महाकुंभ में स्नान करने का अवसर कोई खोना नहीं चाहता, लेकिन ऐसे में कई लोगों ने अब तक अपनी जान गंवा दी है। भीड़ ज्यादा होने की वजह से भगदड़ के हालात हो रहे हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि इसे रोकने के लिए इंतजाम नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है वीडियो में लोगों को कहते हुए सुना जा रहा है कि प्रशासन को पहले से पता था कि भीड़ महाकुंभ में होगी, ऐसे में उन्होंने इंतजाम वैसे नहीं किए। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ से पहले मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हुई भगदड़ में भी कई लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, लगातार प्रशासन द्वारा नए नियम लाए जा रहे हैं। इसी चलते वाराणसी के गंगा घाट पर आरती पर भी रोक लगा दी गई है।
वाराणसी में क्यों रोकी गई गंगा आरती?
- गंगा आरती रोकने का कारण यह है कि प्रयागराज में महाकुंभ की वजह से भीड़ ज्यादा हो रही है। ऐसे में स्थिती और ज्यादा खराब न हो, इसलिए गंगा आरती पर भी 26 फरवरी तक रोग लगा दिया गया है। इसलिए जो लोग गंगा आरती देखने वाराणसी जाने का प्लान बना रहे हैं, वह जान लें कि उन्हें गंगा आरती देखने का मौका 26 फरवरी तक नहीं मिलेगा।
- दरअसल, जब से महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से प्रयागराज के साथ-साथ वाराणसी के घाटों पर भी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग प्रयागराज स्नान के बाद वाराणसी घाट पर आरती देखने जा रहे हैं। ऐसे में वाराणसी के घाटों पर भी भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है।
- प्रयागराज से वाराणसी की दूरी लगभग 122 किमी है। यहां पहुंचने में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। इसलिए, जो लोग दूर शहरों से स्पेशल महाकुंभ आ रहे हैं, वह स्नान के बाद वाराणसी घूमने निकल जा रहे हैं।महाकुंभ जा रही स्पेशल ट्रेनोंमें इसलिए भी भीड़ हो रही है, क्योंकि लोग उसी ट्रेन से अन्य रूटों पर भी सफर कर रहे हैं।
- लोग प्रयागराज से वाराणसी जाने के लिए निजी वाहन, बस , ट्रेन का माध्यम चुन रहे हैं। ऐसे में वाराणसी की घाटों पर जाने वाली सड़कें भी पर्यटकों से भरी हुई है। ऐसे में प्रशासन को भीड़ रोकने में दिक्कत आ सकती है, इसलिए 26 फरवरी तक गंगा आरती रोक दी गई है।
- वाराणसी में सबसे ज्यादा भीड़ काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती देखने जा रहे लोगों की है। ऐसे में भीड़ की वजह से आम लोगों को भी परेशानी हो रही है।
- वाराणसी में गंगा आरती का समय सर्दियों में सुबह 5:30 से 7:30 बजे का है। ऐसे में लोग महाकुंभ स्नान के बाद रात को ही निकल जा रहे हैं और वाराणसी के घाटों पर डेरा डाल रहे हैं। गर्मियों में सुबह 5 बजे से 7 बजे तक होती है गंगा आरती। शाम की आरती का समय सर्दियों में 6:30 बजे और गर्मियों में 7 बजे है।
- इसलिएलोगों कोमहाकुंभ मेले से जुड़ी पूरी जानकारीऔर इसे लेकर लाए जाए रहे अन्य नियमों के बारे में पता होना चाहिए।
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