हार्मोनल बैलेंस के लिए महिलाएं रूटीन में करें ये बदलाव

महिलाओं को हार्मोनल इंबैलेंस कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इससे पीरियड्स, डाइजेशन और वजन समेत कई चीजें प्रभावित होती हैं। एक्सपर्ट के बताए टिप्स को फॉलो करें।

how to cure hormonal imbalance in females in hindi

हम सभी के शरीर में हार्मोन्स एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। खासकर, महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बहुत जरूरी है वरना इसका असर महिलाओं के वजन, डाइजेशन और फर्टिलिटी समेत कई चीजों पर होता है। हार्मोनल इंबैलेंस महिलाओं को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। एस्ट्रोजन, टेस्टेस्टेरोन, इंसुलिन और कोर्टिसोल जैसे कई हार्मोन्स, शरीर के कई तरह से फंक्शन करने के लिए जरूरी हैं। हार्मोनल इंबैलेंस के पीछे कई बार हमारी कुछ गलतियां होती हैं। इसलिए, इसे कम करने के लिए रूटीन में कई बदलाव जरूरी हैं। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ बदलावों के बारे में बता रहे हैं, जो हार्मोन्स को बैलेंस करने में महिलाओं की मदद कर सकते हैं। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

हार्मोनल इंबैलेंस दूर करने के लिए महिलाएं रूटीन में करें ये बदलाव (How to cure Hormonal Imbalance in Females)

coffee for hormonal balance

  • कैफीन ड्रिंक्स जैसे चाय-कॉफी खाली पेट न पिएं। इससे डाइजेशन खराब हो सकता है। इसके अलावा, खाने के साथ भी कॉफी न पिएं।
  • चाय-कॉफी खाने के 1 घंटे बाद पिएं।
  • खाना पकाने के लिए रिफाइंड तेल का इस्तेमाल न करें। इससे सेहत को नुकसान होता है और यह हार्मोनल इंबैलेंस के लिए जिम्मेदार है। इसकी जगह घी या कोल्ड प्रेस्ड ऑयल में खाना बनाएं।
  • मैदे की जगह रागी, जोवार और बाजरा जैसे मिलेट्स का इस्तेमाल करें। मैदा, PCOS के लक्षणों को और बढ़ा सकता है। हार्मोनल इंबैलेंस से बचने के लिए महिलाओं को इससे दूरी बनानी चाहिए।

walk after dinner

  • खाने के बाद बैठे रहने का असर भी इंसुलिन समेत कई हार्मोन्स पर होता है। इससे मोटापा बढ़ सकता है। इसलिए, खाने के बाद कम से कम 15-20 मिनट वॉक जरूर करें।
  • महिलाओं को सेहतमंद रहने के लिए रूटीन में सिर्फ कार्डियो वर्कआउट नहीं, बल्कि योगा, कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग तीनों को शामिल करना चाहिए। इससे शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बना रहता है।
  • केमिकल-फ्री कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करें। कॉस्मेटिक्स और हेयर व स्किन केयर प्रोडक्ट्स में मौजूद, हार्मोनल इंबैलेंस की वजह बनते हैं।
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हार्मोनल बैलेंस के लिए महिलाएं रूटीन में ये बदलाव जरूर करें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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