बाघों की दहाड़ देखती है तो देश के इन प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व्स में जरूर आइए

अगर बाघों को प्राकृतिक वातावरण में देखना आपको आकर्षित करता है तो आप देश के कुछ प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व्स में घूमने जा सकती हैं। छुट्टियां मजेदार तरीके से बिताने के लिए भी यह आइडिया अच्छा है।

Saudamini Pandey

बेहद ताकतवर और फुर्तीले बाघ को जब आप अपने नेचुरल स्पेस में देखती हैं तो आप एक्साइटेड हो जाती हैं। भारत पूरे विश्व में अकेला ऐसा देश है, जो 70 फीसदी बाघों को सुरक्षा देता है। ऐसे में देश में बाघों को उनके प्राकृतिक वातावरण में देखने के लिए आपके पास कई अच्छे विकल्प हैं। आइए जानें टॉप 5 टाइगर रिजर्व्स के बारे में

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क 

उत्तराखंड स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत का पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। यह पार्क 1936 में बनाया गया था, जिसका श्रेय, जिम कॉर्बेट नाम के एक ब्रिटिश नेचर लवर को जाता है। बंगाल टाइगर को देखने के लिए यह जगह सबसे अच्छी है। 

बांदीपुर टाइगर रिजर्व

बांदीपुर टाइगर रिजर्व मैसूर से लगभग 80 किमी दूर कर्नाटक के चामराज जिले में स्थित है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान को प्रोजेक्ट टाइगर 1974 के तहत एक टाइगर रिजर्व के रूप में स्थापित किया गया है। 

कान्हा टाइगर रिजर्व

मध्यप्रदेश में स्थित कान्हा भारत के चुनिंदा टाइगर रिजर्व में से एक है। खासकर सैलानी यहां बाघों को देखने के लिए आते हैं। बाघों को करीब से देखने के लिए यहां हाथी की सवारी की खास सुविधा उपलब्ध है। मॉनसून के दौरान इस टाइगर रिजर्व को बंद कर दिया जाता है। 

बांधवगढ़ नेशनल पार्क

बांधवगढ़ मध्यप्रदेश का प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे टाइगर्स का गढ़ कहा जाता है। बंगाल टाइगर्स की संख्या के मामले में बांधवगढ़ विश्व में पहला स्थान रखता है। इस उद्यान को 1968 में बसाया गया था। यह राज्य का एकमात्र ऐसा उद्यान है, जो 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ है। 

टाड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व

टाड़ोबा नेशनल पार्क महाराष्ट्र के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है। 1995 में इस टाइगर रिजर्व को बनाया गया है। यह महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित है। नवंबर से जून तक का महीना यहां आने के लिए सबसे सही माना जाता है। 

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Producer: Rekha Yadav

Editor: Atul Tripathi