श्री राम ने क्यों की थी एक ऋषि की हत्या?

श्री राम को मर्दाया पुरुषोत्तम कहा जाता है। श्री राम के चरित्र के बारे में जब भी उल्लेख मिलता है तो उसमें यही वर्णित होता है कि श्री राम एक आदर्श पुरुष हैं। 

shri ram ne kis sant ki hatya ki thi

Shri Ram Ne Kyu Ki Sant Ki Hatya: श्री राम को मर्दाया पुरुषोत्तम कहा जाता है। श्री राम के चरित्र के बारे में जब भी उल्लेख मिलता है तो उसमें यही वर्णित होता है कि श्री राम एक आदर्श पुरुष हैं जिन्होंने हमेशा हर व्यक्ति को एक समान स्थान दिया, प्रेम दिया और आदर प्रदान किया। श्री राम को हमेशा साधु संतों की सेवा में समर्पित रहने वाले व्यक्ति के रूप में देखा गया है। ऐसे में एक कहानी ये भी है कि श्री राम ने एक साधु की हत्या की थी। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने आइये जानते हैं इस बारे में।

कैसे हुई श्री राम के हाथों एक ऋषि की हत्या?

एक बार राम राज्य में अचानक अकाल मृत्यु का सिलसिला शुरू हुआ। श्री राम इस बात से बहुत परेशान हुए और उन्होंने अपने गुरुजनों इसके पीछे का कारण पूछा। तब गुरुजनों ने बताया कि राज्य में किसी के द्वारा कोई अपराध हुआ है।

shri ram aur sant ki katha

राम सभा में मौजूद सभी गुरुओं ने श्री राम को कहा कि राज्य में अवश्य ही कोई बुरी मंशा से कुछ कर्म कर रहा है जिसका प्रभाव राज्य पर नजर आ रहा है। यह सुन श्री राम ने फौरन यह निर्णय लिया कि वह इस घटना के पीछे की तह तक जाएंगे।

यह भी पढ़ें:Ramayan Facts: राम-रावण युद्ध के बाद क्या हुआ था वानर सेना का?

श्री राम ने जब इस विषय में अपनी छानबीन शुरू की तो उन्हें अयोध्या के जंगल में एक साधु तपस्या करते हुए मिले जिनकी इच्छा थी कि वह अपनी तापसा से इसी मानव शरीर को देव शरीर में परिवर्तित कर लें। ताकि वह कर्मों के चक्र से मुक्त हो जाएं।

श्री राम ने उन्हें समझाने का बहुत प्रयास किया कि मानव शरीर के जीवित रहते उसे यूं देव शरीर में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है और ऋषि के इसी गलत उद्देश्य से हवन करने के कारण राज्य में अकाल मृत्यु जैसे परिणाम नजारा आने लगे हैं।

यह भी पढ़ें:Ramayan Katha: माता सीता के हाथों में घास का तिनका देख क्यों थर-थर कांपता था रावण

हालांकि उन ऋषि ने तब भी श्री राम की बात नहीं समझी और अपने निर्णय पर वह अड़े रहे, श्री राम ने भांप लिया कि द्वापर युग का असर उन ऋषि पर पड़ने लगा है तब श्री राम ने द्वापर युग के उस दुष्प्रभाव को काटने के लिए ऋषि की हत्या कर दी।

shri ram aur sadhu ki katha

श्री राम ने ऋषि की हत्या करने के बाद उन्हें पुनः जीवित किया और उनसे क्षमा मांगी। साथ ही, ऋषि हत्या के पाप से बचने के लिए ब्रह्मा जी के बताये हुए मार्गानुसार उन्होंने दिव्य अनुष्ठान और गंगा स्नान भी किया जिससे अकाल मृत्यु की घटनाएं भी बंद हो गईं।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने आखिर क्यों की थी एक साधु की हत्या। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP