'शीतली प्राणायाम' के नाम से ही इसका अर्थ समझ आने लगता है। शीतल का अर्थ ठंडक पहुंचाना होता है। जब इसके साथ प्राणायाम शब्द जुड़ जाता है तो इसका अर्थ ठंडक पहुंचाने वाला प्राणायाम हो जाता है। गर्मियों के मौसम में तेज धूप के कारण शरीर का तापमान भी बढ़ने लगता है। ऐसे में ज्यादातर लोग शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए लिक्वेड चीजों का ज्यादा सेवन करने लगते हैं। देखा जाए तो यह सही भी है मगर, शरीर के तापमान को कम करने के लिए आप शीतली प्राणायम का भी अभ्यास कर सकते हैं। 21 जून को International Yoga Day है।आप इस दिन से इस योगासन का अभ्यायस शुरू कर सकती हैं।दूसरे प्राणायम की तरह ही शीतली प्राणायम के कई लाभ हैं। मगर इसका सबसे प्रमुख लाभ शरीर को ठंडक पहुंचाना है। सेलिब्रिटी योगा ट्रेनर पायल गिडवानी ने भी शीतली प्राणायाम के कई लाभ बताए हैं। अपने इंस्टाग्राम पेज पर पायल गिडवानी ने इस प्राणायाम के बारे में लिखा है, 'योगा के द्वारा भी आप शरीर को ठंडा रख सकते हैं। शीतली प्राणायाम इसका एक अच्छा उदाहरण है। खासतौर पर लू से बचने के लिए इस प्राणायाम को किया जा सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस प्राणायाम को आप बहुत कम समय में कर सकते हैं।'
पायल गिडवानी आगे लिखती हैं, 'यह आपके दिमाग को शांत करता है और स्ट्रेस बस्टर की तरह काम करता है।' पायल ने शीतली प्राणायाम के और भी कई लाभ बताए हैं।
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शीतली प्राणायाम के लाभ
फेमस सेलिब्रिटी ट्रेनर पायल गिडवानी के अनुसार शीतली प्राणायाम के 5 बड़े लाभ होते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है
शीतली प्राणायाम न केवल शरीर को ठंडक पहुंचाता है बल्कि जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है उनके लिए भी बहुत फायदेमंद है। इस प्राणायाम से आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।आपको इस प्राणायाम को रोज दिन में कई बार करना चाहिए।
खून साफ होता है
शरीर को तरोताजा करने वाला यह प्राणायाम खून की अशुद्धियों को भी दूर करता है। इसके साथ ही यदि इसका दिन में कई बार अभ्यास किया जाए, तो शरीर के गर्मी के साथ ही आप तनाव (ये 5 योगा तनाव करते हैं दूर) और क्रोध को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
इनडाइजेशन और हाइपर एसिडिटी में फायदेमंद
अगर आपको खाना पचाने में दिक्कत होती है या फिर एसिडिटी और कब्ज की समस्या है तो आपको यह प्राणायाम जरूर करना चाहिए क्योंकि यह इन समस्याओं को दूर करता है।
समय से पहले बालों का सफेद होना और झड़ना
त्वचा में रौनक और आंखों में चमक लाने के साथ ही इस प्राणायाम से आपके बालों का झड़ना कम होता है और समय से पहले वह सफेद भी नहीं होते हैं।
नींद न आने की समस्या में लाभदायक
अगर आपको नींद न आने की शिकायत रहती हैं तो आपको शीतली प्राणायाम रोज करना चाहिए। इससे आपकी यह शिकायत दूर होगी, साथ ही याददाश्त भी बढ़ेगी।
शीतली प्राणायाम करने का तरीका
इसे करना बेहद आसान है। इस प्राणायाम को करने के लिए सबसे पहले एक आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। आंखें बंद करें और जीभ को मुंह से बाहर निकालें। जीभ को एक 'स्ट्रॉ' के शेप में गोल मोड़ लें। इसके बाद कोशिश करें कि मुंह से सांस लें और सांस जीभ के अंदर से होते हुए फेफड़ों तक पहुंचे। जब आप सांस को अंदर की ओर लेंगे तो ऐसा करते वक्त जो ध्वनि निकलेगी उससे आपको महसूस होगा जैसे आप स्ट्रॉ से कुछ अंदर की ओर खींच रहे हैं। जब आप ऐसा करेंगे तो आपको मुंह, गले और सीने में ठंडक का अहसास होगा। इस प्राणायाम को आप दिन में कई बार कर सकती हैं।
अगर आपको सांस या फेफड़ों से जुड़ी बीमारी है तो इस तरह के प्राणायाम करने से पहले किसी योगा ट्रेनर की सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़े टिप्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें HerZindagi से।
Image Credit: Freepik
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