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reason behind burning ravana effigy

Mythology Mystery: सिर्फ रावण और उसके कुल का पुतला ही क्यों जलाया जाता है?

हिन्दू धर्म में रावण और उसके कुल का पुतला जलाया जाता है। इस पर्व को दशहरा के रूप में मनाया जाता है। रावण का पुतला जलाना बुराई पर अच्छाई का प्रतीक समझा जाता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ रावण, मेघनाद और कुंभकरण का पुतला ही क्यों जलाया जाता है।  
Editorial
Updated:- 2023-06-06, 03:00 IST

Hindu Dharm Mein Sirf Ravan Ka Putla Hi Kyu Jalaya Jata Hai: हिन्दू धर्म के मुख्य त्यौहारों में से एक है दशहरा जिसे धूमधाम से मनाया जाता है।

इस पर्व को श्री राम के रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है। इस दिन रावण, उसके बेटे मेघनाद और उसके भाई कुंभकरण का पुतला जलाते हैं।

अब सवाल यह है कि आखिर सिर्फ रावण और उसके कुल का पुतला ही क्यों जलाया जाता है जबकि और कई राक्षसों का देवी-देवताओं द्वारा वध हुआ है।

ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज हम आपको इस तथ्य के पीछे का रोचक तर्क बताने जा रहे हैं।

  • रावण को लेकर धर्म ग्रंथों में यह वर्णन मिलता है कि रावण एक असुर होकर भी भगवान शिव का परम भक्त था। समस्त वेद, पुराणों और ग्रंथों का ज्ञाता था।
  • रावण से बड़ा शिव भक्त संसार में न तब हुआ था और न ही उसके बाद कभी कोई अन्य हुआ। रावण (महाभारत में रावण का पुनर्जन्म) ब्राह्मण कुल से था और सभी नियमों का पालन करता था।

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  • रावण न सिर्फ बलशाली था बल्कि अस्त्र-शास्त्रों का परम जानकार था। रावण का वध करना अन्य राक्षाओं के वध करने से कही अधिक कठिन था।
  • रावण का वध इस संकेत को दर्शाता है कि सिर्फ सात्विक इच्छा से की गई पूजा और भक्ति ही फलती है। सात्विक पूजा से ही भगवान का साथ मिलता है।

ravan ka putla kyu jalaya jata hai

  • अगर कोई भगवान की बहुत पूजा करता है लेकिन बुरे कर्म भी करता है, आसुरी आचरण अपनाता है और दूसरो को कष्ट पहुंचाता है उसका अंत निश्चित है।
  • कितनी भी पूजा कर ली जाए लेकिन विचार शुद्ध नहीं है और सत्कर्म से आपका कोई संबंध नहीं है तो भगवान (भगवान का भोग क्यों लगाते हैं) कभी भी आपका साथ नहीं देंगे।

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  • इस भाव को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक मात्र सिर्फ रावण और उसके कुल का पुतला ही जलाया जाता है अन्य किसी राक्षस का नहीं।
  • सिर्फ रावण ही था जो जिसने असुरों में भक्ति की परम सीमा को पा लिया था जबकि अन्य राक्षसों ने तप किया परंतु भक्ति नहीं अपनाई।

तो इसलिए एक मात्र सिर्फ रावण और उसके कुल का पुतला ही हिन्दू धर्म में जलाया जाता है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

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