Shiva Temples Near Mumbai: भगवान शिव जिन्हें महाकाल, जटाधारी, शिव शम्भू और आदिदेव आदि कई नामों से जाना जाता है। अन्य दिनों के मुकाबले महाशिवरात्रि और सावन के महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ जाती हैं।
हिन्दू मान्यता के अनुसार इस बार सावन का महीना शिव भक्तों के लिए खास माना जा रहा है, क्योंकि इस साल सावन का महीना सोमवार यानी शिव के दिन से आरंभ हो रहा है।
सावन का महीना महाकाल यानी भगवान शिव को पूर्व रूप में समर्पित माना जाता है। ऐसे में यह माना जाता है कि इस महीने में जो भी सच्चे मन से भगवान शिव के दरबार में पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको माया नगरी यानी मुंबई के आसपास में स्थित कुछ ऐसे शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सावन के महीने में दर्शन करना काफी शुभ माना जाता है।
त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple)
मुंबई के आसपास में स्थित सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध शिव मंदिर का जिक्र होता है, तो कई लोग सबसे पहले त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर का ही नाम लेते हैं। यह पवित्र मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
त्र्यम्बकेश्वर के बारे में बोला जाता है कि यह एक ऐसा मंदिर है, जहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही विराजित हैं। इसलिए भक्तों के लिए यह मंदिर बेहद खास माना जाता है। शिवरात्रि, महाशिवरात्रि के अलावा सावन के महीने में भी यहां भक्तों की भीड़ उमड़ जाती हैं। कहा जाता है कि जो भी यहां सच्चे मन से पहुंचता है, उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
- दूरी- मुंबई से त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर की दूरी करीब 178 किमी है।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Bhimashankar Jyotirlinga Temple)
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर सिर्फ मुंबई या महाराष्ट्र वालों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत वर्ष के शिव भक्तों के लिए बेहद खास माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिसे छठा स्थान हासिल है।
भीमाशंकर मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह खुद भगवान शिव विराजमान है। इस मंदिर के मंदिर के बारे में एक अन्य कहावत कहा जाता है कि यहां सूर्योदय के बाद पूजा-पाठ करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। सावन के महीने में यहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं।
- दूरी- मुंबई से भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर की दूरी करीब 198 किमी है।
अंबरनाथ शिव मंदिर (Ambarnath Shiva Mandir)
अंबरनाथ शिव मंदिर एक छोटा, लेकिन बेहद ही पवित्र और प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर के बारे में बोला जाता है कि इस निर्माण जीर्णोद्धार 11वीं सदी में चंदेल वंश के राजा अंगदेव ने करवाया था।
अंबरनाथ शिव मंदिर के बारे में लोगों का मानना है कि पांडवों ने एक ही रात में इस मंदिर का निर्माण कर दिया था। शिवरात्रि, महाशिवरात्रि के अलावा सावन के महीने में भी यहां भक्तों की भीड़ उमड़ जाती हैं। महाशिवरात्रि के समय मंदिर के आसपास मेला भी लगता है।
- दूरी- मुंबई मुख्य शहर से अंबरनाथ शिव मंदिर की दूरी करीब 50 किमी है।
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महाबलेश्वर मंदिर (Mahabaleshwar Shiva temple)
वैसे तो महाराष्ट्र का महाबलेश्वर खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां मौजूद महाबलेश्वर मंदिर इस हिल स्टेशन की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करता है।
महाबलेश्वर मंदिर धार्मिक महत्व बेहद ही खास है, क्योंकि यह दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां रुद्राक्ष के रूप में लिंग स्थापित है। इसलिए इस मंदिर का महत्व 12 ज्योतिर्लिंगों से भी अधिक माना जाता है। कहा जाता है कि यहां जो भी सच्चे मन से दर्शन करने पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
- दूरी- मुंबई से महाबलेश्वर मंदिर की दूरी करीब 230 किमी है।
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