भारत की इन मिठाइयों को मिला GI Tag, कुछ का नाम भी नहीं है मशहूर

भारतीय मिठाई यहां ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। पेड़ा से लेकर रसगुल्ला और बर्फी तक यहां कई तरह की मिठाई बनाई जाती है।

 
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साधारण दिन हो या खास अवसर घरों में मिठाई के बिना भोजन अधूरा है। माताएं घर में कई तरह की मिठाई बनाने के अलावा बाजार से भी तरह-तरह की मिठाई खरीदकर लाती हैं। मिठाई न सिर्फ हमारे भोजन को पूरा करती है, बल्कि हमारे सेहत के लिए भी फायदेमंद है। भारत में हजारों तरह की मिठाई बनाई जाती है। सभी राज्य, जिला और क्षेत्र की अपनी अलग-अलग परंपरा और क्षेत्रीय मिठाई है, जो केवल वहीं बनाई जाती है। भारत के सभी राज्यों में अलग-अलग तरह की मिठाई प्रसिद्ध है, जिसे अपने अनोखे स्वाद और खासियत के लिए सरकार की ओर से जी आई टैग भी मिला है। चलिए उन मिठाइयों के बारे में जान लेते हैं, जिसे जीआई टैग मिला है।

मिहिदाना

मिहिदाना बंगाल की प्रसिद्ध मिठाई है, जो कि दिखने में मोतीचुर की लड्डू की तरह ही दिखती है। इस मिठाई को 2017 में जीआई टैग मिला था। इस मिठाई को गोबिंदभोग, कामिनी भोग और बासमती चावल को पीसकर बनाया जाता है।

धारवाड़ पेड़ा

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धारवाड़ पेड़ा कर्नाटक की प्रसिद्ध मिठाई है, जो धारवाड़ी भैंस की दूध से बनाई जाती है। 19 वीं सदी की शुरुआत में जब यूपी के ठाकुर धारवाड़ में आकर बसे थे, तब उनकी पहली पीढ़ी हलवाई राम रतन सिंह ठाकुर ने वहां पेड़ा के उत्पादन और विपणन शुरू किया था।

रसगुल्ला

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रसगुल्ला की मीठी लड़ाई दो राज्यों के बीच छिड़ी हुई थी, उड़ीसा के लोगों का कहना था कि 12 वीं शताब्दी से जगन्नाथ पुरी में रसगुल्ला परोसा जा रहा है इसलिए रसगुल्ला उड़िशा की मिठाई है, वहीं बंगाल ने यह दावा किया की कोलकाता के नोबिन चंद्र दास रसगुल्ले के अविष्कार थे।

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कदलाई मिठाई

मूंगफली की चिक्की तो पूरे भारत में पसंद की जाती है, लेकिन मूंगफली से बनी अनोखी मिठाईका स्वाद लेना चाहते हैं, तो तमिलनाडु के कोविलपट्टी की कदलाई मिठाई जरूर ट्राई करें। इस मिठाई को अपने अनोखे स्वाद और खासियत के लिए अप्रैल 2021 में जीआई टैग मिला था।

सिलाव खाजा

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वैसे तो खाजा देश के कई राज्यों में बनाया जाता है, जिसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। साल 2018 में बिहार के प्रसिद्ध सिलाव खाजा को जीआई टैग मिला था।

सीताभोग

पश्चिम बंगाल की इस प्रसिद्ध मिठाई को बर्दवान के महाराजा ने ब्रिटिश आगंतुकों के लिए हलवाई से बनवाया था। इस मिठाई को बनाने के लिए छेना, चावल का आटा, चीनी और घी का इस्तेमाल किया जाता है। इस मिठाई को साल 2017 में जीआई टैग मिला था।

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मैसूर पाक

मैसूर पाक बेसन, घी और चीनी से तैयार एक स्वादिष्ट मिठाई है, जिसे पहली बार दक्षिण भारत के मैसूर में बनाया गया था। इस खास मिठाई को 2016 में जीआई टैग प्राप्त हुआ था।

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Image Credit: Freepik

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