थायराइड आज के दौर में एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन गई है। जब शरीर में थायराइड असंतुलित हो जाता है तो यह समस्या पैदा होती है। आपको बता दें कि थायराइड हमारे शरीर में एक जरूरी ग्रंथि है जो मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा उत्पादन और हार्मोनल संतुलन को नियंत्रित करने के लिए जान जाती है। थायराइड रोग जब होता है जब यह ग्रंथि ज्यादा या कम हार्मोन का उत्पादन करती है। अगर आप चाहते हैं कि आपको थायराइड की समस्या ना हो तो इन बातों को आपको जरूर जाना चाहिए। इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट लवनीत बत्रा ने जानकारी साझा की है।
थायराइड रोग से जुड़ी ये बातें जरूर जानें
थायराइड ग्रंथि ठीक प्रकार से कम करें, इसके लिए आयोडीन जिम्मेदार होता है। आयोडीन की कमी से थायराइड कम सक्रिय हो सकता है, जबकि अगर इसकी मात्रा शरीर में ज्यादा हो जाए तो थायराइड अधिक सक्रिय हो सकता है इसलिए आयोडीन को एकदम पर्याप्त मात्रा में लेना चाहिए ना ज्यादा ना काम वरना इससे थायराइड का रोग हो सकता है।
आपको बता दें कि महिलाओं में थायराइड रोग का खतरा पुरुषों के मुकाबले में अधिक होता है। यह समस्या महिलाओं में हार्मोनल बदलाव जैसे मेनोपॉज,तनाव गर्भावस्था के कारण हो जाती है। एक्सपर्ट बताती है कि महिलाओं में थायराइड रोग का खतरा पुरुषों के मुकाबले 8 गुणा ज्यादा होता है, यही वजह है महिलाओं को नियमित रूप पर जांच करवानी चाहिए और सही जीवन शैली फॉलो करना चाहिए।
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थायराइड का असर शरीर के वजन, डाइजेशन, बाल, नाखूनों और शरीर के तापमान पर भी पड़ता है। थायराइड असंतुलित होता है तो शरीर में ऊर्जा की कमी वजन बढ़ने या घटने जैसी समस्याएं पैदा होती है।
सिर्फ आयोडीन ही नहीं सेलेनियम भी थायराइड के लिए जिम्मेदार होता है। यह एक बेहद महत्वपूर्ण खनिज है, यह आयोडीन की कमी को और बढ़ा सकता है।
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