हमारे देश की महिलाऐं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ती जा रही हैं। लेकिन महिलाओं की उन्नति के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है महिलाओं का उचित शिक्षा प्राप्त करना। वास्तविकता है कि महिलाओं को तभी आगे बढ़ाया जा सकता है जब उन्हें सही शिक्षा दी जाएगी। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनकी शुरुआती शिक्षा भी बहुत जरूरी है।
इसलिए CBSC ने हाल ही में सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम चलाई है। इस छात्रवृत्ति का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा की ओर बढ़ावा देना है। मुख्य रूप से लड़कियों के लिए सरकार कई शिक्षा योजनाएं शुरू कर रही है। उनमें से एक योजना है CBSE की सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप योजना। ये मुख्यतयः उन लड़कियों के लिए है जो गरीबी की वजह से 10 वीं के बाद की पढ़ाई कर पाने में असमर्थ हैं। आइए जानें इस योजना से जुड़ी डिटेल्स।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड समय-समय पर अनेक प्रकार की और अनेक वर्गों के लिए छात्रवृति योजना शुरु करता है। इनमें से सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप का लाभ परिवार की केवल लड़कियां ही ले सकती हैं। इस योजना का लाभ कक्षा 10 में पढ़ाई करने वाली ऐसी मेधावी छात्राएं उठा सकती हैं जो आगे की पढ़ाई धन की कमी की वजह से करने में असमर्थ हैं। मेधावी छात्रवृत्ति के लिए पात्र कक्षा 11 और 12 वीं में की छात्राएं अपनी पढ़ाई को जारी रख सकती हैं। इसलिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि CBSC की इस स्कीम में हर वो लड़की जो अपने घर की सिंगल गर्ल चाइल्ड है वो निःशुल्क अपनी आगे की पढाई जारी रख सकती है। चूंकि यह योजना सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए है इसलिए इसका नाम सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप रखा गया है।
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भारत में लिटरेसी रेट यानी साक्षरता के मामले में पुरुष और महिलाओं में काफ़ी अंतर है। जहां पढ़े लिखे पुरुषों का प्रतिशत 82.14 है वहीं महिलाओं में इसका प्रतिशत केवल 65.46 है। महिलाओं में कम साक्षरता का कारण परिवार और जानकारी कमी है। हालांकि भारत मे साक्षरता का स्तर पहले की अपेक्षा काफी बेहतर हुआ है। लेकिन अभी इसमें और ज्यादा सुधार की संभावना अनुमानित है। इसी वजह से मुख्य रूप से लड़कियों के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं। हमारे देश की लगभग आधी आबादी महिलाओं की है लेकिन कम फीमेल लिटरेसी रेट की वजह से हमारे देश की महिलाएं चाहकर भी, देश के विकास में अपना योगदान नहीं दे सकती हैं। इसी स्थिति को बदलने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि CBSC ने खासतौर से लड़कियों की एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम का शुभारंभ किया है। ताकि किसी भी योग्य सिंगल गर्ल चाइल्ड को अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से पढ़ाई न छोड़नी पड़े।
भारत में हर वर्ष 15 से 8 वर्ष की आयु तक कई गरीब लड़कियों को पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। इसका सबसे बड़ा कारण घर की खराब आर्थिक स्थिति ही होता है। CBSE ने भी हाल ही में सिंगल गर्ल चाइल्ड स्टूडेंट्स के लिए एक विशेष स्कॉलरशिप स्कीम शुरू की है। इस स्कीम का मूल उद्देश्य उन लड़कियों की एजुकेशन को बढ़ावा देना ही है जिनके माता-पिता आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और बेटियों को 10 वीं के बाद स्कूल भेजने में असमर्थ हैं। इस सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम के तहत प्रत्येक एलिजिबल गर्ल स्टूडेंट को अधिकतम 2 वर्षों की अवधि के लिए 500/- रुपये प्रति माह प्रदान किये जाएंगे। . योग्य सिंगल गर्ल स्टूडेंट्स को यह स्कॉलरशिप भुगतान उनके बैंक खाते में ECS/ NEFT के माध्यम से किया जायेगा।
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इन सभी बातों का ध्यान रखकर और सारे डाक्यूमेंट्स को ठीक से व्यवस्थित करके सिंगल गर्ल चाइल्ड CBSC की ऑफिशियल वेबसाइट nic.in पर इसके बारे में अन्य जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
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