क्या खांसते, छींकते या हंसते समय आपका भी थोड़ा-सा यूरिन निकल जाता है?
क्या यूरिन लीकेज की समस्या के कारण आपकोशर्मिंदगी का अहसास होता है?
अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अपनी मंडे मोटिवेशन सीरिज में हम ऐसी ही समस्याओं का समाधान एक्सरसाइज के माध्यम से करने के बारे में बताते हैं। आज हम आपको 2 ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप घर पर ही आसानी से करके इस समस्या से बच सकती हैं। इसके बारे में हमें फिटनेस एक्सपर्ट जूही कपूर बता रही हैं। आइए, इन एक्सरसारइज को करने के तरीके और फायदों के बारे में जानें-
एक्सपर्ट का कहना है, ''महिलाओं को बढ़ती उम्र के साथ बहुत सारी समस्याओं से जूझना पड़ता है। कुछ समस्याएं तो ऐसी होती हैं, जिनके बारे में वह खुलकर बोल भी नहीं पाती हैं। ऐसी ही एक समस्या यूरिन लीकेज की है। इस समस्या में यूरिन पर कंट्रोल नहीं रहता है और वह अक्सर निकल जाता है। कई बार तो हंसते, छींकते और खांसते समय भी यूरिन की कुछ बूंदें निकल जाती हैं। यह समस्या डिलीवरी के बाद पेल्विक मसल्स के कमजोर होने से होती है। इसके अलावा, मेनोपॉज, यूरिन मार्ग में इंफेक्शन, कब्ज और मोटापे के कारण पेल्विक एरिया की मसल्स कमजोर होने लगती है।''
यूरिन लीकेज के लिए ब्रिज पोज एक्सरसाइज
इस एक्सरसाइज को करते समय आपकी मुद्रा ब्रिज की तरह हो जाती है। इसलिए, इसे ब्रिज पोज के नाम से भी जानते हैं। यह आपकी पेट और जांघों की चर्बी कम करने के लिए बहुत अच्छी एक्सरसाइज है। साथ ही, यह पेल्विक एरिया में सर्कुलेशन को बढ़ावा देती है और पेल्विक मसल्स को टोन करती है।
- पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को जमीन पर सीधा रखें।
- हथेलियों को जांघों के पास रखें।
- फिर दोनों घुटनों को मोड़ें।
- एड़ियों को हिप्स के पास लाएं।
- सांस लें और हिप्स को फर्श से ऊपर उठाएं।
- शुरुआत में आप हाथों से पीठ के निचले हिस्से को सपोर्ट दे सकती हैं।
- अब पैरों को सामने की ओर सीधा करें।
- इस पोजिशन को 10 से 15 सेकंड तक होल्ड करने की कोशिश करें।
- फिर पुरानी पोजिशन में वापस आ जाएं।
ब्रिज पोज के फायदे
- इसे करने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं।
- यूरिनरी ब्लैडर में भी मजबूती आती है।
- डाइजेस्टिव सिस्टम में सुधार होता है।
- पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं।
- शरीर के सभी हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।
- कोर मसल्स, पीठ का निचला हिस्सा और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती हैं।
- ब्रेन शांत और तनाव कम होता है।
- मेनोपॉज के लक्षणों से राहत मिलता है।
यूरिन लीकेज के लिए गारलैंड पोज
यूरिन लीकेज को रोकने के लिए गारलैंड पोज, ब्रिज पोज की तरह ही असरदार होता है। इसे करने से पेल्विक फ्लोर की मसल्स मजबूत होती हैं। इसे करते समय आपकी पोजिशन ठीक वैसे ही होती है, जैसा कि मल त्याग करते समय होती है। इसलिए, इसे मालासन भी कहते हैं।
- इसे करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
- पैरों को कंधे की चौड़ाई में खोलें।
- धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और नीचे की ओर बैठें, जैसे कि आप किसी चेयर पर बैठ रही हों।
- अपने पैरों को थोड़ा बाहर की ओर फैलाएं।
- हाथों को दिल के पास रखें।
- आप चाहें तो हाथों को ऊपर की ओर भी कर सकती हैं।
- अपनी रीढ़ को सीधा रखें और सांसों को कंट्रोल करते हुए 20-30 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें।
- धीरे-धीरे अपने घुटनों को सीधा करें और पहली पोजिशन में लौटें।
गारलैंड पोज के फायदे
- डाइजेस्टिव सिस्टम मजबूत होता है।
- कूल्हों, पीठ और जांघों का लचीलापन बढ़ता है।
- कंधे का मूवमेंट बेहतर होता है।
- मानसिक तनाव कम होता है।
- पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से साइटिका की समस्या दूर होती है।
- घुटने की मसल्स में मजबूती आती है।
- पीसीओडी के लक्षण कंट्रोल में रहते हैं।
- नॉर्मल डिलीवरी में मदद मिलती है।
इन दोनों एक्सरसाइज को अपने फिटनेस रूटीन में शामिल करके आप पेल्विक फ्लोर को मजबूत और यूरिन लीकेज की समस्या को दूर कर सकती हैं। अगर आपको हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik & Shutterstock
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों