नागा साधु में 'नागा' का क्या होता है अर्थ?

ज्यादातर लोग यह समझते हैं कि नागा शब्द का अर्थ 'नग्न' होता है और इसी कारण से नागा साधु बिना वस्त्रों के रहते हैं जो कि पूर्णतः गलत है। आइये अजन्ते हैं कि क्या होता है नागा शब्द का असली मतलब। 
significance of naga

प्रयागराज में लगा महाकुंभ अपने मध्य स्तर पर पहुंच चुका है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू हुआ यह महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ समाप्त हो जाएगा। अर्ध कुंभ हो, पूर्ण कुंभ हो या फिर महाकुंभ किसी भी कुंभ में सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र नागा साधुओं को माना जाता है। जहां एक ओर शाही या अमृत स्नान के लिए सबसे पहले नागा साधु ही पवित्र जल में उतरते हैं तो वहीं, कुंभ के दौरान इनके कठिन स्तर पर पहुंच चुके हठ योग के भी दर्शन किये जाते हैं।

नागा साधु शाही बरात भी कुंभ में निकलते हैं, लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि कुंभ में नजर आने वाले नागा साधु कुंभ के बाद अचानक गायब हो जाते हैं। शायद इसी कारण से नागा साधुओं की दुनिया को रहस्यमयी माना गया है। नागा साधुओं से जुड़ी एक और बात है जो लोगों को शायद ही पता हो। ज्यादातर लोग यह समझते हैं कि नागा शब्द का अर्थ 'नग्न' होता है और इसी कारण से नागा साधु बिना वस्त्रों के रहते हैं जो कि पूर्णतः गलत है। आइये जानते हैं इस बारे में।

क्या होता है नागा का अर्थ?

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने बताया कि नागा का अर्थ नग्न नहीं होता है। नागा का मतलब है कि 'नाग वंश के'। नागाओं का संबंध उसी नाग वंश से है जिस नाग वंस से भगवान शिव के गले में विराजमान वासुकी जी हैं।

naga ka kya itihas hai

नागा एक संस्कृत शब्द है जिसका शाब्दिक मतलब है पहाड़ यानी कि जो साधु-संत कैलाश पर्वत पर गुप्त रूप से तपस्या करते हैं वह नागा साधु कहलाए जाते हैं। यह अन्य साधु-संतों से बहुत भिन्न होते हैं।

यह भी पढ़ें:क्या पीरियड्स में महिला नागा साधु कर सकती हैं गंगा स्नान?

ऐसा इसलिए क्योंकि जहां एक ओर अन्य साधु-संत धर्म का ज्ञान देते हैं और धर्म का प्रचार-प्रसार कर उसकी शिक्षा प्रदान करते हैं तो वहीं, नागा साधुओं की उत्पत्ति सिर्फ और सिर्फ धर्म की रक्षा के लिए की गई है।

naga shabd ka kya itihas hai

जहां एक ओर अलग-अलग अखाड़ों और अलग-अलग सम्प्रदायों के साधु-संतों को शास्त्रों का ज्ञाता कहा जाता है तो वहीं, नागा साधुओं को शस्त्रों का ज्ञान प्राप्त है। नागा साधु धर्म की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ते हैं।

यह भी पढ़ें:नागा साधु और तांत्रिक में क्या होता है अंतर?

सरल शब्दों में कहा जाए तो नागा साधुओं की उत्पत्ति और उन्हें धर्म की रक्षा के लिए तैयार ही ऐसे किया गया है कि वह किसी भी सांसारिक मोहमाय एवं किसी भी प्रकार की भावना से कोसों दूर होते हैं।

naga shabd ka kya rahasya hai

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP