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History of Kala Namak Rice

काला नमक चावल है बेहद खास, मिल चुका है GI Tag

भारत में चावल की खपत बहुत होती है, तभी तो यहां चावल की कई किस्में उगाई जाती है। आज हम इसी क्रम में आपको काला नमक चावल के बारे में बताएंगे। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-09-05, 10:22 IST

आज के समय में लोग जैविक खेती पर ज्यादा जोर दे रहे हैं, मार्केट में फर्टिलाइजर बेस्ड चीजों से ज्यादा ऑर्गेनिक फूड की डिमांड बढ़ रही है। इसी में से एक है काला नमक चावल, यह एक पौष्टिक अनाज है, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है और कई बीमारियों के लिए लाभकारी है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीते कुछ समय से इस काला नमक चावल के बारे में बहुत चर्चा हो रही है। काला नमक चावल का इतिहास काफी पुराना है, इतिहासकारों का मानना है कि यह 600 ईसा पूर्व या बुद्ध काल से है। प्राचीन काल में यह चावल उत्तर प्रदेश और नेपाल तराई क्षेत्रों में उगाया जाता था। इस चावल की खुशबू और स्वाद इसे सभी में खास बनाती है। यह चावल जब किसी के घर में पकता था, तब पूरे मोहल्ले में इसकी खुशबू फैल जाती थी।

काला नमक चावल के बारे में

Health Benefits of Kala Namak Rice

आज के समय में काला नमक चावल भगवान बुद्ध के महाप्रसाद के लिए प्रसिद्ध है। काले रंग की भूसा के कारण इस चावल को काला नमक चावल के नाम से जाना गया। इसके महत्व को देखते हुए यह कहा जाता है कि भगवान बुद्ध और इस चावल का खास संबंध है। कहा जाता है कि जब गौतम बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने के बाद बोध गया से अपनी राजधानी कपिल वस्तु जा रहे थे, तब उनके मार्ग में बजहा नामक स्थान पड़ा। बुद्ध वहां रुके और विश्राम कर जब वे लौट रहे थे, तब गांव वालों ने कहा कि प्रभु हमें आशीर्वाद दीजिए। तब बुद्ध ने लोगों को अपनी झोली से मुट्ठी भरकर धान निकालकर दिया और कहा कि इसे अपने खेतों में उगाएं और इस धान से जब आप चावल बनाएंगे, तो इसकी खुशबू आपको हमेशा हमारी याद दिलाएगी। तब से इस काला नमक चावल को भगवान बुद्ध के महा प्रसाद के रूप में जाना गया।

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काला नमक चावल को  कब मिला GI Tag

Nutritional Value of Kala Namak Rice

काला नमक चावल का GI Tagउत्तर प्रदेश के पास है। यूपी के तराई क्षेत्र में इस चावल का उत्पादन किया जाता है। साल 2013 में काला नमक चावल को GI Tag मिला है। इस चावल के परत का रंग काला होता है और इसे पकाने से इसमें से अनूठी सुगंध मिलती है। इस चावल को बुद्ध चावल के नाम से भी जाना जाता है और बद्ध महाप्रसाद के लिए भी इस काला नमक चावल का इस्तेमाल किया जाता है।

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Image Credit: Freepik

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