Famous Shiv Temple In Rajasthan: भारत मंदिरों का घर है। देश के लगभग हर राज्य में ऐसे कई शिव मंदिर मौजूद हैं, जिन्हें दुखों का निवारण स्थान माना जाता है।
राजस्थान में भी एक ऐसा शिव मंदिर है, जिसे दुखों की मुक्ति का केंद्र माना जाता है। इस मंदिर का इतिहास करीब 1 हजार साल प्राचीन बताया जाता है और यहां हर दिन हजारों लोग अपनी-अपनी परेशानियों को लेकर पहुंचते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान के डूंगरपुर में मौजूद देव सोमनाथ मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सावन में जाना बेहद ही शुभ समय माना जाता है।
देव सोमनाथ मंदिर का इतिहास करीब 1000 हजार साल पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि इस भव्य मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में राजा अमृतपाल देव ने करवाया था।
देव सोमनाथ मंदिर के बारे में यह कहा जाता है कि समय-समय कई आक्रमणकारियों ने इस मंदिर पर हमला किया, लेकिन फिर भी उनसे इस मंदिर का नहीं मिट सका। आज यह मंदिर करोड़ों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है।
देव सोमनाथ मंदिर की खासियत के साथ-साथ इस मंदिर वास्तुकला भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। 1 हजार साल पुराने इस मंदिर का निर्माण करीब 108 खंभों का किया गया है। (राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर)
सोम नदी के किनारे स्थित देव सोमनाथ मंदिर का निर्माण सफेद पत्थर से किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में एक ऊंचा गुंबद है। मंदिर के चारों साइड में खुला मैदान है, जहां भक्त लाइन लगाकर खड़े रहते हैं।
देव सोमनाथ मंदिर की खासियत ही भक्तों को यहां आने पर मजबूर कर देती है। इस पवित्र मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां जो भी सच्चे मन से अपनी परेशानियों को लेकर आता है, वो खुशी-खुशी घर जाता है।
महाशिवरात्रि के दिन यहां भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। सावन के महीने यहां देश के हर कोने से भक्त गंगा जल अर्पण करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर को दुखों का निवारण स्थल भी माना जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देव सोमनाथ मंदिर भक्तों के लिए प्रतिदिन सुबह लगभग 6.00 बजे से रात 9.00 बजे तक खुला रहता है। हालांकि, महाशिवरात्रि और सावन के महीने में यहां अधिक भीड़ होने के चलते समय में बदलाव भी हो जाता है।
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देव सोमनाथ मंदिर पहुंचना बहुत ही आसान है। अगर आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं, तो सबसे पास में महाराणा प्रताप हवाई अड्डा, उदयपुर में मौजूद है, जो करीब 120 किमी दूर है। (मुंबई के पास में स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर)
अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं, तो देश के किसी भी हिस्से में उदयपुर पहुंचकर डूंगरपुर के लिए लोकल ट्रेन पकड़ सकते हैं। आपको बता दें कि डूंगरपुर देश के बड़े-बड़े शहरों से ट्रेन द्वारा नहीं जुड़ा हुआ है, इसलिए आपको उदयपुर पहुंचना होगा।
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