पवित्र तीर्थ यात्रा के नाम से फेमस चार धाम यात्रा का इंतजार हर साल भक्तों को रहता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि हर कोई इसमें चारों धाम की यात्रा ही करके आता है। लोग समय और श्रद्धा के अनुसार कुछ मंदिरों के दर्शन करने भी जाते हैं।
उदाहरण के लिए चार धाम यात्रा की शुरुआत होने के बाद कई लोग केदारनाथ यात्रा करके आते हैं, तो वहीं कई लोग बद्रीनाथ के दर्शन करके आते हैं। बहुत कम लोग होते हैं, जो एक ही बार में चारों धाम की यात्रा पूरी कर पाते हैं। चारों धाम में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का नाम शामिल है। यहां आप बिना रजिस्ट्रेशन के दर्शन के लिए नहीं जा सकते। कई लोग चार धाम की शुरुआत होने के बाद बिना रजिस्ट्रेशन किए ही, यात्रा पर निकल पड़ते हैं, जिससे उन्हें रास्ते में परेशानी होती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि अगर बिना रजिस्ट्रेशन के चले गए, तो क्या होगा।
चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया तो क्या होगा? (Why Char Dham Registration Necessary?)
- ध्यान रखें कि अगर आपने रजिस्ट्रेशन नहीं किया, तो आप धामों में दर्शन नहीं कर पाएंगे।
- चारों धाम में से किसी भी तीर्थ पर एंट्री से पहले चेकिंग होती है। अगर आप फेक रजिस्ट्रेशन दिखाते हैं, तो आपको गिरफ्तार किया जा सकता है। इसके अलावा आपको बिना रजिस्ट्रेशन के मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
- इसके अलावा आपको यात्रा मार्ग पर ही रोका जा सकता है। मंदिर तक पहुंचने से पहले ही आपकी चेकिंग हो सकती है। सोनप्रयाग, गौरीकुंड और जानकीचट्टी जैसे मार्ग पर रजिस्ट्रेशन का जांच हो सकती है। बिना रजिस्ट्रेशन के, आपको वहीं से वापस भेजा जा सकता है।
- होटल और कैंप बुकिंग में परेशानी
- कई जगहों पर होटल बुकिंग के लिए भी रजिस्ट्रेशन दिखाना जरूरी होता है। ऐसे में बिना रजिस्ट्रेशन के आपको रात गुजारने में परेशानी हो सकती है।
- आप चार धाम की वेबसाइट सेचारधाम रजिस्ट्रेशनऑप्शन पर क्लिक करके बुकिंग कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है?
- ध्यान रखें कि रजिस्ट्रेशन करवाना बहुत ज्यादा जरूरी है, क्योंकि हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर नजर बनाए रखने के लिए यह रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है। जिससे अगर को अप्रिय घटना घटती है, तो आसानी से उसपर एक्शन लिया जा सके।
- इसके अलावा अगर कोई हादसा होता है, तो यात्री की पहचान इसकी मदद से आसानी से की जा सकती है और उसके परिवार को बताया जा सकता है।
- रजिस्ट्रेशन से सरकार को पता चलता है कि अब तक कितने यात्री दर्शन के लिए फॉर्म भर चुके हैं। तीर्थों पर भीड़ ज्यादा होने पर सरकार की तरफ से रजिस्ट्रेशन कुछ समय के लिए रोक दिया जाता है, ताकि भीड़ पर नियंत्रण किया जा सके।
- पर्यावरण और तीर्थ क्षेत्र की रक्षा के लिए भी रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है। ध्यान रखें किचार धाम यात्रा की शुरुआत30 अप्रैल से हो रही है।
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image credit- freepik, irctc official website
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