बॉलीवुड में हर साल अलग-अलग तरह की फिल्में बॉक्सऑफिस पर आती हैं। लेकिन सालों से परफेक्ट फिल्म उसे ही कहा जाता है, जिसमें डांस, एक्शन, रोमांस और गाने मौजूद हों। यही वजह है कि बॉलीवुड फिल्मों में आपको गाने हमेशा भरपूर मात्रा में मिलते हैं।
फिल्मों में गानों का इतना अहम रोल होता है कि, कई बार खराब फिल्में भी अपने सुरीले गानों वजह से बॉक्सऑफिस पर चल जाती हैं। बता दें, कि विदेशी फिल्मों में गानों का इतना चलन नहीं है, जितना हमें भारतीय फिल्मों में देखने को मिलता है। बॉलीवुड में शुरुआत से लेकर अभी तक कई ऐसी फिल्में बन चुकी हैं, जो अपने बेहतरीन म्यूजिक के कारण बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई हैं।
लेकिन इसके बावजूद भी बॉलीवुड में कई ऐसी कामयाब फिल्में भी बनी हैं, जिनमें गाने यूज नहीं किया गया है। बिना किसी म्यूजिक या डांस नंबर के ही इन फिल्मों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज के आर्टिकल में हम आपको ऐसी फिल्मों के बारे में बताएंगे, जिनमें एक भी गाने नहीं हैं। तो देर किस बात की आइए जानते हैं इन सक्सेसफुल फिल्मों के बारे में-
द लंच बॉक्स, 2013-
फिल्म ‘ द लंच बॉक्स’ शायद आप में से कई लोगों ने देखी होगी। बता दें, इस फिल्म ने बिना किसी गाने के ही ऑडियंस के दिलों में अपनी एक अलग जगह बना ली है। इरफान खान की अदाकारी ने इस फिल्म को एक अलग लेवल पर लाकर खड़ा कर दिया। इस फिल्म में एक गाने का इस्तेमाल किया गया है, मगर वह गाना पुरानी फिल्म ‘साजन’ का है। फिल्म में दो ऐसे लोगों की कहानी को दिखाया गया है, जो एक लंच बॉक्स के जरिए एक-दूसरे से मिलते हैं।
इत्तेफाक, 1969-
साल 1969 में आई फिल्म ‘इक्तेफाक’ आप में ज्यादातर लोगों ने नहीं देखी होगी। बता दें, कि इस फिल्म में सुपरस्टार राजेश खन्ना और नंदा ने लीड रोल निभाया है। वैसे तो यश चोपड़ा कि फिल्मों में गानों की एक अलग अहमियत होती है, मगर इसके बावजूद भी उन्होंने इस फिल्म को बिना किसी गाने के बनाया है। फिल्म में एक रात की कहानी दिखाई गई है, बिना किसी गाने के भी ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी। साल 1969 के दौर में इस फिल्म ने 2 करोड़ की कमाई की थी, जो कि अपने में ही एक बड़ी बात है।
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अ वेडनेसडे-
साल 2008 में आई फिल्म ‘अ वेडनेसडे’ भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह मेन लीड में नजर आते हैं, दोनों की एक्टिंग लोगो को इस तरह बांध देती हैं कि किसी गाने की जरूरत ही महसूस नहीं होती है। इस फिल्म में एक आम आदमी की कहानी दिखाई गई है, जो सिस्टम से नाराज होकर उससे खुद टक्कर लेता है।
कलयुग, 1981-
साल 1981 में आई इस फिल्म को श्याम बेनेगल ने डायरेक्ट किया था। वहीं फिल्म के लीड रोल्स में राज बब्बर, शशि कपूर और रेखा ने काम किया था। बता दें कि इस फिल्म में एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर भी एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रोल में नजर आईं थीं। इस फिल्म को महाभारत से इंस्पायर्ड भी कहा जाता है, जहां कहानी दो बिजनेस कंपनियों की आपस में दुश्मनी चलती है। उस दौर में ये फिल्म काफी पॉपुलर हुई थी, जबकि इस फिल्म में भी कोई गाना नहीं शामिल किया गया था। 1982 के फिल्म फेयर में इस फिल्म को बेस्ट मूवी का अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
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ब्लैक,2005-
साल 2005 में आई फिल्म ‘ब्लैक’ में अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी ने लीड रोल निभाया था। संजय लीला भंसाली जो गानों में कहानियां बना देते हैं, उन्होंने इस फिल्म में एक भी गाना नहीं रखे। फिल्म में रानी ने एक अंधी और बहरी लड़की का किरदार निभाया है, जिसमें उनकी एक्टिंग को आज भी सराहा जाता है।
भूत, 2003-
साल 2003 में आयी फिल्म भूत को राम गोपाल वर्मा ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर, अजय देवगन, रेखा और नाना पाटेकर जैसे एक्टर्स नें काम किया है। ज्यादातर डरावनी फिल्मों में कम गाने होते हैं। मगर इसमें एक भी गाना नहीं है। हालांकि फिल्म के प्रमोशन के लिए एक एक गाना तैयार किया गया था, मगर वो फिल्म के अंदर का हिस्सा नहीं है।
तो ये थीं बॉलीवुड की कुछ फिल्में, जिनमें आपको एक भी गाने नहीं मिलेंगे। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसा जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
Image Credit- Imdb.com
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