इस रात सभी मुस्लिम अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं, अपने बड़ों को याद करते हैं और घरों में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। खासतौर पर मीठे पकवान बनाकर गरीबों और जरूरतमंदों में बांटने की परंपरा है, जिससे इस मुबारक रात का असली संदेश दिया जाता है, खुशियां बांटना और दूसरों के लिए दुआ करना।
हलवा इस मौके का सबसे प्रमुख व्यंजन माना जाता है। पारंपरिक रूप से सूजी का हलवा, चने की दाल का हलवा और गाजर का हलवा शब-ए-बारात पर बनाया जाता है। ये हलवे स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहतमंद भी होते हैं और इन्हें बनाने में ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती। लेकिन सही तरीके से बनाया जाए तो इसका स्वाद कई गुना बढ़ सकता है।
अगर आप इस खास रात पर एकदम परफेक्ट हलवा बनाना चाहते हैं, तो कुछ जरूरी टिप्स का ध्यान रखना जरूरी है।
हलवा इस मौके का सबसे खास व्यंजन माना जाता है। पारंपरिक रूप से सूजी का हलवा, चने की दाल का हलवा और गाजर का हलवा शब-ए-बारात पर बनाया जाता है। ये हलवे स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहतमंद भी होते हैं और इन्हें बनाने में ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती।
इसे जरूर पढ़ें- घर पर ही कई वैरायटी में बना सकती हैं स्वादिष्ट हलवा, जानें रेसिपीज
लेकिन सही तरीके से बनाया जाए तो इसका स्वाद कई गुना बढ़ सकता है। अगर आप इस खास रात पर एकदम परफेक्ट हलवा बनाना चाहते हैं, तो यकीनन कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
इस रात कतली वाला हलवा बनाना पसंद करते हैं। अगर आप भी इसका हलवा बनाना चाहते हैं, तो घी ज्यादा इस्तेमाल करना होगा। इससे हलवा की कतली अच्छी तरह से जमेगी और स्वाद भी अच्छा आएगा। अगर आप सूजी का हलवा बना रहे हैं, तो ज्यादा घी इस्तेमाल करें।
अगर घी कम होगा, तो हलवा सूखा और सख्त लग सकता है। वहीं, अगर घी ज्यादा होगा, तो हलवा बहुत चिकना और भारी महसूस होगा। हलवे में घी तब तक डालें जब तक वह अच्छी तरह से भुनकर खुशबू न छोड़ने लगे।
यह बहुत कम लोग जानते हैं कि हलवा बनाते वक्त हल्की आंच रखनी जरूरी है। अगर आप हल्की आंच नहीं रखेंगे, तो यह जल जाएगा और स्वाद बेकार हो जाएगा। अगर दाल का हलवा बना रहे हैं, तो पहले इसे उबालकर दरदरा पीस लें। इसके बाद हल्की आंच पर पकाएं, ताकि दाल अच्छी तरह से पक जाए।
गीला या कतली वाला हलवा बनाने के लिए सही वक्त पर चीनी डालना जरूरी है। अगर आप सही समय पर चीनी डालेंगे, तो हलवे का स्वाद और टेक्सचर दोनों बेहतरीन होंगे। लेकिन अगर जल्दी या देर से चीनी मिलाई जाए, तो हलवा या तो चिपचिपा हो सकता है या उसका असली स्वाद बिगड़ सकता है।
कतली बनाने के लिए चाशनी की सही गाढ़ापन बहुत मायने रखता है। अगर चाशनी पतली होगी, तो कतली जमाने में दिक्कत होगी और अगर बहुत ज्यादा गाढ़ी हो गई, तो कतली सख्त और चबाने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए परफेक्ट कतली के लिए एक तार की गाढ़ी चाशनी बनाना जरूरी होता है।
चाशनी को चम्मच से उठाकर टपकाएं, अगर यह धागे जैसी खिंचाव वाली लगे तो यह तैयार है। इसके अलावा, उंगलियों के बीच हल्का-सा चिपका कर देखें, अगर एक पतला तार बनता है, तो चाशनी परफेक्ट है।
हलवा बनाना तो आसान होता है, लेकिन कई बार यह सही तरह से जम नहीं पाता। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है, तो आपको चीनी की मात्रा बढ़ानी होगी। वरना आप मिश्रण ठंडा करने के बाद ट्रे में डाल रहे हैं। साथ ही, मिश्रण को डालने से पहले ढेर सारा घी लगा लें।
इसे जरूर पढ़ें- 5 टेस्टी और आसान हलवे की रेसिपी सीखें और इस वीकएंड करें ट्राई
इन टिप्स की मदद से तैयार करें शब-ए-बारात का हलवा। अगर आपको कोई और दुआ पूछनी है, तो हमें नीचे कमेंट करके बताएं। अगर आपको इसके बारे में पता है, तो हमारे साथ जरूर साझा करें। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- (@Freepik and shutterstock)
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।