Paris Olympic 2024 Medals: इस साल पेरिस ओलंपिक से भारतीय दल केवल 6 मेडल ही हासिल कर पाए हैं। 26 अगस्त से शुरू हुए खेलों के इस महाकुंभ में कुल 117 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा लेने के लिए पेरिस पहुंचे थे। इस साल भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन कुल मिलाकर मिला-जुला रहा। भारत ने इस बार कुल 6 में अपने नाम किया, जिसमें से 5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर मेडल है। वहीं, विनेश फोगाट के मेडल पर फैसला आना अभी बाकी है। इसकी सुनवाई 13 अगस्त को होनी है। दरअसल, महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम इवेंट में हिस्सा लेने वाली विनेश को फाइनल राउंड से पहले ही डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था। हालांकि, पेरिस ओलंपिक में सिर्फ विनेश ही ऐसी नहीं हैं, जो मेडल जीतने से बस एक कदम दूर थीं, बल्कि उनके अलावा 6 और भारतीय एथलीट हैं, जो मेडल के काफी करीब पहुंचकर भी चुके गए। आइए हम उन्हीं के बारे में बताते हैं।
मीराबाई चानू
View this post on Instagram
वेटलिफ्टिंग क्वीन मीराबाई चानू के साथ भी इस बार पेरिस ओलंपिक में कुछ ऐसा ही हुआ था। 49 किलोग्राम भारवर्ग में उतरीं मीराबाई पेरिस ओलंपिक में चौथे नंबर पर पहुंचकर बाहर हो गईं। वह केवल 1 किलो की वजह से ब्रॉन्ज मेडल जीतने में नाकाम रहीं। बात पिछले बार की करें तो, मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था।
महेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नरूका
स्कीट मिक्स्ड टीम स्पर्धा के ब्रॉन्ज मेडल कंपटीशन में महेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नरूका भी खेल में जीतने से चूक गए। इस भारतीय जोड़ी को इस मैच में केवल 1 अंक से हार का सामना करना पड़ा था। वरना वह भी ब्रॉन्ज मेडल के हकदार हो सकते थे।
धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत
भारत की तीरंदाजी जोड़ी धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत भी मेडल जीतने काफी करीब आकर भी चूक गए। दरअसल, मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में अमेरिका की कैसी कॉफहोल्ड और ब्रैडी एलिसन की जोड़ी ने बाजी मार ली थी, जिसके कारण पेरिस ओलंपिक में इन दोनों भारतीय एथलीटों का अभियान भी चौथे नंबर पर ही खत्म हो गया।
लक्ष्य सेन
View this post on Instagram
पेरिस ओलंपिक 2024 में बैडमिंटन प्लेयर लक्ष्य सेन भी मेडल हासिल नहीं कर पाए। लक्ष्य सेन को ब्रॉन्ज मेडल मैच में मलेशिया के ली जी जिया ने हराया था। भारतीय खिलाड़ी लक्ष्य ने दमदार परफॉर्मेंस देने के बाद भी वह आखिर में हार गए।
इसे भी पढ़ें:साल 1896 में ओलंपिक खेलों की हुई थी शुरुआत, पर महिलाओं ने पहली बार कब लिया था हिस्सा?
अर्जुन बाबुता
इस बार अर्जुन बाबुता 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में जीत सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वह बहुत कम अंतर से ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए। अर्जुन भी चौथे स्थान पर आकर बाहर हो गए। वो शुरुआती 11 राउंड के बाद दूसरे नंबर पर आकर सिल्वर मेडल की दावेदारी में थे, लेकिन 3 शॉट खराब होने के कारण उनका मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया।
इसे भी पढ़ें:हर चार साल में ही क्यों होता है ओलंपिक का आयोजन?
मनु भाकर
View this post on Instagram
मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीतने के बाद वह मिक्स्ड टीम इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया, लेकिन फिर भी मनु वूमेन्स 25 मीटर पिस्टल इवेंट के शूटऑफ से बाहर हो गईं। इस तरह मनु आखिर में चौथे नंबर पर रहीं और अपने तीसरे मेडल से चूक गईं।
इसे भी पढ़ें:मनु भाकर ने ओलंपिक में तोड़ा 124 सालों का रिकॉर्ड, जानें कितनी पढ़ी-लिखी हैं 'पिस्टल क्वीन'
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों