महिलाओं के साथ अक्सर भीड़ में या फिर रास्ते में चलते हुए कोई न कोई छेड़छाड़ करता जरूर है। हर दिन किसी न किसी के साथ यह होता है। जब हम भी ऑफिस से घर के लिए निकलते हैं, तो अक्सर इसका सामना करते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है जब हम मेट्रो में ट्रेवल करते हैं। ऑफिस टाइम में मेट्रो इतनी ज्यादा भरी हुई आती है कि जल्दी के चक्कर में आपको उसमें ही सफर करना पड़ता है। वरना आप सुबह ऑफिस जानें के लिए लेट हो जाएंगी या रात के समय घर जाने में लेट हो जाएगा।
इसी के चक्कर में हम में से कई सारी महिलाएं हैं, जो इस भीड़भाड़ वाली मेट्रो में रोजाना सफर करती हैं। इसी का फायदा उठाते हैं कुछ ऐसे लोग जो लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने से पीछे नहीं हटते। इस भीड़ में भी वो अक्सर गलत टच करते हैं। लेकिन हम एक्शन नहीं ले पाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हमें समझ नहीं आता किसे अपनी मदद के लिए बुलाएं। अब आपको किसी दूसरे की मदद लेने की जरूरत नहीं है। आप मेट्रो में अपने फोन का इस्तेमाल करके इन मनचलों को सबक सिखा सकती हैं।
दिल्ली मेट्रो में हिम्मत ऐप का इस्तेमाल
हम मेट्रो में ट्रेवल जरूर करते हैं। लेकिन अपने आसपास की जरूरी चीजों को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। इसकी वजह से हमें अक्सर अपने साथ होने वाली बदसलूकी का खुलकर नहीं दे पाते हैं। इस बार अगर मेट्रो में आपको को छेड़े तो उसे छोड़ना मत इसके लिए इस्तेमाल करें दिल्ली पुलिस और डीएमआरसी द्वारा चलाए गए हिम्मत ऐप। इसके जरिए आप उन्हें पकड़ा सकती हैं और सबक सीखा सकती हैं। आपको बता दें कि इस ऐप की जानकारी आपको लेडीज सीट के ऊपर ही लगी हुई है।
इस तरह इस्तेमाल करें Himmat App
- दिल्ली पुलिस ने लड़कियों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हिम्मत प्लस ऐप को शुरू किया था। इसे आप दिल्ली मेट्रो में होने वाली छेड़छाड़ को रोकने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।
- इस ऐप को इंस्टॉल करने के बाद सबसे पहले रजिस्टर करना होगा।
- इसके बाद इसे लॉगिन करना है।
- इस ऐप में इमरजेंसी सिचुएशन के लिए एसओएस (SOS) बटन है जिसे दबाते ही आपकी लोकेशन सीधे दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी।
- कंट्रोल रूम को जैसे ही जानकारी मिलेगी। वो तुरंत पुलिस के साथ लोकेशन पर आ जाएंगे।
- इससे आपको कम समय में सुरक्षा मिलेगी। साथ ही, छेड़छाड़ करने वाले शख्स को सजा।
- इस ऐप के जरिए आपको 5 से 7 मिनट में हेल्प मिल जाएगी।
अब आपको भी इस ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपकी भी सुरक्षा बनी रहेगी। साथ ही, अगर किसी और को मदद चाहिए हो तो आप वो भी कर पाएंगी। इससे आप महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ के लिए एक कदम बढ़ा पाएंगी।
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Image Credit-Delhi police/ Twitter
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