भारत विशाल आबादी वाले सबसे बड़े देशों में से एक है, जहां सैकड़ों उल्लेखनीय पुल हैं जो आधुनिक तकनीक के साथ निर्मित हैं। यूं तो एक पुल धातु या कंक्रीट से बना एक ढांचा है जो एक छोर को दूसरे सिरे से जोड़ता है। लेकिन भारत में ऐसे कई पुल मौजूद हैं, जो महज परिवहन को ही आसान नहीं बनाते और रास्तों को ही आपस में नहीं जोड़ते, बल्कि इनकी पुलों की तकनीकी क्षमता और आर्किटेक्चरल स्ट्रक्चर भी उतना ही लाजवाब है। आज यह पुल सिर्फ रास्तों को जोड़ने का साधन मात्र ही नहीं है, बल्कि इनकी खूबसूरती को देखने के लिए भी लोग यहां पर आते हैं। वर्तमान समय में, भारत में कई पुल हैं। जिनका निर्माण उन जगहों पर किया गया है जहां यह असंभव लगता था, नदियों, ऊंचाई वाले क्षेत्रों और यहां तक कि पहाड़ों पर भी कुछ बेहतरीन पुलों का निर्माण किया जा चुका है। इन पुलों में से कुछ बेहद शानदार हैं। तो चलिए आज हम आपको भारत के इन खूबसूरत पुलों के बारे में बताते हैं-
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कोरोनेशन ब्रिज
यह पुल पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में स्थित हरी चोटियों के बीच मौजूद है। यह ब्रिज तीस्ता नदी के पार बनाया गया है। यह सबसे पुराना पुल है जो 1941 में 4 लाख की लागत से खोला गया था। कोरोनेशन ब्रिज को स्थानीय लोग बहगुल कहकर भी बुलाते हैं, जिसका अर्थ है टाइगर ब्रिज क्योंकि पुल के एक प्रवेश द्वार पर दो शेर की मूर्तियां हैं। यह ब्रिज यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। अगर आप भी वहां जाएं तो कोरोनेशन ब्रिज की खूबसूरती को देखना न भूलें।
विद्यासागर सेतु
विद्यासागर सेतु कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने वाली हुगली नदी पर एक केबल-स्टे टोलब्रिज है, जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। 19वीं शताब्दी में बंगाली समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर बना यह पुल एशिया के सबसे लंबे पुलों में से एक है। इस पुल का निर्माण 1978 में शुरू हुआ और 1992 में पूरा हुआ। अंततः इसे अक्टूबर 1992 में चालू किया गया और उसके बाद सार्वजनिक रूप से खोला गया। पुल की लंबाई 457 मीटर से अधिक है और यह लगभग 35 मीटर चौड़ा है। इस सेतु के दोनों ओर ही नदी पर दो अन्य बड़े सेतु भी हैं। इस पुल पर प्रतिदिन 85,000 से अधिक वाहन आते-जाते है। यह सेतु वास्तव में एक टोल ब्रिज है, लेकिन साइकिलों के लिए निःशुल्क है। आप रात के समय इस ब्रिज की खूबसूरती को देखकर यकीनन दंग रह जाएंगी।
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वेम्बनाड रेल ब्रिज
वेम्बनाड रेल पुल केरल का सबसे सुंदर पुल है जो कोच्चि में अडापल्ली और वल्लारपदम को जोड़ता है। यह 4.62 किमी की लंबाई के साथ भारत में सबसे लंबे रेलवे पुल में से एक माना जाता है। पुल का निर्माण जून 2007 को शुरू हुआ और 31 मार्च 2010 को पूरा हुआ। रेल पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड, चेन्नई पीआईयू, ए गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एंटरप्राइज द्वारा किया गया। इस पुल से हर दिन 15 ट्रेन गुजरती है। वेम्बनाड ब्रिज वेम्बनाड झील के बैकवाटर पर बना है और 3 छोटे द्वीपों से होकर गुजरता है। वेम्बनाड झील भारत की सबसे लंबी झील है और केरल की सबसे बड़ी झील है और इसे सबसे बड़ी भारतीय झीलों में से एक के रूप में भी जाना जाता है। आदापल्ली से वल्लारपदम का लिंक आदापल्ली से शुरू होता है और 3 किमी तक मौजूदा ट्रैक के समानांतर चलता है, जब तक कि वह वडूथला तक नहीं पहुंच जाता। रेल लाइन फिर वेम्बनाड झील, इल्लिकारा और मुलुवाकाडु द्वीप समूह सहित 3 छोटे द्वीपों के माध्यम से वेम्बनाड पुल से गुजरती है, जो वल्लारपदम तक पहुंचती हैं।
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