Kolkata Doctor Rape Case: 'कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या'... यह खबर आपने और हमने... सभी ने सुनी और पढ़ी होगी...सुनकर अफसोस भी जताया होगा...कुछ देर के लिए शायद हमारी आंखें भी नम हुई होंगी...एक बार के लिए ही सही...आंखों के आगे ऐसी न जाने कितनी हेडलाइन्स भी आ गई होंगी, जो हम आए दिन अखबार के पन्नों पर पढ़ते हैं या टीवी स्क्रीन पर फ्लैश होते देखते हैं। लेकिन, इस तरह की खबरें अब हमें चौकाती नहीं हैं। जानते हैं क्यों? क्योंकि, हम कहीं न कहीं इन खबरों को पढ़ने के आदी हो चुके हैं और न चाहते हुए भी इस सच को मान चुके हैं कि देवी की पूजा करने वाले इस देश में महिलाओं के खिलाफ होते अपराध कम होने की जगह बढ़ते जा रहे हैं। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आखिर क्यों कानून बदले...साल बदले...लेकिन महिलाओं के खिलाफ होते अपराध के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। क्या है, यह पूरा मामला और किस तरह बीते सालों में महिलाओं के साथ होने वाले रेप के मामले बढ़े हैं, चलिए आपको बताते हैं।
कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या
कोलकाता के सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई। घटना 8-9 अगस्त की रात की बताई जा रही है और 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर का शव मिला। इसके बाद से यह मामला गरमाता जा रहा है। पुलिस ने 10 अगस्त को आरोपी संजय को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इधर, महिला के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर दिया है। कोलकाता पुलिस के अनुसार, महिला डॉक्टर के आंख, मुंह और प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। डॉक्टर के पेट, गर्दन, बाएं पैर, दाहिने हाथ, उंगली और होठों पर भी चोटों के निशान थे। गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी। कहा जा रहा है कि मारपीट की वजह से चश्मा डॉक्टर की आंखों में घुस गया था और इसकी वजह से आंखों में काफी चोट थी। पुलिस को रेप के बाद, महिला को गला घोंटकर मारने की आशंका है। ट्रेनी डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट में पीजी सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी और उसकी उम्र 31 साल की बताई जा रही है।
हत्या के बाद रेप का भी है शक

इस मामले में जांच जारी है। पुलिस ने इस बात का भी शक जाहिर किया है कि शायद पहले महिला डॉक्टर की हत्या की गई थी और इसके बाद उसका रेप हुआ। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि महिला डॉक्टर की सोते समय हत्या की गई हो और उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया हो। घटनास्थल से मिले सुबूत इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं। हालांकि, अभी पूरी बात सामने नहीं आई है।
मामले की जांच जारी है
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच अभी जारी है। कहा जा रहा है कि आरोपी अस्पताल का कर्मचारी नहीं है, बल्कि कोई बाहरी व्यक्ति है। लेकिन, वह अस्पताल के अलग-अलग विभागों से संबंध रखता है। पुलिस अभी इस मामले में पूछताछ कर रही है। जांच के लिए SIT का गठन किया गया है।
महिलाओं के खिलाफ नहीं रुक रहे हैं अपराध
साल 2012 में दिल्ली में निर्भया रेप केस हुआ। देश की राजधानी की सड़कों पर चलती बस में एक महिला के साथ, सामूहिक बलात्कार हुआ। इसके बाद, पूरा देश एकजुट हुआ। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रोटेस्ट हुए, रैलियां निकाली गईं, टीवी पर डिबेट का सिलसिला शुरू हुआ और भी न जाने क्या-क्या। इसके बाद कानून भी बदले गए और उम्मीद जताई गई कि शायद अब समाज की शक्ल भी बदलेगी। निर्भया की मां ने सालों तक लंबी लड़ाई लड़कर, निर्भया के आरोपियों को सजा दिलवाई। लेकिन, माफ कीजिएगा, शायद लोगों की सोच और समाज की सूरत दोनों ही नहीं बदली है। यह हम नहीं कर रहे हैं, बल्कि, आंकड़े कह रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) (National Crime Records Bureau) के आंकड़े बताते हैं कि साल 2021 में 31,000 रेप के मामले सामने आए हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहा है महिलाओं के खिलाफ अपराध
दिल्ली में तमाम दावों के बाद भी महिलाओं के खिलाफ अपराध, कम होने के बजाय, बढ़ ही रहे हैं। साल 2022 के आंकड़ों की अगर बात करें तो देश के 19 महानगरों में, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के मामलों में दिल्ली सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर मुंबई और तीसरे नंबर पर बेंगलुरू है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में चौंका सकते हैं दिल्ली के आंकड़े
कोलकाता को दिया गया था सबसे सुरक्षित शहर का दर्जा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा 2023 में लगातार तीसरे साल कोलकाता को सेफेस्ट सिटी बताया गया था। लेकिन, महिलाओं के साथ, रेप के मामले यहां भी कम नहीं हैं और अब इस केस ने तो कोलकाता के 'सेफेस्ट सिटी' वाले टैग पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2021 में महिलाओं के साथ अपराध के 1,783 मामले दर्ज किए गए थे, तो वहीं 2022 में यह बढ़कर 1,890 हो गए थे।
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भारत में रेप के खिलाफ कानून
भारत में रेप के लिए क्या कानून है, यह जानने के लिए हमने आजाद खान से बात की है। वह इलाहबाद हाईकोर्ट में वकील हैं। उन्होंने बताया, "रेप के लिए दोषी पाए जाने पर 7 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। अगर पीड़िता की उम्र 12 साल से कम है, तो दोषी को कम से कम 10 साल की सजा होगी। पीड़िता की उम्र 16 साल से कम है, तो दोषी को कम से कम 20 साल की सजा होगी। वहीं, अगर रेप के दौरान पीड़िता की मौत हो जाती है, तो दोषी को फांसी या उम्रकैद की सजा हो सकती है। रेप के मामलों में पीड़िता की पहचान गुप्त रखी जाती है। पीड़िता को न्यायिक सहायता मिलती है और काउंसलिंग भी की जाती है।"
अब कानून में कुछ बदलाव हुआ है और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2003 की धारा 64 में कहा गया है कि उपधारा (2) में दिए गए मामलों को छोड़कर, बलात्कार करने वाले किसी भी व्यक्ति को कम से कम दस साल की कठोर कारावास की सजा दी जाएगी। लेकिन उसे आजीवन कारावास की सजा भी दी जा सकती है। अपराधी को जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
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महिलाओं के खिलाफ होने वाले इन अपराधों को रोकने के लिए, सबसे जरूरी हमारी सोच को बदलना है। आप इस बारे में क्या सोचते हैं, हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर बताएं।
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