स्कूल बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है। जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है तो वह सिर्फ किताबी ज्ञान ही प्राप्त नहीं करता है। बल्कि दूसरे बच्चों से दोस्ती करने से लेकर आत्मविश्वास को बूस्ट अप करने और खुद को अनुशासित रखने जैसे कई गुण भी बच्चा स्कूल में ही सीखता है। यह देखने में आता है कि पहले या दूसरे दिन बच्चे स्कूल जाते समय रोते हैं, लेकिन उसके बाद वह स्कूल के वातावरण को एन्जॉय करते हैं। नए माहौल में दूसरे बच्चों के साथ पढ़ना-लिखना व मस्ती करना पसंद करते हैं।
वहीं, कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो स्कूल ना जाने के लिए तरह-तरह बहाने बनाते हैं। कभी सिर दर्द तो कभी पेट दर्द, का बहाना बनाकर वह स्कूल जाने से बचते हैं। हो सकता है कि आपका बच्चा भी ऐसा ही करता हो। लेकिन ऐसे में बच्चे को डांटने की जगह आपको उन कारणों को पहचानने की कोशिश करनी चाहिए, जिस वजह से बच्चा ऐसा व्यवहार कर रहा है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में बता रहे हैं-
जिस तरह हर पैरेंट का पैरेंटिंग स्टाइल अलग होता है, ठीक उसी तरह टीचर के पढ़ाने का तरीका भी अलग होता है। कुछ अध्यापक बहुत अधिक सख्त होते हैं और ऐसे में बच्चे उनसे काफी डरते हैं। हो सकता है कि आपका बच्चा अपनी किसी टीचर से बहुत अधिक डरता हो और इसलिए वह स्कूल ना जाना चाहता हो।
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स्कूल में अक्सर बच्चे ग्रुप बना लेते हैं। ऐसे में कुछ बच्चे खुद को काफी अकेला महसूस करते हैं और इसलिए उनका स्कूल में मन ही नहीं लगता है। इतना ही नहीं, कभी-कभी बच्चों को स्कूल में बुलिंग का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में बच्चे किसी से कुछ कह नहीं पाते हैं, लेकिन उनके मन में एक अजीब सा डर बैठ जाता है। ऐसे में वह स्कूल जाने से कतराने लग जाते हैं और तरह-तरह के बहाने बनाते हैं।(सिंगल चाइल्ड पैरेंटिंग टिप्स)
कुछ बच्चे स्वभाव से बहुत अधिक सेंसेटिव होते हैं और वह एक पल भी अपने पैरेंट्स से दूर नहीं रह पाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए कई घंटों के लिए पैरेंट्स से दूर होना यकीनन बेहद टफ टास्क होता है। इसलिए, वह स्कूल नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे बच्चों के मन में पैरेंट्स से दूर होने का ख्याल ही एक अजीब सा डर पैदा कर देता है।
जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो टीचर्स ना केवल स्कूल में वर्क करवाते हैं, बल्कि घर से भी काम कंप्लीट करने के लिए देते हैं। ऐसे में कुछ बच्चों को जब कॉन्सेप्ट समझ नहीं आता है या फिर वह अपना क्लास वर्क और होम वर्क पूरा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें इस बात का डर सताता है कि कहीं टीचर से उन्हें डांट ना पड़े। ऐसे में उन्हें इस डांट से बचने का सबसे अच्छा तरीका लगता है कि वह स्कूल ही ना जाए। इसलिए वह स्कूल ना जाने के लिए अलग-अलग तरह के बहाने बनाते हैं।(बच्चे को ऐसे करें मोटिवेट)
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अब अगर आपका बच्चा भी स्कूल ना जाने के लिए बहाने बना रहा है, तो आप पहले उससे प्यार से बात करें और उनकी समस्या को जानने का प्रयास करें। जब आप उनकी समस्या का हल कर देंगे तो उन्हें भी स्कूल जाना अच्छा लगेगा।
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