तीन दोस्तों की दोस्ती में अक्सर 1 दोस्त टारगेट पर होता है। राहुल, योगेश और मोहन की फ्रेंडशिप का भी कुछ यही हाल था। बारिश के मौसम में राहुल और योगेश चाय की चुस्की का आनंद लेते हुए बातें कर ही रहे होते हैं कि अचानक मोहन का जिक्र होता है। बातचीत के बीच राहुल अचानक कहता है, "कुल मिलाकर जो भी बोलो मोहन चुगलखोर तो है, लेकिन चुगली करना महिलाओं का काम है।" दोनों दोस्त ठहाके लगाते हैं और मुद्दा मोहन से हटकर चुगलियों पर आ जाता है। फिर क्या दोनों कई उदाहरण की मदद से एक रिपोर्ट कार्ड तैयार करते हैं जिसमें महिलाओं को चुगली करने में 100 में से 100 अंक प्राप्त होते हैं
जी चुगली के अलावा काम ही क्या है...
चुगली और महिलाओं को रिश्ता कोई नया नहीं है। कुछ लोग तो ऐसे भी बताते हैं कि एक महिला हवा के बिना रह सकती है, लेकिन चुगली के बिना नहीं। जनाब वैसे भी महिलाओं के पास काम ही क्या होता है। सुबह उठकर घर की सफाई, तीनों समय का खाना पकाना, बच्चों का पालन पोषण, सास-ससुर की सेवा करने और छोटे-मोटे हजारों काम करने वाली महिलाओं के पास कोई काम नहीं होता है। किसी ने सही कहा है कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है इसलिए महिलाएं चुगली करती हैं।
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बातें चाहे जितनी मर्जी करवालो
पिछली गर्मी की छुट्टियों में मिली बहन से आधे-आधे घंटे फोन पर बात महिलाएं ही कर सकती हैं। अब भाई, पापा-मम्मी कैसे हैं, घर में कब क्या हो रहा है और परिवार की सारी टेंशन लेना चुगली ही तो है। गौर करने वाली बात तो यह है कि एक सास भी अपने बेटे को फोन करके बातें साझा करने कि बजाए अपनी बहू को फोन करती है। इससे यह थोड़ी पता चलता है कि महिलाएं बातों को समझती हैं, यह तो चुगली की निशानी है।
सच कहूं तो उन्हें शांति अच्छी नहीं लगती
महिलाओं के पास हर वक्त इतने सवाल और जवाब होते हैं कि पूछो मत। खाने में क्या बनाऊं से लेकर शादी में आप कौन सा पेंट कोट पहनेंगे जैसे बेसलेस सवालों से महिलाएं दिमाग को पका देती हैं। हद तो तब होती है जब वो बेफालतू के सवालों से शांति को भंग करने के बाद यह भी सोचने लगती हैं कि वो अपनी जिम्मेदारियां निभा रही हैं।
मर्द की शोभा पर दाग है चुगली
घर में पानी नहीं आ रहा से लेकर दूर के रिश्तेदार नाराज क्यों है जैसी तमाम समस्याओं के लिए बातें करना चुगली है। जी जो भी बोलो यह काम एक पुरुष तो नहीं कर सकता। इतना समय पुरुषों के पास है ही कहां और होता है भी मर्द बातें करते हैं, जबकि महिलाएं चुगली।
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दुनिया जहान की बातें करने के बाद राहुल और योगेश ने एक साथ कहा, "बक-बक करने का काम हमसे तो होगा नहीं। यह काम महिलाओं को ही शोभा देता है।" वैसे अगर आप गौर करेंगे तो समझ आएगा कि राहुल और योगेश ने बातों के मामले में महिलाओं को भी पीछे छोड़ दिया है क्योंकि दोनों कई घंटों से लगातार बातें कर रहे हैं। (रात 8 बजे के बाद महिलाओं को लगता है सड़क पर डर)
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