Maha Navami Vrat Katha: मां सिद्धिदात्री की पढ़ें ये व्रत कथा, सभी सिद्धियों की होगी प्राप्ति

हिंदू धर्म में मां सिद्धिदात्री को अष्ट सिद्धियों वाली देवी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इनकी विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिलते हैं। आइए इस लेख में व्रत कथा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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मां आदिशक्ति का नौवां स्वरूप मां सिद्धिदात्री हैं। उन्हें सभी सिद्धियों की देवी माना जाता है। सिद्धि का अर्थ है विशेष शक्तियां या योग्यताएं। मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों को आठ प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं, जिनमें अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व शामिल हैं। मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों को ज्ञान, धन, यश, स्वास्थ्य और मोक्ष जैसी सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं। जो भक्त मां सिद्धिदात्री की सच्चे मन से पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

मां सिद्धिदात्री बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वे बुराई पर विजय प्राप्त करते हैं। मां सिद्धिदात्री नई शुरुआत का प्रतीक हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों को जीवन में नई शुरुआत करने का साहस मिलता है। अब ऐसे में मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के दौरान व्रत कथा सुनने व पढ़ने की मान्यता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

मां सिद्धिदात्री की व्रत कथा

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक दिन भगवान शिव मां सिद्धिदात्री की तपस्या में लीन थे। उनकी तपस्या से मां सिद्धिदात्री प्रसन्न हुई और उन्होंने भगवान शिव को आठ सिद्धियों की प्राप्ति का वरदान दिया। इस वरदान के फलस्वरूप भगवान शिव का आधा शरीर देवी के रूप में परिवर्तित हो गया। इसके बाद भगवान शिव को अर्धनारीश्वर का नाम मिला। तभी से भगवान शिव का यह स्वरूप पूरे ब्रह्मांड में पूजनीय है।

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एक बार धरती पर अनेकों राक्षसों का जन्म होने लगा था। ऋषि मुनियों और सभी लोग का रहना मुश्किल हो रहा था। तभी इसी बीच जब धरती पर महिषासुर नामक दैत्य के अत्याचार की अति हो चुकी थी। तब से उस दानव के अंत के लिए सभई देवतागण भगवान शिव और भगवान विष्णु से सहायता लेने के लिए पहुंचे। उस दानव के अंत के लिए सभी देवताओं ने तेज उत्पन्न किया। जिसके जरीए मां सिद्धिदात्री उत्पन्न हुईं।

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मां सिद्धिदात्री की पूजा का महत्व क्या है?

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मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में चल रही सभी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता है। इसके अलावा अगर आप कोई सिद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ करें। इससे उत्तम परिणाम मिलते हैं।

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Image Credit- HerZindagi

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