Operation Sindoor: क्या है 'ऑपरेशन सिंदूर'? जानें क्यों दिया गया है यह स्पेशल नाम, सोशल मीडिया मिथ्स से हटकर क्या है इसकी सच्चाई?

भारतीय सेना ने PoK में टेरर बेस को निशाना बनाकर एयरस्ट्राइक शुरू कर दी है। इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। आखिर भारत सरकार ने इसे यह नाम क्यों दिया और इसके पीछे का क्या महत्व है, आइएस इस लेख में जानें।
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पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देने के लिए भारत एकदम तैयार है। यही बात भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर'के नाम पर साबित भी कर दी है। आपको बता दें कि मंगलवार की देर रात को पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर भारत ने एयर स्ट्राइक करके लोगों की नींद उड़ा दी।

'ऑपरेशन सिंदूर'न केवल आतंकवादियों के ठिकानों पर एक सटीक हमला था, बल्कि यह भारत की ओर से सीमा पार के आतंकवादियों और उनके संरक्षकों के लिए एक स्पष्ट और शक्तिशाली चेतावनी भी थी।

अब सवाल है कि आखिर इस हमले को 'ऑपरेशन सिंदूर' ही नाम क्यों दिया गया? सिंदूर एक महिला के लिए बहुत मायने रखता है। यह उसके सुहाग की निशानी है। पहलगाम में जिस तरह से विवाहित महिलाओं के सिंदूर को उजाड़ा गया, यह उसका करारा जवाब है। आइए इस लेख में हम इस ऑपरेशन के बारे में विस्तार से जानें।

क्या है 'ऑपरेशन सिंदूर'?

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'ऑपरेशन सिंदूर' पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब है। इसका नाम भी अपने आप में शक्ति का प्रमाण है। सिंदूर, भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के सुहाग और सम्मान का प्रतीक है।

पहलगाम में जिस बर्बरता से आतंकवादियों ने निर्दोषों को निशाना बनाया, उसमें महिलाओं और बच्चों सहित आम नागरिक शामिल थे। उस हमले में कई शादीशुदा महिलाओं ने अपने सिंदूर को सामने से उजड़ते हुए देखा, इसलिए यह उसका प्रतिशोध है। यही कारण है कि इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। यह न केवल एक सैन्य जवाबी कार्रवाई है, बल्कि यह भारत की नारी शक्ति के सम्मान और सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।

यह एक ऐसा सशक्त संदेश है कि भारत अपनी धरती और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।

पाकिस्तान पर इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी। इसमें यह बताया गया है कि यह ऑपरेशन केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध को बढ़ावा देना नहीं है।

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'ऑपरेशन सिंदूर' क्यों किया गया?

भारत के रक्षा मंत्रालय ने साफ कहा है कि ''ऑपरेशन सिंदूर'' का सीधा लक्ष्य उन आतंकी अड्डों को खत्म करना था, जहां से भारत पर हमले करने की साजिशें रची जाती थीं और आतंकियों को भेजा जाता था। यह कार्रवाई सिर्फ आतंकवादियों के खिलाफ थी, पाकिस्तानी सेना को इसमें निशाना नहीं बनाया गया।

'ऑपरेशन सिंदूर' का क्या उद्देशय है?

भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। ये वो जगहें थीं जहां लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के आतंकियों को हमले के लिए तैयार किया जाता था। इनमें कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत के कुछ इलाके शामिल थे।

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद क्या प्रतिक्रिया आई?

यह हमला भारतीय सेना ने 7 मई 2025 की रात करीब 1:30 बजे किया था। इसमें वायुसेना ने बहुत सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। खबरों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में 24 मिसाइलें दागी गईं और लश्कर-ए-तैयबा के एक बड़े कमांडर को भी निशाना बनाया गया। 'ऑपरेशन सिंदूर' का मकसद पाकिस्तानी सेना पर हमला करना नहीं था। भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई है, इसका मकसद युद्ध को बढ़ाना नहीं है।

भारत की इस एयर स्ट्राइक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर 'भारत माता की जय' लिखा। इसके अलावा, भारतीय सेना ने भी ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर 'न्याय हो गया' लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी।

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'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी फेक खबरों पर न दें ध्यान

इसके बाद से सोशल मीडिया पर एक के बाद एक झूठी खबरें फैलना शुरू हो चुकी हैं। पाकिस्तान चैनलों में भी ऐसी कुछ कबरें दिखाई जा रही हैं। इनमें दावा किया गया है कि पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में श्रीनगर एयरपोर्ट पर हमला कर दिया है। ऐसा दावा करते हुए, उन्होंने एक पुराना वीडियो शेयर किया जो 2024 में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुए सांप्रदायिक दंगों का था।

वहीं, एक नकली एडवाइजरी भी शेयर की जा रही है, जिसमें कुछ एसेंशियल्स बताए गए हैं, जो हर व्यक्ति को इस घड़ी में अपने पास रखने चाहिए। इसमें 50,000 रुपये नकद, दो महीने की दवाओं का भंडार, पीने का पानी, भोजन, पावर बैंक और टॉर्च लाइट रखने जैसी चीजें शामिल हैं। यह संदेश आधिकारिक अलर्ट जैसा दिखता है, लेकिन इसमें कोई सरकारी लोगो नहीं है।

यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ है न कि सेना के खिलाफ...यह भारत की ओर से प्रतिरोध है। इसलिए इस ऑपरेशन के बारे में कोई भी गलत अफवाह पर आप ध्यान न दें। अगर ऐसी कोई एडवाइजरी आपके पास आती है, तो उसे अपने साथियों के साथ बिल्कुल शेयर न करें। क्रेडिबल सोर्स के साथ जानकारी की जांच करें।

हमारा आग्रह है कि आप सिर्फ सरकार की ओर से आई हुई जानकारी पर ध्यान दें। 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी अन्य जानकारी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image credit: Freepik

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