श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद कहां गायब हो गई थीं उनकी 16 हजार 108 रानियां?

एक धारणा कहती है श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों ने द्वारका पर राज किया था, जबकि यह पूर्णतः गलत है। आइये जानते हैं कि श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों का क्या हुआ।
after krishna death where did his wives gone

श्री कृष्ण और उनकी पत्नियों से जुड़ी कई मान्यताएं हैं जो आज भी एक रहस्य समेटे हुए हैं। उदाहरण के तौर पर कई लोगों का कहना है कि श्री कृष्ण ने 16100 विवाह किये थे। जबकि यह पूरी तरह से गलत है। श्री कृष्ण की 16 हजार पत्नियां अवश्य थीं लेकिन उन्हें सिर्फ 3 विवाह किए थे। अब आप कहेंगे कि दोनों बातों में क्या अंतर है तो बता दें कि जब नरकासुर का वध कर श्री कृष्ण लौट रहे थे तब उन्होंने देख कि वहां मौजूद कन्याएं आत्मदाह करने जा रही हैं क्योंकि उन्हें समाज और परिवार अब स्वीकार नहीं करेगा।

इस सामूहिक आत्मदाह को रोकने के लिए श्री कृष्ण ने उन सभी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था, पत्नी का मान-सम्मान दिया था लेकिन उनके साथ विवाह कभी भी नहीं रचाया था और न ही दांपत्य भाव का निर्वाहन किया था। साथ ही, श्री कृष्ण ने सभी कन्याओं से विवाह से पूर्व यह शर्त भी रखी थी कि वह कभी भी श्री कृष्ण पर अपना आधिपत्य नहीं मानेंगी और न ही संतान प्राप्ति के लिए उनसे पत्नी होने का अधिकार प्राप्त करने की इच्छा रखेंगी। इस प्रकार श्री कृष्ण की 16100 पत्नियां थीं।

यह सिर्फ एक बात नहीं है जो कृष्ण और उनकी पत्नियों से जुड़ी हो, ऐसी कई बातें हैं जो या तो आधारहीन हैं या वह आधा सत्य है जिसकी संपूर्ण सच्चाई लोगों को नहीं पता। इसी कड़ी में एक धारणा कहती है श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों ने द्वारका पर राज किया था, जबकि यह पूर्णतः गलत है। श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों का क्या हुआ और क्योंकि एवं कहां अचानक विलुप्त हो गईं भगवान श्री कृष्ण की 16 हजार 108 पत्नियां, आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों का क्या हुआ?

पौराणिक कथा के अनुसार,श्री कृष्ण के पैर के अंगूठे में जब तीर लगा था तब श्री कृष्ण ने मित्यु का स्मरण किया और अपने शरीर को त्यागते हुए वह अपने धाम गोलोक पुनः श्री राधा रानी के पास लौट गए थे।

kaise hui thi shri krishna ki patniyo ki mrityu

भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार अर्जुन ने किया था और इसके बाद अर्जुन अपने पांचों भाइयों यानी कि पांडवों और पत्नी द्रौपदी के साथ स्वर्ग की यात्रा पर मोक्ष प्राप्ति के लिए निकल गए थे।

यह भी पढ़ें:कौन थीं भगवान श्री कृष्ण की तीसरी मां?

वहीं, श्री कृष्ण ने समुद्र देव को पहले ही यह आदेश दिया था कि उनकी मृत्यु के बाद समुद्र संपूर्ण द्वारका नगरी को अपने बीतर समाहित कर लें जिसके बारे में श्री कृष्ण की 16 हजार 108 रानियों को भी पता था।

kab hui thi shri krishna ki patniyo ki mrityu

श्री कृष्ण की प्रथम पत्नी मां लक्ष्मी का अवतार रुक्मणि देवी ध्यानांतर होकर भगवान विष्णु के पास वैकुण्ठ धाम लौट गईं थीं। अन्य 7 पत्नियां असल में पूर्व जन्म के ऋषि थे जिन्होंने कृष्ण प्रेम भक्ति मांगी थी।

सातों ऋषियों के वरदान को फलित करने के लिए श्री कृष्ण ने बिना विवाह किये उन्हें अपनी अर्धांगिनी के रूप में द्वापर काल में इस अवतार में स्वीकार किया और अपने द्वारका महल में निवास स्थान दिया।

यह भी पढ़ें:श्री कृष्ण को कौन-कौन से श्राप मिले थे?

इसके अलावा, बाकी 16 हजार 100 पत्नियां जो थीं वह वन की ओर चली गईं क्योंकि गांधारी के दिय श्राप अनुसार श्री कृष्ण के कुल को आगे बढ़ाने वाला कोई भी जीवित नहीं था। वन में जाकर उन्होंने तपस्या की।

shri krishna ke marne ke baad kaha chali gai unki 16 hazar 108 patniyan

पौराणिक कथा कहती है कि वन में जब सभी रानियां तप कर रही थीं तब उनके तप से निकलने वाली ऊर्जा से ही स्वयं को श्री कृष्ण की पत्नियों ने भस्म कर लिया था और उन्हें श्री कृष्ण के चरणों में स्थान मिला था।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP