एक महिला वकील के साथ मेट्रो में छेड़छाड़ करने वाले युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। महिला वकील ने साहस दिखाते हुए लोगों की मदद से युवक को दबोच लिया और पुलिस को सौंप दिया। आरोपी के खिलाफ थाना सेक्टर-39 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
छेड़छाड़ के मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
कई बार लोग ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज कर देते हैं या उन्हें मामूली समझते हैं। हमें सभी को जागरूक करने की जरूरत है कि छेड़छाड़ कोई छोटी बात नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। मेट्रो में सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं, लेकिन क्या वे सही तरीके से काम कर रहे हैं? क्या सुरक्षा गार्ड पर्याप्त हैं और क्या वे अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं? इन सवालों के जवाब तलाशने की जरूरत है।
छेड़छाड़ के मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि आरोपी को सजा मिले और दूसरों को सबक मिले। हमें समाज में एक ऐसा माहौल बनाना होगा जहां महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। इसके लिए पुरुषों को भी महिलाओं के प्रति सम्मान करना सीखना होगा।
अगर मेट्रो स्टेशन या मेट्रो में यात्रा करते समय किसी मनचले से छेड़खानी का सामना करना पड़े, तो घबराएं नहीं और इन उपायों को तुरंत अपनाएं।
सबसे पहले आवाज उठाएं
तुरंत जोर से आवाज लगाएं और लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करें। इससे अन्य यात्री और सुरक्षा गार्ड सतर्क हो जाएंगे, और मनचले को पकड़ा जा सकेगा।
सुरक्षा गार्ड से संपर्क करें
मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में सुरक्षा गार्ड मौजूद होते हैं। उन्हें तुरंत सूचित करें और स्थिति की जानकारी दें। वे कार्रवाई करेंगे।
महिला हेल्पलाइन नंबर
अगर आपको कोई समस्या महसूस होती है, तो तुरंत महिला हेल्पलाइन नंबर (जैसे कि 1091) पर कॉल करें। यह नंबर आपकी सहायता के लिए ही है।
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सीसीटीवी कैमरा चेक करें
मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं। अगर संभव हो, तो घटना की जानकारी स्टेशन पर मौजूद स्टाफ को दें, ताकि वे सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान कर सकें।
सुरक्षित स्थान पर जाएं
अगर स्थिति अधिक तनाव भरा हो जाए, तो तुरंत मेट्रो के सबसे भीड़भाड़ वाले हिस्से में जाएं या अगले स्टेशन पर उतर जाएं और वहां से सुरक्षा कर्मियों से संपर्क करें।
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घटना की रिपोर्ट करें
घटना के बाद, इसे मेट्रो पुलिस या स्थानीय पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें। रिपोर्ट दर्ज कराने से आपको और दूसरों को भविष्य में सुरक्षा मिल सकती है।
Self Defense के तरीके
Self Defense के कुछ बुनियादी तरीकों को सीखना भी लाभदायक हो सकता है, जिससे आप आपातकालीन स्थिति में खुद को बचा सकें।
मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों की सुरक्षा के लिए, सीआईएसएफ के 3,500 जवान तैनात रहते हैं। इसके अलावा, 5,200 से ज़्यादा कैमरों से भी नजर रखी जाती है। अंडरग्राउंड स्टेशनों पर 45 से 50 कैमरे और एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों पर 16 से 20 कैमरे लगाए गए हैं। ट्रेनों में भी कैमरे लगे हैं। सीआईएसएफ के जवान लगातार इन कैमरों के फुटेज पर नजर रखते हैं और किसी भी तरह की संदिग्ध स्थिति में तुरंत हरकत में आते हैं।
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Image Credit: Freepik
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