जयपुर राजस्थान की राजधानी है जिसे 'पिंक सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। इसे 'पिंक सिटी' इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां की इमारतों के निर्माण में गुलाबी रंग के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। जयपुर में शहर से बाहर एक लक्जरी रिसॉर्ट स्थित है जो आपको राजस्थानी गांव की संस्कृति का अनुभव करा सकती है। इसे 'चोखी ढाणी' के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर आपको राजस्थान की प्राचीन कलाकृतियों, हस्तशिल्प, चित्रकारी, लोककथाओं और मूर्तियां देखने को मिलेगी।
बता दें कि 'चोखी ढाणी' का मतलब है अच्छा गांव। इस गांव को जयपुर में साल 1989 में बनाया गया था। इस गांव को बनाने के पीछे यह मंशा थी कि जो भी पर्यटक जयपुर आए, वह राजस्थान की ग्रामीण अद्भुत कला संस्कृति को देख सकें। यह गांव करीब दस एकड़ में फैला हुआ है। यहां आपको राज्य के अलग-अलग लोक-नृत्य भी देखने को मिलेंगे।
चोखी ढाणी की सैर
आपको बता दें कि भले ही चोखी ढाणी शहर से बिलकुल बाहर है पर यह 5 स्टार होटल की सुविधाओं के साथ-साथ राजस्थानी गांव जैसा एहसास दिला सकता है। इस कारण यह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। राजस्थान और पूरे भारत में प्रसिद्ध हल्दी घाटी की लड़ाई को चोखी ढाणी में रेगुलर कलाकारों द्वारा दिखाया जाता है, जो कि यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है। यहां मेवाड़, रेगिस्तान और जैसलमेर के गांव के जीवन को दर्शाने वाली झोपड़ियां मौजूद है। यहां एक संग्रहालय भी बना हुआ है, जहां आपको राजस्थान के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे राज्यों की संस्कृति और विरासत की झलक भी देखने को मिलेगी। यहां एक वैष्णो देवी मंदिर और आर्टिफिशियल झरना भी बना हुआ है।
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चोखी ढाणी देखने और करने के लिए चीजें
- अगर आप चोखी ढाणी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि यहां विभिन्न संगीत लोक संगीत और नृत्य का प्रदर्शन किया जाता है। यहां होने वाले कई नृत्य में सबसे फेमस 'कालबेलिया जनजाति' का लोक नृत्य है। यहां तेरह ताली नृत्य और बांस कलाबाजी नृत्य भी प्रदर्शित किया जाता है। यह देखने में काफी दिलचस्प होता है।
- यहां ट्रेडिशन फायर एक्ट भी दिखाया जाता है, जिसमें ऐसा लगता है कि परफ़ॉर्मर आग खा रहा है। यह देखना काफी रोमांचक हो सकता है।
- यहां आपको कठपुतली शो भी देखने को मिलेगा। यहां मैजिक शो और भविष्य बताने वाला पक्षी की मदद से राजस्थान के इतिहास को भी दिखाया जाता है। साथ ही यहां आप बायोस्कोप फिल्म का भी मजा ले सकते हैं।
- यहां बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी भूल भुलैया जैसे खेलों का आयोजन किया जाता है। इस खेल में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को अपना रास्ता ढूंढना होता है।
चोखी ढाणी में परोसा जाने वाला खाना
यहां खाना पारंपरिक रूप से पत्तों की थाली में परोसा जाता है। आप यहां कई तरह के राजस्थानी भोजन का आनंद उठा सकते हैं। यहां की खुली हवा राजस्थानी स्नैक्स और व्यंजनों के स्वाद को और बढ़ देती है। चोखी ढाणी खाने के लिए स्पेशल डिजाइन किया गया चौपड़ डाइनिंग हॉल है जो आपको राजा-रानी की तरह भोजन करने का अनुभव दिला सकता है। आपको बता दें कि अगर आप भी राजस्थान घूमने का प्लान बना रहे हैं तो चोखी ढाणी सर्दियों के मौसम यानी नवंबर से मार्च के बीच में आइए। गर्मियों यहां मौसम बहुत गर्म होता है और इस कारण यह घूमने के लिए अनुकूल नहीं होता है।
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(Image Credit: Pinterest.com, Shutterstock)
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