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Wedding Rituals: क्या आप जानते हैं शादी में दूल्हा तलवार या चाकू क्यों रखता है?

शादियों में अक्सर आपने देखा कि दूल्हा जब दुल्हन लेने जाता है, तो अपने हाथ में तलवार लिए होता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि इसके पीछे क्या मान्यता है? यदि नहीं तो चलिए साथ में जानते हैं।  
Editorial
Updated:- 2023-12-13, 12:28 IST

शादियों में दूल्हे के हाथ में तलवार रखने की परंपरा सालों से हैं। अक्सर आप सभी ने बहुत से दूल्हे को हाथों में तलवार, कटार, छूरी या छोटी वाली चाकू रखे हुए देखा होगा। यह देख आपके भी मन में यह सवाल आता होगा कि आखिर क्यों दूल्हे हाथों में तलवार लिए हुए होते हैं। भले ही इन्हें खतरनाक हथियार माना गया है और इसे रखना कानूनी अपराध माना गया है, लेकिन आज भी शादियों में दूल्हे के हाथों में तलवार होता ही है। चलिए जान लेते हैं कि आखिर इसके पीछे क्या वजह और मान्यताएं हैं?

शादी में दूल्हा क्यों रखता है तलवार

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हिंदू धर्म और रीति रिवाज के अनुसार शादियों में दूल्हे के हाथ में तलवार को बहुत शुभ माना गया है। सालों से तलवार, चाकू, कटार और छूरी को शौर्य का प्रतीक माना गया है। यही कारण है कि दूल्हा सालों से शादी में तलवार रखता है। दूल्हा जब शादी के लिए दुल्हन के घर जाता है तो वह शादी में अपनी पत्नी की रक्षा का वचन भी देता है और वचन के लिए दुल्हा सात फेरे के वक्त अपने हाथों में तलवार लेता है। दुल्हे की हाथ में रखी तलवार इस बात का प्रतीक है कि वह अपनी पत्नी की रक्षा करेगा और उसके सामने आने वाली हर विपत्ति का सामना करेगा।

नजर से है तलवार का विशेष संबंध

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तलवार को लेकर यह भी मान्यताएं हैं कि दूल्हे के पास यदि कोई लोहे की धातु है, तो उसे किसी भी प्रकार की बुरी नजर नहीं लगेगी और न ही किसी प्रकार की काली या नकारात्मक शक्तिआएगी। सालों से बच्चों को नजर से बचाने के लिए काजल का टीका लगाया जाता है। यही रिवाज शादियों में दूल्हे के साथ भी किया जाता है, जब दूल्हा बारात लेकर निकलता है तब माताएं नजर का काला टीका और हाथ में तलवार देती हैं।

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राजपूतों में जरूर रखा जाता है तलवार

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यह बात तो सभी को पता है कि क्षत्रिय और राजपूत सालों से युद्ध में आगे रहते थे। इसलिए वे सदैव अपने हाथों में भी तलवार लेकर चला करते थे। तलवार को क्षत्रियों के शौर्य का प्रतीक माना गया है। पहले के जमाने में जब वे बारात लेकर जाते थे तब रस्ते में अक्सर दुश्मन या डाकू-लुटेरे आ जाया करते थे, जिससे उन्हें लड़ना पड़ता था। यह भी एक वजह है कि दूल्हा अपने हाथों में तलवार रखता था, जो आज भी परंपरा के रूप में बरकरार है।

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