मेरे पास अवसरों की कमी नही है और मुझे पूरा भरोसा है कि अब मैं एक लेखिका के रूप में अपना करियर बना सकती हूँ। अब मैं, आहुति मिश्रा - एक फ्रीलान्स लेखिका के रूप से जानी जाती हूँ। मैंने हमेशा से अपनी खुद की एक पहचान बनाने का सपना देखा था और अब, जब मेरी एक पहचान बन चुकी है, तो मेरे जीवन को एक नया रास्ता मिल गया है और मैं इसी पथ पर आगे बढ़ना और बहुत कुछ नया सीखना चाहती हूँ।
मैं सभी महिलाओं, विशेष रूप से गृहिणियों को यही कहना चाहूँगी - "उम्र को बाधा न समझें। आप अपने जीवन के किसी भी चरण पर अपना करियर शुरू कर सकती हैं।" आप सोच रही होंगी, कैसे? आज के डिजिटल युग में वर्क-फ्रॉम-होम के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। आप इन्हीं में से किसी एक अवसर के साथ अपने करियर की शुरुआत कर सकती हैं। मेरा सुझाव है इंटर्नशिप करें क्योंकि यह आपको उचित कार्यानुभव देती हैं जो आपको अपने करियर की शुरुआत करने में सहायता करता है। अंत में, मैं यही आशा करती हूँ कि मेरी कहानी पढ़ कर और भी महिलाएँ अपना करियर आरम्भ या पुनः आरम्भ करने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
सौजन्य: इंटर्नशाला (http://internshala.com)
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