भगवान शिव की पूजा में विभिन्न चीजों को चढ़ाया जाता है, जिससे पूजा का पूर्ण फल मिल सके। ऐसा माना जाता है कि शिव जी अपने भक्तों की श्रद्धा से प्रसन्न होते हैं और उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
शिव जी को कुछ विशेष फूल और पत्तियां अति प्रिय हैं और यदि आप उन्हें शिव पूजन में चढाती हैं तो आपको पूजा का पूर्ण फल मिलता है। ऐसे ही फूलों में से एक है धतूरा के फूल। इन फूलों का उपयोग शिव मंदिरों में शिवलिंग की सजावट के लिए किया जाता है।
मान्यता है कि इस फूल से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और जल्द ही मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें कि शिव जी को धतूरे के फूल क्यों चढ़ाए जाते हैं और इनका महत्व क्या है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना बहुत आसान है। भगवान् शिव जंगल में मिलने वाले विभिन्न फूल पत्तियों से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं।
यही वजह है कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर बेल पत्र, भांग की पत्तियां और धतूरा का फूल (धतूरे के फूल का ज्योतिष महत्व)और फल चढ़ाए जाते हैं। मुख्य रूप से धतूरा का फूल शिव जी को प्रसन्न करने का मुख्य स्रोत माना जाता है और जो भक्त उन्हें यह फूल चढ़ाता है उसकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भगवान शिव ने समस्त सृष्टि को विनाश से बचाने के लिए समुद्र मंथन के दौरान निकले हलाहल विष को अपने कंठ में धारण किया था। ज्योतिष में मान्यता है कि जब भगवान शिव ने विष पिया तब धतूरा उनकी छाती से निकला।
चूंकि धतूरा का फल जहरीला माना जाता है और इसकी उत्पत्ति भगवान शिव से हुई है, इसी वजह से शिव जी को प्रसन्न करने के लिए धतूरा का फूल उन्हें अर्पित किया जाता है। धतूरा का फूल इस बात का प्रतीक माना जाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों की समस्त नकारात्मक शक्तियों को स्वयं में समाहित कर रहे हैं, जिससे भक्तों को कष्टों से मुक्ति मिल सके।
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ऐसी मान्यता है कि धतूरा का फूल भगवान शिव को चढ़ाने से शिवजी के कंठ में एकत्रित विष के प्रभाव को शांत करने में मदद मिलती है। यदि आप शिव जी को धतूरा का फूल चढ़ाती हैं तो जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है और दुश्मनों से विजय प्राप्त करने में मदद मिलती है। धतूरा के फूल के प्रभाव से भक्तों की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को सफ़ेद फूल अत्यंत प्रिय हैं और धतूरा का फूल भी सफ़ेद होता है, इसलिए यह शिव जी को अत्यंत प्रिय है। एक धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि यह फूल जहरीला होता है इसलिए हर जगह इसका तिरस्कार होता है। यही वजह है कि यह शिव जी को सहर्ष स्वीकार होता है और वो इससे प्रसन्न होते हैं।
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ऐसा माना जाता है कि धतूरे का फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से मानसिक शांति मिलती है और मन की कड़वाहट भगवान् शिव दूर करते हैं। इस फूल को शिवलिंग पर चढ़ाने के सकारात्मक प्रभाव की वजह से मन प्रसन्न रहता है और भक्तों को उनकी पूजा का विशेष फल मिलता है। सफ़ेद रंग का ये फूल शिव जी को प्रसन्न करता है और भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करता है।
यदि आप भी भगवान शिव की विशेष कृपा पाना चाहती हैं तो कम से कम सोमवार के दिन यह फूल शिव पूजन के समय शिवलिंग पर अवश्य चढ़ाएं। हालांकि यह फूल जहरीला भी होता है, इसलिए इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
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