लोग अपने जीवन में इसलिए अपनाते हैं सरोगेसी

आज के टाइम में जो कपल नेचुरल तरीके से पेरेंट नहीं बन पाते, सरोगेसी उनके लिए बच्चा पाने का एक मेडिकल ऑप्शन है।

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जो दंपति प्राकृतिक रूप से माता-पिता नहीं बन पाते, उनके लिए सरोगेसी एक वरदान की तरह है। समान लिंग वाले जोड़े, ज़्यादा उम्र वाले कपल या जो लोग शादी नहीं करते, उनके लिए इस ऑप्शन से औलाद का सुख पाना संभव हो गया है। हमारे देश में भी करण जौहर,शिल्पा शेट्टी कुंद्रा और तुषार कपूर जैसे कई सेलेब्रिटी सेरोगेसी के जरिए पेरेंट बनने की खुशी पा चुके हैं। आज के समय में इस ऑप्शन के जरिए कोई भी इंसान अपने परिवार का सपना पूरा कर सकता है। आज हम आपको उन विशेष परिस्थितियों के बारे में बताएंगे, जिनमें लोग सरोगेसी को अपनाते हैं।

ख़राब स्वास्थ्य और दवाइयों के सेवन के कारण

कुछ महिलाओं की फिज़िकल कंडीशन की वजह से उनको कन्सीव करने में दिक्कत आती है, तो कुछ महिलाओं के लिए कंसीव करना जान पर खेलने के बराबर होता है। कभी कुछ बीमारियों के चलते महिलाओं को लम्बे समय तक दवाई खानी पड़ती है और इन दवाइयों के साइड-इफ़ेक्ट से महिलाओं में फर्टिलिटी कम हो जाती है और उनको मां बनने में दिक्कत आती है।

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इन्फर्टिलिटी

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कभी-कभी कुछ दंपति बहुत प्रयास के बाद भी माता-पिता नहीं बन पाते और डॉक्टर सब तरह की जांच पड़ताल के बाद खुद ही दंपति को सेरोगेसी का सुझाव देते हैं और माता-पिता डॉक्टरों की सलाह पर संतान की आशा में इसी विधि से अपने सपने को पूरा कर संतान का सुख भोगते हैं।

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समलैंगिक और सिंगल पेरेंट होने की स्थिति

कुछ समलैंगिक जोड़े या ऐसे लोग जो शादी नहीं करते, लेकिन संतान का सुख चाहते हैं, उनके लिए सेरोगेसीबच्चा पाने का सबसे सही तरीका है। वो इस विधि को अपनाकर बिना शादी किये ही अपने परिवार को पूरा कर सकते हैं।हालांकि विदेशों में सेरोगेसी सामान्य है, लेकिन भारत सरकार ने देश में कमर्शियल सेरोगेसी रोकने के लिए कड़े प्रावधान किये हुए हैं, जिससे समलैंगिकों और सिंगल पेरेंट्स के लिए इसका चुनाव थोड़ा कठिन हो गया है।

खराब मेडिकल हिस्ट्री

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अगर किसी महिला को पहले प्रेग्नेंसी में परेशानी हो चुकी हो या बार-बार मिसकैरिज हो जाता हो तो सेरोगेसी के जरिये वह एक स्वस्थ्य बच्चे की मां बन सकती है। प्रेग्नेंसी की कोई आशा न दिखने पर डॉक्टर खुद ही एक कपल को इसका सुझाव देते हैं या फिर किसी महिला की मेडिकल हिस्ट्री खराब होने पर भी वह इस विधि को चुन सकती है।

यूट्रेस की कमी

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बीमारियों के चलते भी कई बार महिलाओं को यूट्रेस निकलवाना पड़ता है, जिसके बाद प्रेग्नेंसी की सभी संभावनाएं खत्म हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में मां बनने के लिए सरोगेसी एक अच्छा उपाय है, जिसके जरिये हर महिला अपने मां बनने के सपने को पूरा कर पाती है और अपने जीवन में सभी खुशियों का भरपूर आनंद उठाती है।

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