भारत विविधता वाला देश है और विभिन्न संस्कृतियां इसकी खूबसूरती को बखूबी बयान करती हैं। इस देश के हर कोने में कई प्राकृतिक जगहें हैं जिन्हें घूमा जा सकता है। कई जगहों पर कुछ यूनिक ही चीजें देखने को मिलती हैं और कई जगहों के नियम, कायदे उसे खास बनाते हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर मैं कहना क्या चाह रही हूं। तो आपको बता दूं कि तमिलनाडु में एक शहर है ऊटी जो कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा पर बसा हुआ है, यह शहर बहुत खास है क्योंकि यह मुख्य रूप से नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में बसा हुआ एक हिल स्टेशन है, जो प्रकृतिक नजरिए से बहुत खूबसूरत है। वैसे तो इस शहर का आधिकारिक नाम उटकमंड है लेकिन पर्यटकों को बोलने में सुविधा हो इसलिए इसका नाम ऊटी रख दिया गया है।
इस शहर में ब्रिटिश संस्कृति और अंग्रेजी वास्तुकला का प्रभाव बखूबी देखा जा सकता है क्योंकि ब्रिटिश लोग यहां की जलवायु और प्राकृतिक सुंदरता से इतने प्रभावित हुए थे कि उन्होंने इस स्थान का नाम ऊटी “क्वीन ऑफ हिल स्टेशन” रख दिया था। तो चलिए इस लेख के जरिए जानते हैं ऊटी शहर से जुड़े और भी कुछ रोचक तथ्यों के बारे में...
क्या है खास
एक फेमस हिल स्टेशन होने के साथ- साथ यहां कई चाय के बागान भी हैं। इसके अलावा, यहां के घरों को लाल रंग की छत वाले बंगलों के नाम से भी जाना जाता है। प्राकृतिक हरियाली के लिए यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। इस शहर में आपको कई बोटैनिकल गार्डन भी देखने को मिलेंगे। जहां आपको पेड़-पौधे और फूलों की एक से एक वैरायटी देखने को मिलेगी। यहां की फेमस लेक की प्रकृति पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है. साथ ही, यहां दार्जिलिंग की तरह टॉय ट्रेन भी चलती हैं जिसे नीलगिरी माउंटेन ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है। इसकी यही खासियत देखकर यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज साइट में भी शामिल किया गया है। इसके अलावा आपको यहां रोज़ गार्डन, अवलांचे झील आदि भी देखने का मौका मिलेगा।
घूमने के लिए जगहें
- डोडाबेट्टा चोटी
- रोज़ गार्डन
- अवलांचे झील
- ऊटी लेक
डोडाबेट्टा चोटी
यहां पर्यटकों को ट्रेकिंग, फोटो सेशन और घाटियों के सुंदर नजारे देखने को मिलेंगे क्योंकि चोटी की ऊंचाई लगभग 8650 फीट है इसलिए यह ट्रेकिंग के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी माना जाता है। इसके अलावा, इसे साउथ इंडिया की सबसे ऊँची चोटी कहा जाता है। यहां आपको प्रकृति के कई सौंदर्य देखने को भी मिल जाएंगे जो फोटो सेशन के लिए अच्छे पॉइंट्स है।
रोज़ गार्डन
प्राकृतिक दृश्य से प्यार करने वाले लोगों के लिए ये बेस्ट ऑप्शन है जहां पर्यटकों को कई तरह के गुलाब की प्रजातियां देखने को मिलेंगी क्योंकि यहां लगभग 20000 तरह के गुलाब मौजूद है। इसके अलावा, यह भारत का सबसे बड़ा रोज़ गार्डन है। यह गार्डन समुद्र तट से 2200 मीटर की ऊचाई पर एल्क पहाड़ी की ढलान पर स्थित है।
अवलांचे झील
ऊटी शहर से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर यह झील स्थित है। जहां आप फिशिंग का भी लुफ्त उठा सकते है। साथ ही, यहां आपको फिशिंग के लिए उपयोगी equipment (सामान)भी उपलब्ध हो जाएंगे। तो ये जगह उन लोगों के लिए बेस्ट ऑप्शन है जिन्हें फिशिंग करना पसंद है।
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ऊटी लेक
यह झील लगभग 65 एकड़ एरिया में फैली हुई है। इस लेक को इंसानों ने ही बनाया है जिसका निर्माण ब्रिटिश शासन के समय किया गया था। यहां पर्यटकों के लिए बोट हाउस भी उपलब्ध है, जहां आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा, यहां मई के महीने में बोट रेस भी होती है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध भी है।
अगर आप भी ऊटी जाने का प्लान बना रहे हैं तो अब आपको बताते हैं कि कैसे आप आसानी से ऊटी पहुंच सकते हैं।
कैसे पहुंचें?
ऊटी तक रास्तों और ट्रेन द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। मेट्टूपलायम ऊटी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। आप चाहें तो स्टेशन से बाहर निकलकर टैक्सी या कैब भी कर सकते हैं। अगर आप हवाई जहाज द्वारा ऊटी जाना चाहते हैं तो सबसे निकटतम हवाई अड्डा कोयंबटूर है। इसके अलावा, अगर आप बस से जाना चाहते हैं तो आप तमिलनाडु स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेटतक बस की सर्विस ले सकते हैं।
ऊटी जाने का समय
ऊटी का मौसम पूरे साल खुशनुमा रहता है। हालांकि ठंड में यहां का मौसम अधिक ठंडा होता है।
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Image Credit- Google Suggust And Travel Websites.
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