हम सभी बचपन से कई बॉलीवुड मूवीज देखकर बड़े हुए हैं। अधिकतर फिल्मों में कपल्स के बीच का रोमांस दिखाया जाता है। जिसे देखकर अधिकतर लड़कियां अपने पार्टनर को लेकर मन में कई तरह से सपने संजोने लगती हैं। यकीनन प्यार कपल्स के रिलेशन में बेहद जरूरी है, लेकिन सिर्फ इसी के सहारे आप अपनी पूरी जिन्दगी नहीं बिता सकतीं। एक रिश्ते को सफल बनाने और उसमें ताउम्र प्यार बनाए रखने के लिए अन्य भी कई चीजों की बेहद जरूरत होती है। जिसे हम सभी समय के साथ समझ पाती हैं। हालांकि अगर आप सोचती हैं कि बॉलीवुड मूवीज प्यार जताने का तरीका ही हमें सिखाती हैं तो आप गलत है।
ऐसे कई रिलेशनशिप लेसन हैं, जो बॉलीवुड मूवी से सीखे जा सकते हैं। बस जरूरत है उन फिल्मों की गहराई को समझने की। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे ही रिलेशनशिप लेसन के बारे में बता रहे हैं, जो अलग-अलग बॉलीवुड मूवीज हमें सिखाती हैं-
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इंग्लिश विंग्लिश
इस फिल्म में श्रीदेवी के किरदार ने हमें सिखाया कि कभी भी प्यार के लिए सम्मान से समझौता नहीं करना चाहिए। आप जो भी करती हैं, उस पर गर्व करना बेहद जरूरी है, फिर भले ही वह कितना भी छोटा हो या बड़ा। अंत में, उसने हमें यह सिखाया कि सच्ची दोस्ती के बीच भाषा कभी भी बाधा नहीं बन सकती।
क्वीन
इस फिल्म में कंगना रनौत के किरदार ने हमें सिखाया कि आपको हर चीज के लिए अपने साथी से मान्यता लेने की जरूरत नहीं है। उसने हमें सिखाया कि अपने स्वयं के लिए टॉक्सिक और कण्ट्रोलिंग रिलेशन से दूर जाना ठीक है। फिल्म हमें यह भी सिखाती है कि कपल्स रिलेशन से बाहर भी एक लड़की का अपना एक जीवन, अपने दोस्त व पहचान हो सकती है। उसके लिए सिर्फ एक ही रिश्ते में बंधकर अपनी सभी खुशियों को नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है।
जब वी मेट
इस फिल्म में करीना कपूर ने खुद के लिए एक लड़के को चुना। उसे लगा कि वह प्यार में है। लेकिन बाद में उसे ऐसा लड़का (शाहिद कपूर) मिला, जिसके लिए उसकी खुशी सबसे अधिक मायने रखती थी। करीना ने फिल्म में दूसरे लड़के (शाहिद कपूर) को अपना जीवन साथी बनाया। उसने हमें सिखाया कि रिश्ता केवल प्यार के बारे में नहीं हैं, यह इस बारे में है कि कोई व्यक्ति आपकी खुशी के लिए क्या करने को तैयार है जब आप उन्हें अपना सब कुछ दे दें।
दिल धड़कने दो
इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा के किरदार ने सभी को सिखाया कि किसी रिश्ते से बाहर निकलना ठीक है, अगर यह आपको खुश नहीं देता है। भले ही दुनिया आपके खिलाफ हो, थोड़ा स्वार्थी होना और अपने बारे में सोचना ठीक है। उसने पूरे समाज को सिखाया कि अगर मौका दिया जाए तो एक बेटी एक बेटे को मात दे सकती है
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा
फिल्म ने हमें सिखाया है कि अगर किसी के लिए आपकी भावनाएं हैं, तो उन्हें बताएं। यह फिल्म हमें सिखाती है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती। जिन्दगी को खुलकर खुशी से जीना ही इस फिल्म का असली सार है।
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