आखिर क्यों रात 8 बजे के बाद महिलाओं को लगता है सड़क पर डर?

एक महिला के लिए रात के समय सड़क पर पूरे विश्वास के साथ चलना थोड़ा मुश्किल है। आइए जानते हैं क्यों। 

 
why women scared to go out

आजादी के इतने सालों बाद भी हम महिलाओं की सुरक्षा के मामले में चूक रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान सामने आए मामले महिला सुरक्षा का सारा रियलिटी चेक दे देते हैं। यहां तक की देश की राजधानी में भी एक महिला आत्मविश्वास के साथ रात के समय सड़क पर नहीं चल सकती है।

ऐसे में प्रश्न उठना लाजमी है कि ऐसा क्यों? क्यों शहरों की 24 घंटे दौड़ती सड़कों पर भी महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाती हैं?

इसी विषय के बारे में हमने बात की अलग-अलग उम्र की महिलाओं से जिन्होंने अपने अनुभव के मुताबिक महिला सुरक्षा के बारे में बताया। तो आइए हम जानते हैं कि आखिर क्यों महिलाएं रात के समय आत्मविश्वास के साथ सड़कों पर आवागमन नहीं कर पाती हैं।

रात होते ही क्यों आने लग जाते हैं महिलाओं को फोन

why women feel unsafe

शाम के ढलने के साथ ही अंधेरा हो जाता है। ऐसे में एक कॉलेज जाने वाली लड़की से लेकर ऑफिस में काम करने वाली 30 साल की महिला तक को बार-बार फोन आने लग जाते हैं। इसके पीछा का कारण है "डर।" राह चलते लड़की को किसी भी तरह की घटना का सामना ना करना पड़े, वो कहां पहुंच गई है, कब तक घर आएगी, इन सारे सवालों के जवाब के लिए महिलाओं का फोन बजने लग जाते हैं।

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दिन के साथ क्यों ढल जाता है आत्मविश्वास?

गुरुग्राम स्थित कंपनी में काम करने वाली गरीमा बताती हैं, "दिन के समय अंजान से अंजान राह पर चलते वक्त भी मुझे डर नहीं लगता है लेकिन पता नहीं क्यों दिन के ढलते ही मेरा आत्मविश्वास भी ढल जाता है। फिर फर्क नहीं पड़ता है कि हमारे आसपास कोई है या नहीं लेकिन अंधेरा होते ही मन में एक डर सा बैठ जाता है।"

घूरती नजरों से लगता है डर

ग्रीन पार्क में स्थित काम करने वाली ईशु कहती हैं, "ऑफिस जाते वक्त तो उजाला होता है इसलिए किसी तरह का प्रश्न मन में नहीं होता है लेकिन हां, ऑफिस से घर आते वक्त अंधेरा होता है। इस दौरान पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रा कर रहे 21 साल के लड़के से लेकर सड़क पर 50 साल के पुरुष तक की नजरों का सामना करना मुझे असहज महसूस करता है। जब हमारे साथ कोई और हो तब हमें घूरती नजरों से फर्क नहीं पड़ता लेकिन अकेले इन नजरों का सामना करना बहुत मुश्किल हो जाता है।"

सुरक्षित महसूस नहीं करती हूं मैं

why women feel unsafe in night

पटना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर कार्य कर रही सुनीता कहती हैं, "रात के समय सड़क पर आत्मविश्वास के साथ चलना बहुत कठिन है। हाल ही में हुई दिल्ली की घटना, 2012 का निर्भया केस और ऐसे ही कई मामले हम महिलाओं के डर को और बढ़ा देते हैं।"

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तो ये थी कुछ वजह जो साफ करती हैं कि महिलाओं को रात के समय सड़क पर डर क्यों लगता है। अगर आप इसके अलावा महिलाओं से जुड़े कोई और विषय के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में सवाल जरूर करें।

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Photo Credit: Freepik

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