Kolkata Rape And Murder Case के 2 महीने बाद, एक तरफ दुर्गा पूजा दूसरी तरफ न्याय की मांग, ये हैं कोलकाता के हालात

कोलकाता में 9 अगस्त की रात कुछ ऐसा हुआ था जिसने पूरे देश और दुनिया को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कोई कहीं सुरक्षित नहीं है। एक डॉक्टर 36 घंटे के लगातार काम के बाद आराम करने जाती है और उसके साथ क्या हो जाता है। इस केस ने कई सवाल खड़े कर दिए और अब 2 महीने वाद Kolkata Rape and Murder Case में क्या हो रहा है यह भी जान लीजिए।
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Kolkata RG Kar Rape and Murder Case: कोलकाता में इस वक्त दुर्गा पूजा की धूम मची हुई है। हर तरफ रंगा-रंग कार्यक्रम चल रहे हैं। लोग अपने घरों से निकल कर दुर्गा पंडालों में जा रहे हैं। खुशियों का माहौल है और RG Kar हॉस्पिटल में जूनियर्स के साथ प्रोटेस्ट करने के लिए 50 सीनियर डॉक्टर्स ने इस्तीफा दे दिया है। अब जान बचाने वाले डॉक्टर्स अपने मान के लिए भूख-हड़ताल पर चले गए हैं। 9 अगस्त की रात जब ट्रेनी डॉक्टर के साथ विभत्स्य रेप हुआ और उनका बेरहमी से कत्ल कर दिया गया, तब भी देश में कई डॉक्टर्स काम कर रहे थे।

उस घटना को दो महीने हो गए हैं। आरोपी को पकड़ा जा चुका है, देश भर में कई तरह के प्रोटेस्ट हुए हैं। लोगों ने अपने-अपने स्तर पर इसे लेकर प्रोटेस्ट किया, सोशल मीडिया पर भी कई तरह की बातें बताई गईं, लेकिन आखिर में हुआ क्या? उस रात जो कुछ भी हुआ उसे लेकर न्याय अभी तक नहीं मिला है।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स अभी भी अपने लिए बेहतर सुविधाएं चाहते हैं। ऐसा लग रहा है कि दो महीने बाद लोगों की याददाश्त बहुत कमजोर हो गई है। अब हम उस घटना को भूलते जा रहे हैं जिसने हमारे जहन में इतना बड़ा घाव दे दिया है।

2 महीने बाद भी क्यों जारी है डॉक्टर्स की हड़ताल?

हाल ही में आरजी कर के 50 सीनियर डॉक्टर्स ने रिजाइन कर दिया है और जूनियर स्टाफ के साथ भूख हड़ताल के लिए आ गए हैं। डॉक्टर्स का इस तरह का मास रेजिग्नेशन पहली बार देखा गया है। डॉक्टर्स ने अपने रेजिग्नेशन में कहा कि जूनियर डॉक्टर्स जो प्रोटेस्ट कर रहे हैं, उनकी हालत लगातार खराब होती जा रही है। अगर सरकार ने तुरंत प्रोटेस्ट करने वाले डॉक्टर्स से बात नहीं की, तो कोई अनहोनी हो सकती है।

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9 अगस्त को यह केस होने के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने 42 दिनों तक काम बिल्कुल बंद कर दिया था। इसके बाद उनसे बात की गई और इमरजेंसी का काम शुरू हुआ, लेकिन अब एक बार फिर से आमरण अनशन की बात हो रही है।

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जूनियर डॉक्टर्स ने अनशन की शुरुआत की जब सरकार ने उनकी 24 घंटे की डेडलाइन मिस कर दी। अनशन की शुरुआत से लेकर अभी तक बहुत सारे सेलेब्स, डॉक्टर्स और लोग प्रोटेस्ट साइट पर आकर अनशन कर रहे हैं। विक्टिम को न्याय दिलाने के साथ-साथ डॉक्टर्स की 9 अन्य मांग भी हैं।

अब तक क्या हुआ है कोलकाता डॉक्टर के कोर्ट केस में?

मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट फाइल कर दी है। इस चार्जशीट में बताया गया है कि संजय रॉय के खिलाफ कई सारे सबूत मौजूद हैं। इसमें बाल, डीएनए, खून के धब्बे बहुत कुछ शामिल है।

अब 4 नवंबर से इस केस का ट्रायल शुरू होगा। इस ट्रायल को हफ्ते में चार दिन किया जाएगा। हालांकि, आरोपी संजय रॉय के खिलाफ सारे सबूत दिए गए हैं, लेकिन संजय ने अपने निर्दोष होने की बात भी कही है। अब कोर्ट में ट्रायल के बाद ही फैसला होगा कि आखिर आरोपी दोषी है या नहीं।

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उम्मीद है कि इस ट्रायल का नतीजा जल्दी आ जाएगा और दोषी को सजा मिलेगी।

पश्चिम बंगाल में एक और विभत्स्य केस

पश्चिम बंगाल के कुटुली में 10 साल की लड़की के साथ गैंगरेप हुआ और उसकी हत्या कर दी गई। लड़की ट्यूशन क्लास के बाद अपने घर आ रही थी। लड़की का शरीर घर से 1 किलोमीटर दूर मिला। लड़की के शरीर में जगह-जगह घाव थे। उनसे खून निकल रहा था, उसके हाथ तोड़ दिए गए थे।

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उसके शरीर के साथ भी बर्बरता हुई थी।

एक के बाद एक ना जाने कितने ऐसे मामले हैं जिनमें महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। एक तरफ नवरात्रि की धूम मची हुई है और दूसरी ओर एक के बाद एक कन्याओं के साथ अत्याचार हो रहा है। क्या फायदा कन्या पूजन और नौ दुर्गा के लिए उपवास रखने का अगर हम यही नहीं समझ पा रहे हैं कि हमारे देश में महिलाओं के साथ क्या हो रहा है। बेटी भले ही किसी भी उम्र की हो, वह सुरक्षित नहीं है। बेटी के लिए कुछ भी तो नहीं कर पा रहे हैं हम। हम उसे सड़क पर चलने का अधिकार भी नहीं दे पा रहे हैं। हम बेटी को एक सभ्य समाज में पढ़ने का अधिकार भी नहीं दे पा रहे हैं।

हमारे देश में हर दिन 16 लड़कियां बली चढ़ रही हैं। एक साल के अंदर लाखों लड़कियां गायब हो जाती हैं। कुछ मार दी जाती हैं, कुछ बेच दी जाती हैं और कुछ का तो पता भी नहीं चलता कि उनके साथ क्या हुआ। यकीनन हमारा देश कई मामलों में तरक्की कर रहा है, लेकिन हम एक सभ्य समाज नहीं हैं।

आपको क्या लगता है? हम समाज कहलाने लायक हैं?

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