मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता सुधारने के लिए अपनाएं ये टिप्स

बीज के अंकुरित होने से लेकर पौधे बनने तक की प्रक्रिया के लिए मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता बेहतर होनी बेहद जरूरी है। अगर आप मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता को सुधारना चाहते हैं तो कुछ टिप्स अपनाएं। 

ways  to improve the drainage of soil

जब भी आप प्लांटिंग करते हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आप मिट्टी की क्वालिटी पर खासतौर से तैयार करें। हर प्लांट के लिए अलग तरह की मिट्टी की जरूरत हो सकती है। हालांकि, एक चीज जो हर प्लांट के लिए जरूरी है, वह है मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता का बेहतर होना। जब मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता अच्छी होती है तो उसमें डाला गया पानी इकट्ठा नहीं होता है और आपको रूट रॉट से लेकर प्लांट में कई तरह के रोगों के होने का खतरा काफी कम हो जाता है।

जिस तरह हर मिट्टी अलग होती है, ठीक उसी तरह उसकी ड्रेनेज कैपेसिटी भी अलग होती है। उदाहरण के तौर पर, चिकनी मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी कम होती है। ऐसे में इस मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी को बेहतर बनाने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही आसान तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी को बेहतर बना सकते हैं-

मिलाएं जैविक पदार्थ

How drainage can improved

मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी को बेहतर बनाने का एक सबसे अच्छा तरीका है कि आप मिट्टी में कुछ कार्बनिक या जैविक पदार्थों जैसे गोबर खाद, कोकोपीट, कम्पोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट आदि को शामिल करते है। ये कार्बनिक पदार्थ ना केवल मिट्टी के स्ट्रक्चर को इंप्रूव करते हैं, बल्कि उसकी ड्रेनेज कैपेसिटी को भी इंप्रूव करते हैं।

ड्रेनेज सिस्टम करें इंस्टॉल

अगर आपकी मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी अच्छी नहीं है तो ऐसे में आप चाहें तो ड्रेनेज सिस्टम को इंस्टॉल करने पर भी विचर कर सकते हैं। आप अतिरिक्त पानी को दूर करने के लिए फ्रेंच ड्रेन्स या पाइप्स आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन्हें मिट्टी की सतह के नीचे रखा जा सकता है।

मल्चिंग का लें सहारा

यह भी एक तरीका है, जिसे अपनाकर आप अतिरिक्त पानी या फिर रूट रॉट की समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके लिए आप मिट्टी के ऊपर आर्गेनिक मल्च की एक लेयर बिछा सकते हैं। मल्च पानी के बहाव और कटाव को कम करता है। साथ ही साथ, यह मिट्टी के स्ट्रक्चर को भी बेहतर बनाने में मदद करेगा।

ओवरवाटरिंग को करें अवॉयड

close up watering plants

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने प्लांट या गार्डन में हर दिन अधिक पानी देते हैं, जिसके कारण मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी पर नेगेटिव असर पड़ता है। इसलिए, जहां तक संभव हो, आप ओवरवाटरिंग से बचें। हमेशा प्लांट को पानी देने के तरीके पर खास ध्यान दें। जब जरूरत हो और मिट्टी सूखी हो, तभी पानी दें। इतना ही नहीं, एक बार में आप बहुत अधिक पानी ना दें।

प्लांट का चयन

अगर आपके मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी अच्छी नहीं है तो यह बेहद जरूरी है कि आप प्लांट का चयन बेहद सोच-समझकर करें। हमेशा ऐसे प्लांट चुनें, जो उस मिट्टी और उसकी ड्रेनेज कंडीशन को आसानी से सह सकें। कुछ पौधे दूसरों की तुलना में खराब वाटर ड्रेनेज के प्रति अधिक सहनशील होते हैं। ऐसे में आप उन प्लांट्स को वहां पर लगाने का विचार कर सकते हैं।

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मेंटेनेंस पर दें ध्यान

मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी पर किसी तरह का नेगेटिव असर ना पड़े, इसके लिए जरूरी है कि आप रेग्युलर मेंटेनेंस पर अतिरिक्त ध्यान दें। जिससे ड्रेनेज सिस्टम सही तरह से काम कर सके। मसलन, आप समय-समय पर ऐसे मलबे या अवरोधों को हटा दें जो वाटर फ्लो में परेशानी खड़ी कर सकते हैं।

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Image Credit- freepik

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