खाने को माइक्रोवेव में गर्म करने के लिए अकसर हम बिना सोचे-समझे प्लास्टिक के बर्तन का इस्तेमाल करते हैं। पर हमारी यह लापरवाही सेहत के लिहाज से नुकसानदेह साबित हो सकती है। अमेरिका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक प्लास्टिक के बर्तन में खाना गर्म करने से प्लास्टिक से कुछ केमिकल खाने में चले जाते हैं, जिससे डाइबिटीज होने का खतरा बढ़ता है। अगर खाने को गर्म न भी किया जाए और सिर्फ प्लास्टिक के बर्तन में रखा जाए तो भी केमिकल कम मात्रा में हमारे शरीर में जाता रहता है।
आज के समय में अधिकांश घरों में माइक्रोवेव होता है, माइक्रोवेव में भोजन आसानी से कम समय में पक जाता है और फटाफट गरम भी हो जाता है। क्या आप भी अक्सर माइक्रोवेव का इस्तेमाल खाना गरम करने के लिए करती हैं? अगर हां, तो ऐसा करना बंद कर दें, क्योंकि इसका असर आपकी प्रजनन क्षमता पर पड़ सकता है। माइक्रोवेव में प्लास्टिक के बर्तन में काना गरम करने से प्लास्टिक के कण खाने में समा जाते हैं और इससे आपको और आपके होने वाले बच्चे को इंफर्टिलिटी, डाइबिटीज, मोटापा और कैंसर तक का खतरा हो सकता है। आइए, जानते हैं।
एक रिसर्च में बताया गया है कि माइक्रोवेव से निकलने वाले इलेक्ट्रो मैगनेट रेडिएशन, गर्भवती महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। नियमित माइक्रोवेव में पकाया भोजन करने से गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंच सकता है साथ ही मिसकैरेज होने की आशंका भी हो सकती है। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ रिप्रोडक्टिव हेल्थ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक प्लास्टिक पाएं जाने वाले कुछ पदार्थ खाने के माध्यम से शरीर के भीतर पहुंच कर नुकसान पहुंचाते हैं। इसकी वजह से बार-बार गर्भपात के खतरा बढ़ जाता है, बल्कि आईवीएफ जैसी ट्रीटमेंट में भी सफल नहीं हो पाते हैं।
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ऐसा माना जाता है कि बार-बार माइक्रोवेव ओवन में भोजन गर्म किरने पर उसकी पौष्टिकता 60 से 90 फीसदी तक कम हो सकती है। जिसे खाने पर शरीर को नुकसान हो सकता है।
लंबे समय तक और नियमित माइक्रोवेव में पका खाना खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
माइक्रोवेव से निकलने वाली किरणें भोजन में ऐसे एजेंट्स की रचना कर देती हैं जो खून में कैंसर कोशिकाओं को पैदा कर सकती है।
माइक्रोवेव में खाना तो जल्द गर्म हो जाता है लेकिन भोजन में कुछ ऐसे परिवर्तन भी हो जाते है जिससे खाना पचाने में समस्या आ सकती है।
प्लास्टिक के किसी टिफिन या कटोरी में खाना गर्म करना सेहत के लिए घातक हो सकता है।
प्लास्टिक के बर्तन में खाना गर्म करने पर खाने में प्लास्टिक के कुछ पार्टिकल्स मिल जाते हैं, जिनसे बांझपन जैसी समस्या हो सकती है। प्लास्टिक में पाए जाने वाले ये पार्टिकल्स लड़के और लड़की दोनों की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर डालते हैं।
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खाना हमेशा माइक्रोवेव कंटेनर में ही गर्म करें। माइक्रोवेव कंटेनर्स में गर्म करने पर सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ता है। अगर माइक्रोवेव कंटेनर नहीं है तो खाना गर्म करने के लिए वैक्स पेपर या पेपर टॉवल का इस्तेमाल करें।
टूटे हुए माइक्रोवेव कंटेनर का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से सेहत से जुड़ी कई दिक्कतें हो सकती हैं। कंटेनर में खाना गर्म करने पर कंटेनर का ढक्कन हल्का खुला छोड़ दें। ऐसा करने से खाना सही तरह से गर्म हो जाएगा।
माइक्रोवेव के डोर को नियमित रूप से उसमें होने वाले नुकसान को जांचते रहें। माइक्रोवेव के अंदरूनी हिस्से को अच्छी तरह से नियमित रूप से साफ करते रहें। इसमें खाना बनाने के लिए सही बरतनों का प्रयोग करें और समय-समय पर उसकी जांच करवाते रहें।
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