पेरिमेनोपॉज का अर्थ है 'मेनोपॉज के आसपास' और उस समय को संदर्भित करता है जिसके दौरान आपका शरीर मेनोपॉज के लिए प्राकृतिक रूप से तैयार होता है, जो रिप्रोडक्टिव वर्षों के अंत को चिह्नित करता है। पेरिमेनोपॉज को मेनोपॉज़ल ट्रांज़िशन भी कहा जाता है।
महिलाएं अलग-अलग उम्र में पेरिमेनोपॉज शुरू होता है। हालांकि, कभी-कभी आप 40 की उम्र के बाद मेनोपॉज की ओर बढ़ने के संकेत देख सकते हैं, जैसे पीरियड्स की अनियमितता। लेकिन कुछ महिलाएं 35 की उम्र के बाद ही बदलावों को नोटिस करती हैं।
आपके शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल- मुख्य वीमेल हार्मोन - पेरिमेनोपॉज के दौरान असमान रूप से बढ़ता और गिरता है। आप पेरिमेनोपॉज जैसे लक्षणों का भी अनुभव कर सकती हैं, जैसे हॉट फ्लैशेज, नींद की समस्या और वेजाइना में ड्राईनेस। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप कुछ टिप्स को आजमाकर इससे राहत पा सकती हैं।
इन टिप्स को डाइटीशियन मनप्रीत जी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से शेयर किए हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'क्या आप पेरी-मेनोपॉज के लक्षणों से परेशान हैं? तो इनमें सुधार के लिए डाइट और जीवनशैली में बदलाव ये 7 बदलाव करें।'
अपने दिन की शुरुआत 5 बार गहरी सांस लेने के साथ करें। यह पैरा-सिम्पेथेटिक नर्वस लक्षणों को एक्टिव करता है और शरीर को आराम देता है।
30 मिनट के लिए रोजाना सुबह नंगे पैर घास पर टहलें। यह शरीर में एंडोर्फिन रिलीज करने में मदद करता है। यह शरीर का हैप्पी हार्मोन है।
इसे जरूर पढ़ें:मेनोपॉज के दौरान अक्सर महिलाएं कर बैठती हैं इन मिथ्स पर भरोसा
नाश्ते में कोको एंटीऑक्सीडेंट स्मूदी लें। कोको वैलेरिक एसिड और मैग्नीशियम से भरपूर होता है जो शरीर की तनाव प्रतिक्रिया को कम करता है।
फलों, सलाद और स्मूदी में 1 चम्मच अलसी मिलाएं। इसमें फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो मेनोपॉज के लक्षणों को कमकरता है।
मिड मील के लिए 1 राजगिरा लड्डू लें। यह हड्डियों के घनत्व को बनाए रखता है और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकता है। यह समस्या मेनोपॉज के बाद ज्यादातर महिलाओं को परेशान करती हैं।
सोने से पहले एड्रेनल उत्तेजक चाय लें। यह तनाव में सुधार करती है और मेनोपॉज के लक्षणों को रोकती है। आइए इसे बनाने के तरीके के बारे में विस्तार से जानें।
View this post on Instagram
दोपहर के भोजन के लिए फर्मेंटेड बाजरा डोसा लें। यह कैल्शियम और आयरन से भरपूर, एनर्जी लेवल और आंत के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
इसे जरूर पढ़ें:मेनोपॉज की स्थिति में क्यों आता है रात को पसीना, जानें
अगर आपकी उम्र भी 45 के पार है और आपको पेरी-मेनोपॉज के लक्षणों से गुजरना पड़ रहा है तो इन टिप्स को आप भी जरूर ट्राई करें। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। स्वास्थ्य सलाह से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit : Shutterstock & Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।