प्रत्येक मनुष्य के लिए जितना जरूरी सांस लेना उतना ही जरूरी प्रतिदिन नित्य क्रियाएं भी होती हैं। इन नित्य क्रियाओं में स्नान करना भी बहुत जरूरी होता है। हिन्दू धर्म में तो बिना स्नान किए न तो रसोई में प्रवेश किया जा सकता है और न ही मंदिर में। अगर विज्ञान की दृष्टिकोण से देखा जाए तो प्रतिदिन नहाना प्रत्येक मनुष्य के लिए इस लिए भी जरूरी है क्योंकि यह शारीरिक स्वच्छता के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप नहाते नहीं है तो आपका शरीर स्वस्थ नहीं रहता। इतना ही नहीं नहाने के भी कुछ नियम है। अगर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हट कर शास्त्रों की बात करें तो आपकी कुंडली में जो ग्रह दोष होते हैं उन्हें शांत करने के लिए आपको अलग-अलग सामग्रियों को पानी में मिला कर स्नान करना चाहिए। इससे आप अपनी कुंडली के ग्रह दोष को शांत कर सकते हैं। पंडित दयानंद शास्त्री हमें आज बताएंगे कि किस ग्रह की शांति के लिए किस सामग्री को पानी में मिला कर नहाना चाहिए।
सूर्य
अगर आपकी जन्म कुंडली में सूर्य का प्रभाव सही नहीं है तो आपको अपने नहाने के पानी में रोजाना इलायची, केसर, लाल चंदन, मुलेठी और कोई भी लाल रंग का फूल मिला कर नहाना चाहिए। इससे आपकी कुंडली में अशांत सूर्य ग्रह शांत हो जाएगा।
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मंगल
बहुत लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह का प्रभाव होता है। कई लोगों के लिए यह अच्छा तो कई लोगों के लिए अशुभ होता है। अगर आपकी जन्म कुंडली में मंगल ग्रह का प्रभाव अशुभ है तो आपको अपने नहाने के पानी में रोज लाल चंदन, जटामांसी, हींग और गुलाब का फूल मिला कर नहाना चाहिए। इससे मंगील ग्रह शांत हो जाता है आप उसके प्रकोप से बच सकते हैं।गरम तवे पर क्यों नहीं डालना चाहिए पानी, जानें वजह
चंद्र
सूर्य की तरह चंद्रमा भी एक ग्रह है। अगर आपकी कुंडली में चंद्र का अशुभ प्रभाव है तो आपको अपने नहाने के पानी में पंचगव्य, श्वेत चंदन, सफेद रंग का कोई फूल मिला कर उससे नहाना चाहिए। ऐसा करने आपकी कुंडली से चंद्र का बुरा प्रभाव दूर हो जाएगा।
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बुध
अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह का बुरा प्रभाव है तो आपको अपने नहाने के पानी में गोरोचन, शहद, जायफल और चावल मिला कर नहना चाहिए। यह आपके ब्रध ग्रह को तो शांत करेगा ही साथ ही आपके शरीर को स्वस्थ बनाएगा।मन की शांति और धन प्राप्ती के लिए लौंग से करें ये उपाय
गुरु
गुरु ग्रह का अशुभ प्रभाव अगर आपकी कुंडली पर है तो घबराएं नहीं बल्कि अपने नहाने के जल में हल्दी, शहद, गिलोय, मुलेठी और चमेली के फूल की पुंखुडि़यां मिलाएं। इससे गुरु शांत हो जाएगा।‘दौड़ते हुए घोड़े’ की पेंटिंग का क्या है महत्व, एक्सपर्ट से जानें
शुक्र
अगर आपकी कुंडली में शुक्र भारी है तो आपको उसे शांत करने के लिए अपने नहाने के पान में जायफल, इलायची, चंदन और दूध मिलाना चाहिए। यदि आप इस पानी से रोज नहाती हैं तो आपको बहुत लाभ होगा।
शनि
बहुत से लोगों की कुंडली में शनि भारी होता है। इसे भी आप नहाने का सही नियम अपना कर शांत कर सकते हैं। आपको शनि ग्रह को शांत करने के लिए प्रतिदिन नहाने के पानी में सौंफ, काला तिल और खसखस मिला कर नहाना चाहिए। इससे शनि ग्रह शांत हो जाता है।इन 11 वास्तु टिप्स के हिसाब से होगा बेडरूम तो घर में होगा सब कुछ शुभ
राहु
राहु ग्रह अशांत है तो उसे शांत करने के लिए आपको अपने नहाने के पानी में कस्तूरी, गजदंत, लोबान और दूर्वा मिलाकर नहाना चाहिए। ऐसा करने से आप राहु ग्रह के प्रकोप से बच सकते हैं।जानिए अंगों के फड़कने से आपके जीवने में क्या पड़ता है प्रभाव
केतु
केतु के अशुभ प्रभाव को भी आप सही सामग्रीयों पानी मिला कर शांत कर सकते हैं। आपको अपने नहाने के पानी में लाल चंदन और कुशा मिला कर रोज नहना चाहिए। इससे केतु का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है।
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