CTC और In-Hand-Salary के बीच क्यों होता है बड़ा अंतर, यहां जानें सब कुछ

कंपनी में काम के बदले में हम सभी को सैलरी यानी वेतन मिलती है। लेकिन क्या आपने कभी अपनी सैलरी को करीब से जानने की कोशिश की आखिर जो सैलरी हमें बताई जाती है उसके हिसाब से हमें हर महीने सैलरी क्यों नहीं दी जाती है।
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हर साल दुनिया भर की कंपनी में लाखों नए युवा नौकरी करने के लिए जाते हैं। काम करने से पहले कर्मचारी और मालिक के बीच कई सारी बात-चीत होती है, जिसमें सैलरी से लेकर कंपनी से मिलने वाली सुविधाएं शामिल होती है। इस दौरान सैलरी को लेकर खास बात होती है जैसे सालाना पैकेज क्या है, इसमें कितनी ग्रोथ है आदि। लेकिन जब कर्मचारी की पहली सैलरी आती है, तो वह व्यक्ति दोबारा से कंपनी मैनेजर या एचआर टीम के पास सैलरी पर बात करने जाता है क्योंकि उनकी सैलरी कम आती है।

यह चीज हर एक फ्रेशर्स के साथ होती है। इस पर बताया जाता है कि आपकी सालाना वेतन कितनी बनता है उसमें से आपको इन-हैंड सैलरी इतनी दी जा रही है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सीटीसी और इन-हैंड सैलरी में कितना अंतर है और यह किस प्रकार से तय की जाती है।

सीटीसी और इन-हैंड सैलरी क्या है?

ctc and inhand salary details

सीटीसी और टेक होम सैलरी (इन-हैंड सैलरी) दो अलग-अलग राशियां हैं जिसके बारे में ऑफर लेटर पर अलग-अलग लिखा जाता है। जिन लोगों को ऐसे शब्दों के बारे में कम जानकारी होती है, वे अक्सर अपने सीटीसी के आधार पर अपनी सैलरी तय करते हैं।

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उदाहरण के लिए,अगर कंपनी आपको 4 लाख रुपये प्रति वर्ष का CTC ऑफर कर रही है, जो कि लगभग 40,000 प्रति माह है। हालांकि, जब आपको महीने के लास्ट में सैलरी मिलती है, तो आपको अपने बैक अकाउंट में केवल 34,000 रुपये यानी 6000 रुपये का अंतर होता है। बता दें, 6000 रुपये में आपका बोनस, पीएफ, कंपनी पीएफ इत्यादि कटता है।

सीटीसी और टेक होम सैलरी के बीच बेसिक अंतर

What is the difference between cost to company and in hand salary

सीटीसी का मतलब है कंपनी की लागत। यह एक कंपनी द्वारा एक साल में किसी कर्मचारी पर खर्च की जाने वाली कुल राशि है। इसमें टेक होम सैलरी (in hand salary) के साथ-साथ अन्य लाभ जैसे मेडिकल सर्विस, यात्रा भत्ता, सेवानिवृत्ति निधि में कंपनी का योगदान, घर के बिल और यात्रा भत्ता शामिल हैं।

सीटीसी का लाभ कैसे उठाया जा सकता है?

अब आप सोच रहें होंगे कि इसमें से आप कुछ सर्विस का इस्तेमाल कभी नहीं करते हैं, तो चलिए जानते हैं कि सीटीसी का फायदा कैसे उठा सकते हैं।

  • आप कंपनी से पिक-अप या ड्रॉप सुविधा के बजाय परिवहन भत्ते की मांग कर सकती हैं, क्योंकि यह टैक्स फ्री है।
  • भोजन भत्ता और अपने सब्सिडी वाले फूड बिल को उसमें बदलाव करने का विकल्प मांगें।
  • यदि कंपनी ईएसआई लाभ प्रदान कर रही है, तो पूछें कि क्या हेल्थ कवर को medical reimbursement में परिवर्तित किया जा सकता है।
  • परिवार के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य बीमा की मांग करें।

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Image credit-Freepik

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